Friday, April 14, 2023

डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग

डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग एक तकनीकी कोर्स है जो छात्रों को विभिन्न विद्युत उपकरणों, जैसे ट्रांसफार्मर, मोटर, जनरेटर, इलेक्ट्रिकल इलेक्ट्रॉनिक्स, कंट्रोल पैनल और सिर्किट बोर्ड के बारे में समझ प्रदान करता है। इस कोर्स से छात्र विभिन्न इलेक्ट्रिकल समस्याओं को हल करने के लिए तकनीकी ज्ञान हासिल करते हैं। इसकी पूरी जानकारी निम्नलिखित है।

 

पाठ्यक्रम: डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग का पाठ्यक्रम छात्रों को विभिन्न इलेक्ट्रिकल उपकरणों के बारे में विस्तृत ज्ञान प्रदान करता है। पाठ्यक्रम में बिजली के आवेदन, संचालन और निर्माण के लिए आवश्यक ज्ञान, ट्रांसफार्मर, मोटर, जनरेटर, इलेक्ट्रिकल इलेक्ट्रॉनिक्स, कंट्रोल पैनल और सिर्किट बोर्ड समेत अन्य विषय शामिल होते हैं।

पाठ्यक्रम की अवधि: डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की अवधि आमतौर पर 3 साल की होती है।

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा एक 3 वर्षीय पाठ्यक्रम है जिसका मुख्य उद्देश्य विद्युत संयंत्रों, उनके डिज़ाइन, स्थापना, ऑपरेशन और रखरखाव के अध्ययन पर ध्यान केंद्रित करना होता है। कुछ अतिरिक्त विवरणों के साथ पाठ्यक्रम के बारे में निम्नलिखित जानकारी है:

 

पात्रता: उम्मीदवारों को कम से कम 50% अंकों के साथ विज्ञान और गणित विषयों से 10 वीं कक्षा या समतुल्य पास करना आवश्यक होता है।

कोर्स पाठ्यक्रम: कोर्स पाठ्यक्रम में विद्युत मशीन, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, विद्युत मापन और उपकरण, पावर सिस्टम विश्लेषण, नियंत्रण प्रणाली इंजीनियरिंग और अन्य विषय शामिल होते हैं।

नौकरी के अवसर: पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद, उम्मीदवार विभिन्न क्षेत्रों में काम कर सकते हैं जैसे विद्युत ऊर्जा उत्पादन, प्रसारण और वितरण, विनिर्माण और उत्पादन, अनुसंधान और विकास और अन्य। 

डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग एक तकनीकी पाठ्यक्रम है जो विद्यार्थियों को इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त करने के लिए प्रशिक्षित करता है। इस कोर्स में विद्यार्थियों को बिजली के संचालन, तार और उपकरणों के निर्माण और संरक्षण, अनुरक्षण और मरम्मत के लिए जानकारी प्रदान की जाती है।

 

यह कोर्स 10वीं के बाद उपलब्ध होता है और इसकी अवधि 3 से 4 वर्ष होती है। इस कोर्स में प्रवेश के लिए अभ्यर्थी को 10वीं के साथ-साथ विज्ञान विषय में कम से कम 50% अंकों के साथ होने चाहिए।

 

इस कोर्स के सिलेबस में निम्नलिखित विषय शामिल होते हैं:

 

बेसिक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग

विद्युत मानक और प्रमाणन

विद्युत उत्पादन तकनीक

विद्युत संचालन और नियंत्रण

बिजली की उपलब्धता और संचय

अपवर्तक उपकरण और तरंग उत्पादन तकनीक

विद्युत यांत्रिकी तकनीक

उच्च वोल्टेज तकनीक

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के डिप्लोमा कोर्स कई शैक्षणिक संस्थानों में उपलब्ध हैं। यहां कुछ प्रमुख संस्थानों के नाम दिए जा रहे हैं:

 

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT)

दिल्ली पॉलिटेक्निक

राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी

उत्तर प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी

विश्वविद्यालय ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, लखनऊ

दिल्ली टेक्नोलॉजिक यूनिवर्सिटी

इन संस्थानों के अलावा दूसरे शैक्षणिक संस्थान भी हैं जो इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के डिप्लोमा कोर्स प्रदान करते हैं।

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