Diploma in Ayurvedic Nursing कोर्स 3 साल और 6 महीने का डिप्लोमा स्तर का कार्यक्रम है जो आयुर्वेदिक नर्सिंग देखभाल में व्यापक ज्ञान और कौशल प्रदान करने पर केंद्रित है। इसमें 3 साल पढ़ाई और 6 महीने का इंटर्नशिप होता है इस कोर्स में पाठ्यक्रम आयुर्वेद के मूल सिद्धांतों और व्यापक आयुर्वेदिक उपचार उपचार से संबंधित है। पाठ्यक्रम आयुर्वेदिक दवा और समग्र उपचार तकनीक के सिद्धांतों को उनके कल्याण और स्वास्थ्य देखभाल अभ्यास में शामिल करने के इच्छुक छात्रों के लिए है।
अगर आप कोई ऐसी नौकरी करना चाहते हैं,जिसमें आपको अच्छी सैलरी के साथ-साथ मान सम्मान भी प्राप्त हो, तो आप नर्सिंग का कोर्स कर सकते हैं। नर्सिंग के कोर्स में विभिन्न प्रकार की ब्रांच होती है, जिनमें से आप अपनी पसंद की ब्रांच में कोर्स कर सकते हैं और नर्सिंग की फील्ड में अपना अच्छा कैरियर बना सकते हैं। नर्सिंग की फील्ड में आपको लोगों के स्वास्थ्य की देखभाल करनी पड़ती है, जिसमें बीमार या फिर एक्सीडेंट में घायल हुए मरीजों की देखभाल करना शामिल होता है। हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में नर्सिंग का कोर्स किए हुए व्यक्तियों की हमेशा डिमांड बनी रहती है।
Diploma in Ayurvedic Nursing Important Point
Diploma in Ayurvedic Nursing एक उन्नत कार्यक्रम है जो प्राकृतिक उपचार के इस प्राचीन रूप के पीछे सिद्धांतों, अवधारणाओं और विचारों को शामिल करता है। यह Diploma in Ayurvedic Nursing कोर्स सिर्फ में केवल आयुर्वेदिक पेशेवरों को तैयार करता है जो लोगों को आयुर्वेदिक तरीको से प्रदान की जाने वाली देखभाल के साथ एक स्वस्थ, संतुलित जीवन जीने में सीखने में मदद कर सकते हैं।
Duration | 3 years 6 Month Internship |
Eligibility | 10+2 Science with Biology |
Age limit | 17 to 25 year |
Annual Fee | Approx 50,000/- |
Semester Fee | Approx 27,000/- |
डिप्लोमा इन आयुर्वेदिक नर्सिंग कोर्स कैसे करें?
अगर आप नर्सिंग का कोर्स करना चाहते हैं तो आप डिप्लोमा इन आयुर्वेदिक नर्सिंग का कोर्स कर सकते हैं और हॉस्पिटल अथवा स्वास्थ्य से संबंधित फील्ड में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।आपकी इंफॉर्मेशन के लिए बता दें कि अस्पताल के सभी डिपार्टमेंट नर्सिंग में शामिल होते हैं।
नर्सिंग सिर्फ टेक्निकल इंफॉर्मेशन ही नहीं बल्कि यह पीड़ित रोगियों के लिए पॉजिटिव वातावरण बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर आपको डिप्लोमा इन आयुर्वेदिक नर्सिंग का कोर्स करना है, तो आपको यह पता होना चाहिए कि, Diploma in Ayurvedic Nursing कोर्स कैसे करते हैं? इस आर्टिकल में आपको इसी बात की जानकारी प्राप्त होने वाली है।
डिप्लोमा इन आयुर्वेदिक नर्सिंग कोर्स क्या है?
डिप्लोमा इन आयुर्वेदिक नर्सिंग का कोर्स कुल 3 साल और 6 महीने का एक डिप्लोमा लेवल का कोर्स होता है। इस कोर्स का सिलेबस आयुर्वेद के मूल सिद्धांत और आयुर्वेद की ट्रीटमेंट से जुड़ा होता है। जैसा कि आप जानते हैं कि वर्तमान के समय में आयुर्वेद नर्स की डिमांड काफी तेजी से बढ़ रही है।
आयुर्वेदिक हॉस्पिटल और आयुर्वेदिक क्लिनिकल सेंटर की बढ़ती हुई संख्या के कारण रोगी लोगों को अच्छी और प्रोफेशनल ट्रीटमेंट प्रदान करने के लिए अनुभवी नर्सिंग स्टाफ की आवश्यकता होती है, इसीलिए यह एक अच्छा कैरियर ऑप्शन साबित हो सकता है,क्योंकि इसमें प्राइवेट और गवर्नमेंट दोनों ही फील्ड में काफी शानदार कैरियर है।
Diploma in Ayurvedic Nursing क्वालिफिकेशन
अगर डिप्लोमा इन आयुर्वेदिक नर्सिंग कोर्स में एडमिशन के लिए क्वालीफिकेशन के बारे में बात करें तो इंडिया के किसी भी सर्टिसाइड स्कूल से जिन विद्यार्थियों ने कम से कम 40 परसेंट अंकों के साथ बारहवीं की एग्जाम को केमिस्ट्री, बायोलॉजी और फिजिक्स जैसे सब्जेक्ट के साथ पास किया है, वह इस कोर्स में एडमिशन पाने के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
Diploma in Ayurvedic Nursing कोर्स करने के लिए उम्र सीमा क्या है?
इंडिया के लगभग तमाम राज्यों में इस कोर्स को अलग-अलग इंस्टीट्यूट के द्वारा करवाया जाता है। इसीलिए हर राज्य में इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए भिन्न भिन्न। age लिमिट तय की गई है। सामान्य तौर पर इस कोर्स में एडमिशन पाने के लिए कम से कम उम्र 17 साल और अधिक से अधिक उम्र 25 साल तक तय होती है।
डिप्लोमा इन आयुर्वेदिक नर्सिंग कोर्स में जॉब की संभावनाएं।
जो भी अभ्यर्थी डिप्लोमा इन आयुर्वेदिक नर्सिंग का कोर्स पूरा कर लेते हैं, उनके पास निम्न जॉब अपॉर्चुनिटी होती है।
- आयुर्वेदिक नर्स
- आयुर्वेदा हीलर
- हेल्थ केयर एडमिनिस्ट्रेटर
- आयुर्वेदा ड्रगिस्ट
- आयुर्वेदा टूर ऑपरेटर
- आयुर्वेदिक हेल्थ सुपरवाइजर
- आयुर्वैदिक हर्ब प्रोड्यूजिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन •आयुर्वेदिक फार्मिंग
- आयुर्वेद मेडिकल मैन
- आयुर्वेदिक डायटिशियन
डिप्लोमा इन आयुर्वेदिक नर्सिंग कोर्स की फीस कितनी है?
हमने आपको पहले भी यह बात बताई है कि हर राज्य में अलग-अलग इंस्टिट्यूट के द्वारा इस कोर्स को करवाया जाता है, इसीलिए यह निश्चित तौर पर तो नहीं कहा जा सकता है कि कौन से इंस्टिट्यूट के द्वारा इस कोर्स के लिए कितनी फीस तय की गई है, परंतु यह बात तो तय है कि गवर्नमेंट कॉलेज की तुलना में प्राइवेट कॉलेज में इस कोर्स की फीस ज्यादा होती है।अगर हम सरकारी कॉलेज में इस कोर्स की फीस के बारे में बात करें, तो इसकी सालाना फीस तकरीबन ₹25000 से लेकर ₹28000 के आसपास तक होती है, वहीं प्राइवेट कॉलेज में Diploma in Ayurvedic Nursing कोर्स की फीस सालाना तौर पर तकरीबन ₹35,000 से लेकर ₹48,000 के आसपास होती है।
Diploma in Ayurvedic Nursing कोर्स में एडमिशन के लिए कौन से डॉक्यूमेंट लगेंगे?
किसी भी प्रकार के कोर्स में एडमिशन लेने के लिए जब आप ऑनलाइन फॉर्म भरते हैं, तो आपको कुछ डॉक्यूमेंट भी ऑनलाइन फॉर्म भरते समय पेश करने पड़ते हैं अथवा फॉर्म भरने के बाद आपको कुछ डॉक्यूमेंट पेश करने पड़ते हैं।डिप्लोमा इन आयुर्वेदिक नर्सिंग कोर्स में एडमिशन लेने के लिए भी आपको कुछ डॉक्यूमेंट की आवश्यकता पड़ेगी।
- बारहवीं कक्षा पास की मार्कशीट
- डेट ऑफ बर्थ का प्रूफ
- स्कूल का लिविंग सर्टिफिकेट
- ट्रांसफर सर्टिफिकेट
- कैरेक्टर सर्टिफिकेट
- माइग्रेशन सर्टिफिकेट
- डोमिसाइल सर्टिफिकेट
- रेजिडेंशियल प्रूफ
- प्रोविजनल सर्टिफिकेट
- आरक्षण का सर्टिफिकेट
जब किसी कॉलेज के द्वारा डिप्लोमा इन आयुर्वेदिक नर्सिंग के कोर्स में एडमिशन के लिए नोटिफिकेशन जारी की जाती है,तो उस नोटिफिकेशन में यह भी बताया जाता है कि इस कोर्स में एडमिशन पाने के लिए कौन से डॉक्यूमेंट लगेंगे। ऐसे में आपको उस नोटिफिकेशन में जो भी डॉक्यूमेंट बताए हैं,उसे अवश्य तैयार कर लेना चाहिए, ताकि आपको एडमिशन लेते समय किसी भी प्रकार की प्रॉब्लम का सामना ना करना पड़े।
डिप्लोमा इन आयुर्वेदिक नर्सिंग कोर्स करने के बाद नौकरी कहां मिलेगी?
जब महिला अथवा पुरुष अभ्यर्थी डिप्लोमा इन आयुर्वेदिक नर्सिंग का कोर्स कंप्लीट कर लेंगे, तो उसके बाद उन्हें आयुर्वेदिक हॉस्पिटल, मेडिकल की दुकान, फार्मास्यूटिकल कंपनी, मेडिकल यूनिवर्सिटी, ब्लड बैंक, मेडिकल इक्विपमेंट सेल्स कंपनी, पब्लिक हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन, आयुर्वेदिक क्लीनिक में आसानी से नौकरी प्राप्त हो जाएगी।
इसके साथ ही अगर किसी व्यक्ति के पास इन्वेस्टमेंट करने के लिए पैसे हैं,तो वह अपना खुद का आयुर्वेदिक क्लीनिक खोल सकता है और उसके द्वारा भी पैसे कमा सकता है।इसके अलावा व्यक्ति चाहे तो अपना खुद का आयुर्वेदिक मेडिकल भी खोल सकता है और उसके द्वारा भी पैसे कमा सकता है।
Diploma in Ayurvedic Nursing कोर्स बेस्ट कॉलेज
- दिल्ली डिग्री कॉलेज,हरियाणा
- भारत इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल टेक्नोलॉजी,नई दिल्ली
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ आयुर्वैदिक फार्मास्यूटिकल साइंस, गुजरात
- देश भगत आयुर्वैदिक कॉलेज एंड हॉस्पिटल,पंजाब
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंस एंड रिसर्च, दिल्ली
- संजीवनी इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी, पंजाब
- श्री बालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड पैरामेडिकल साइंस, हरियाणा
- पंजाब पैरामेडिकल साइंस, पंजाब
- प्रज्ञान इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, झारखंड
- इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ एजुकेशन एंड रिसर्च, राजस्थान
- डीएस इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंस, उत्तर प्रदेश
- उत्तरांचल युनानी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, उत्तराखंड
Diploma in Ayurvedic Nursing Syllabus
इंडिया में अधिकतर यूनिवर्सिटी के द्वारा डिप्लोमा इन आयुर्वेदिक नर्सिंग के कोर्स में नीचे दिए गए विषयों का अध्ययन करवाया जाता है।
इंट्रोडक्शन टू आयुर्वेदा | इंट्रोडक्शन टू संस्कृत |
रस शास्त्र | प्राथमिक चिकित्सा |
फार्मास्यूटिकल बायोलॉजी | फार्मास्यूटिकल एनालिसिस |
फार्मास्यूटिकल केमेस्ट्री | द्रब्यागुना विजीनानम |
टॉक्सिकोलॉजी | पैथॉफिजियोलॉजी |
फार्मास्यूटिकल इंजीनियरिंग | फार्मोकोलॉजी |
फिजिकल फार्मेसी | शरीर क्रिया विज्ञान |
इंडस्ट्रियल फार्मेसी | Bhaishajya Kalpana |
डिप्लोमा इन आयुर्वेदिक नर्सिंग में क्या पढ़ाया जाता है?
Diploma in Ayurvedic Nursing के कोर्स में अभ्यर्थियों को आयुर्वेदिक मेडिसिन के बारे में विस्तार से बताया तथा पढ़ाया जाता है। डिप्लोमा इन आयुर्वेदिक नर्सिंग के कोर्स में अभ्यर्थी आयुर्वेदिक दवाइयों की केमिकल प्रॉपर्टी,उनके कंपोजिशन के बारे में जानकारी हासिल करते हैं, साथ ही यह भी जानते हैं कि कौन सी दवाई कितने अमाउंट में पेशेंट को देनी चाहिए। इस कोर्स में विद्यार्थियों को थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों करवाया जाता है।
डिप्लोमा इन आयुर्वेदिक नर्सिंग कोर्स में एडमिशन पाने की प्रक्रिया क्या है?
जो भी अभ्यर्थी इस कोर्स में एडमिशन पाना चाहते हैं उन्हें इस कोर्स में एडमिशन पाने के लिए मिनिमम क्वालीफिकेशन को पूरा करना पड़ेगा, जो की 12वीं कक्षा को साइंस के विषयों के साथ पास होना है।अधिकतर कॉलेज इस कोर्स में एडमिशन मेरिट लिस्ट के बेस के आधार पर ही देते हैं। इसके अलावा कुछ कॉलेज ऐसे होते हैं, जो खुद की एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन करते हैं और जो अभ्यर्थी एंट्रेंस एग्जाम को पास करते हैं, उन्हें ही इस कोर्स में एडमिशन देते हैं।
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