इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग एक अध्ययन है जो विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक इंस्ट्रुमेंट्स, उपकरणों और उनके सिस्टम जैसे संगणक, नियंत्रण पैनल, ट्रांसमीटर, सेंसर और अन्य संबंधित उपकरणों का अध्ययन करता है। इस विषय में छात्रों को अलग-अलग सेक्टर्स में इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियर के रूप में काम करने के लिए तैयार किया जाता है, जैसे कि नियंत्रण और मॉनिटरिंग सिस्टम, निर्माण यंत्र, रासायनिक कारखाने, उद्योग के सेक्टर, विज्ञान एवं अन्वेषण इत्यादि।
इस पाठ्यक्रम के अंतर्गत छात्रों को अलग-अलग विषयों के साथ अधिकृत किया जाता है जैसे- इंस्ट्रुमेंटेशन तकनीक, नियंत्रण प्रणाली, प्रोसेस कंट्रोल, सेंसर, संगणक, डाटा एक्यूइज़िशन, इलेक्ट्रॉनिक संदर्भ और अन्य टॉपिक्स।
इस पाठ्यक्रम को पूरा करने के बाद छात्र निम्नलिखित कार्यों को कर सकते हैं:
सिस्टम डिजाइनिंग और निर्माण का काम
निरीक्षण और मॉनिट
इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग का अध्ययन एक विस्तृत क्षेत्र है जो विभिन्न उद्योगों में उपयोग किए जाने वाले इंस्ट्रुमेंटेशन और कंट्रोल सिस्टमों के डिजाइन, विकास, निर्माण और अनुरक्षण से संबंधित है। यह अनुशंसित विषय विशेषतः उन छात्रों के लिए है जो संभावित रूप से औद्योगिक या अन्य संबंधित क्षेत्र में नौकरी करना चाहते हैं।
इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग के पाठ्यक्रम में निम्नलिखित विषयों पर ध्यान दिया जाता है:
मापन तंत्रों और संचालन सिस्टमों के लिए संबंधित तकनीकी विवरण
संचालन तंत्रों और सिस्टमों के लिए विभिन्न प्रकार के संगणकीय नियंत्रण सिस्टम के विकास और अनुप्रयोग
संचालन तंत्रों के लिए विभिन्न प्रकार के सेंसर तकनीक और अनुप्रयोग
संचालन तंत्रों के लिए प्रोग्रामेबल लॉजिक कंट्रोलर (PLC) और ह्यूमन मशीन इंटरफेस (HMI) के विकास और अनुप्रयोग
इसके अलावा, इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीन
इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग कोर्स को भारत के कुछ टॉप इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रदान किया जाता है जैसे:
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT)
डेल्ही टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (DTU)
बीएमएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (BMSEC), बंगलौर
रजिव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (RGUKT), तेलंगाना
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NIT)
इन संस्थानों में इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग कोर्स आमतौर पर हिंदी में नहीं पढ़ाया जाता है, लेकिन कुछ संस्थान अंग्रेजी के साथ-साथ हिंदी में भी कोर्स प्रदान करते हैं। यह आपके लिए आसान हो सकता है अगर आप इंग्लिश में स्टडी करने में कमजोर हैं।