Saturday, September 24, 2022

लाइब्रेरी साइंस कोर्स

स्‍कूल कॉलेज हों या फिर सरकारी व प्राइवेट संस्‍थान हर जगह डॉक्यूमेंट्स को संभालने व संरक्षण करने के लिए लाइब्रेरी का उपयोग होता है। इस लाइब्रेरी में किताबों की देखभाल करने वाले को लाइब्रेरियन कहा जाता है। अगर आपको भी किताबों से प्‍यर है और ज्ञान के भंडार के बीच अपना समय बीताना चाहते हैं, तो लाइग्ररियन बन सकते हैं, इसके लिए आपको लाइब्रेरी साइंस का कोर्स करना पड़ेगा, जिसके बाद आप लाइब्रेरी अटेंडेंट, लाइब्रेरी असिस्टेंट, जूनियर लाइब्रेरियन और लाइब्रेरियन जैसे पदों पर रहकर अच्‍छा करियर बना सकते हैं। 
क्या है लाइब्रेरी सांइस का कोर्स
लाइब्रेरी साइंस का दायरा काफी बड़ा है, आज के समय यह एक हाईटेक कार्य के रूप में जाना जाता है। इसलिए इसमें करियर के अवसर भी काफी ज्यादा नजर आ रहे हैं। इस कोर्स के तहत छात्रों को लाइब्रेरी और इंफॉर्मेशन सिस्टम मैनेजमेंट, डॉक्यूमेंटेशन, मैनुस्क्रिप्ट, कैटलॉग, बिबलियोग्राफी आदि के बारे में पढ़ाया जाता है। इस क्षेत्र में अगर आप करियर बनाना चाहते हैं, तो आपको कंप्यूटर की बेसिक जानकारी भी होना जरूरी है। क्योंकि आजकल सारे डेटा और रिकॉर्ड कंप्यूटर पर ही रखे जाते हैं।

लाइब्रेरी साइंस में कोर्स
अगर आप लाइब्रेरी साइंस में करियर बनाना चाहते हैं तो आप डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं। इसके लिए कैंडिडेट्स को किसी भी स्ट्रीम से 12वीं पास होना चाहिए। वहीं बैचलर इन लाइब्रेरी साइंस या बैचलर इन लाइब्रेरी एंड इन्फॉर्मेशन साइंस के लिए आपको किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएट होना होगा। बैचलर करने के बाद आम मास्टर इन लाइब्रेरी साइंस भी कर सकते हैं। इसके बाद आप एमफिल या पीएचडी कर रिसर्च या टीचिंग के सेक्टर में भी जा सकते हैं।
करियर स्‍कोप क्‍या है
लाइब्रेरी साइंस में इस समय जॉब्‍स की कमी नहीं है, लाइब्रेरी साइंस में ग्रेजुएट होने के बाद आप सरकारी और प्राइवेट दोनों सेक्टर में जॉब कर सकते हैं। जिस तरह से दिन- प्रतिदिन यूनिवर्सिटी और कॉलेज की संख्या बढ़ रहा है, ठीक उसी प्रकार इस सेक्टर में जॉब के अवसर भी बढ़ रहे हैं। आप किसी भी स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, प्राइवेट संस्थान, प्राइवेट लाइब्रेरी, म्‍यूजियम आदि में लाइब्रेरियन के तौर पर काम कर सकते हैं।
इसके अलावा न्यूज़पेपर और न्यूज़ चैनल्स में भी लाइब्रेरियन की नियुक्ति की जाती हैं। अब तो कॉरपोरेट कंपनियों में भी लाइब्रेरी को प्रमोट किया जाता है, ऐसे में यहां पर भी अच्छी सैलेरी के साथ जॉब मिल सकती है। अब जमाना डिजिटल हो चुका है, इसलिए अब ऑनलाइन लाइब्रेरी या कंप्यूटर लाइब्रेरी, डिजिटल लाइब्रेरी का चलन तेजी से बढ़ा है।

करियर ऑप्‍शन क्‍या है
अब लाइब्रेरी साइंस काफी विकसित सेक्टर के रूप में जाना जाता है। जिसकी जरूरत हर जगह पर पड़ती है। जिसके कारण इस क्षेत्र में करियर के अनेक ऑप्शन हैं। आप कोर्स पूरा कर निम्‍न पदों पर रहकर करियर बना सकते हैं। जिसमें जूनियर लाइब्रेरियन, सहायक लाइब्रेरियन, डिप्टी लाइब्रेरियन, लाइब्रेरियन, लाइब्रेरी अटेंडेंट, पुस्तकालय सहायक, शोधकर्ता व वैज्ञानिक, सलाहकार, तकनीकी सहायक, अभिलेख प्रबंधक, सूचना केंद्र का प्रमुख, वरिष्ठ सूचना विश्लेषक, कानून लाइब्रेरियन, इंडेक्सर, सूचना वास्तुकार, पुरालेखपाल शामिल है।
कितनी मिलती है सैलरी
लाइब्रेरी साइंस में कोर्स करने के बाद आप प्रेशर के तौर पर 20 से 30 हजार रूपए कमा सकते हैं, इसके बाद जिस तरह से आपका अनुभ्‍व बढ़ेगा, उसी के अनुसार आपका पद और वेतन भी बढ़ेगा। वहीं अगर आपकी जॉब गवर्नमेंट सेक्‍टर में लग गया तो आप हर माह लाखों रुपए कमा सकते हैं।

कहां से करें कोर्स
  1. इलाहाबाद यूनिवर्सिटी, इलाहाबाद
  2. पटना विश्वविद्यालय, पटना
  3. दिल्ली यूनिवर्सिटी, दिल्ली
  4. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, अलीगढ़
  5. एमजेपी रुहेलखंड यूनिवर्सिटी, बरेली
  6. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
  7. चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी, मेरठ
  8. लखनऊ यूनिवर्सिटी
  9. गुरुघासीदास यूनिवर्सिटी, छत्तीसगढ़
  10. सीएसजेएम यूनिवर्सिटी, कानपुर
  11. बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी, झांसी
  12. महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी, गुजरात
  13. जामिया मिल्लिया इस्लामिया, नई दिल्ली
  14. उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी, हल्द्वानी

Tuesday, September 20, 2022

ग्रीन इन्फ्रास्ट्रक्चर' में करियर

र्यावरण को बेहतर बनाने और सार्वजनिक स्थलों को आकर्षक बनाने के लिए अब 'ग्रीन इन्फ्रास्ट्रक्चर' पर जोर दिया जा रहा है। यह इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के लिए स्किल्ड प्रोफेशनल्स की जरूरत होती है, जिन्हें लैंडस्केप आर्किटेक्ट्स कहा जाता है। अगर आपको आर्किटेक्चर में रुचि है और आप पर्यावरण को बेहतर बनाने में अपना योगदान देना चाहते हैं, तो यह फील्ड आपके लिए परफेक्ट है।

क्या है लैंडस्केप आर्किटेक्चर?

यह आर्किटेक्चर की सब-ब्रांच है, जिसमें सार्वजनिक स्थलों, लैंडमार्क्स या पार्क्स आदि को डिजाइन करना, उनकी प्लानिंग करना और उनका मैनेजमेंट शामिल होता है। लैंडस्केप आर्किटेक्ट्स अपनी विशेषज्ञता के जरिए जगह की जरूरत को देखते हुए ऐसी डिजाइन तैयार करते हैं, जो देखने में आकर्षक होती हैं। इसमें हरियाली का भी खास खयाल रखा जाता है।

कौन-से कोर्स?

इस फील्ड में करियर बनाने के लिए 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स विषय होना जरूरी है। इसके बाद आप बैचलर इन आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग, बैचलर ऑफ लैंडस्केप आर्किटेक्चर या बैचलर ऑफ साइंस इन लैंडस्केप आर्किटेक्चर का कोर्स कर सकते हैं।

भविष्य की संभावनाएं

आप सरकारी या प्राइवेट सेक्टर में अर्बन प्लानिंग, साइट प्लानिंग, एन्वायर्नमेंट प्लानिंग, रियल एस्टेट और ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर ऑर्गेनाइजेशन्स व कंपनीज में काम कर सकते हैं या अपना बिजनेस भी शुरू कर सकते कमाई कितनी? इस फील्ड में शुरुआत 2-4 लाख रुपए के एनुअल पैकेज से होती है। थोड़े अनुभव के बाद 8-10 लाख रुपए के एनुअल पैकेज पर जॉब मिल सकती है।

कैसी है वर्क प्रोफाइल?

इस फील्ड में आप लैंडस्केप आर्किटेक्ट, साइट डिजाइनर, सिविल इंजीनियर, आर्किटेक्ट, डिजाइनर, आर्किटेक्ट मैनेजर, लैंडस्केप कंसल्टेंट, लैंडस्केप आर्किटेक्ट सुपरवाइजर आदि के तौर पर काम कर सकते है।

जरूरी स्किल्स

इस फील्ड में सफल होने के लिए आपमें क्रिएटिविटी के साथ-साथ डिजाइन को समझने का एप्टिट्यूड भी होना चाहिए। कम से कम स्पेस में बेहतरीन डिजाइन तैयार करने की कला आपमें होनी चाहिए। इसके अलावा अलग-अलग तरह के पौधों के बारे में अच्छी जानकारी होनी चाहिए।

प्रमुख संस्थान

- एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग

- स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर

- सीसीएलएस कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर एंड डिजाइन सीईपीटी यूनिवर्सिटी

- डॉ. भानुबेन नानावटी कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर फॉर विमेन

- डॉ. एमजीआर एजुकेशनल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट-- 

Sunday, September 18, 2022

बी. टेक बायोटेक्नोलॉजी

बी. टेक बायोटेक्नोलॉजी एक undergraduate स्तर का कोर्स है। इसकी फुल फॉर्म है Bachelor of technology in biotechnology है। इस कोर्स में बायोलॉजी और केमिकल इंजीनियरिंग के एक साथ प्रयोग से सजीव जीवों और उनसे मिलने वाले उत्पादों को और अधिक बेहतर बनाने पर काम किया जाता है।

बी. टेक बायोटेक्नोलॉजी 4 वर्षीय पाठ्यक्रम है जिसे 8 सेमेस्टरों में आयोजित किया जाता है। वर्तमान समय में विज्ञान संकाय के छात्रों द्वारा चयनित किया जाने वाला यह एक पसंदीदा कोर्स है।

● अनिवार्यता (Eligibility)

बी. टेक बायोटेक्नोलॉजी कोर्स में प्रवेश के लिए छात्र का किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वी में 50 से 60% अंक के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य है इसके साथ ही छात्र 12वी में विज्ञान संकाय से होना चाहिये और उसके पास physics, chemistry, biology या mathematics विषय होने चाहिए।

B.Tech biotechnology में एडमिशन मेरिट और इंट्रैन्स एग्जाम के आधार पर होता है। एडमिशन के लिए छात्रों को JEE mains and JEE advance जैसी प्रवेश परीक्षा पास करनी होती हैं।

● फीस (Fees) – सरकारी और प्राइवेट कॉलेज के अनुसार आपके कोर्स की फीस निर्धारित होती है। तो आपके पूरे कोर्स की फीस लगभग 25 हजार से 7 लाख तक हो सकती है।

● कैरियर (Job & Career) – अगर आप आगे पढ़ाई करना चाहते है इस क्षेत्र में तो M.Tech biotechnolgy भी कर सकते हैं।

यदि आप जॉब में कैरियर बनाना चाहते हैं तो आप प्राइवेट और सरकारी दोनो सेक्टर में काम कर सकते हैं। B.Tech biotechnology डिग्री प्राप्त करने के बाद आप biochemist, lab technician, research scientist, biotech analyst आदि की जॉब कर सकते हैं।

इनके अलावा आप मेडिकल, फ़ूड सेक्टर , केमिकल सेक्टर , हॉस्पिटल, रिसर्च सेंटर, लैबोरेटरी, एजुकेशनल इंस्टिट्यूट, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, एग्रीकल्चर विभाग, एनिमल हसबैंडरी, पर्यावरण विभाग आदि में जॉब कर सकते हैं।

● सैलरी (Sallery) – B.Tech बायोटेक्नोलॉजी के बाद जॉब में सैलरी प्रत्येक पोस्ट के आधार पर अलग अलग होती है परन्तु कम से कम सैलरी इसमे लगभग 5 लाख से 8 लाख प्रतिवर्ष होती ही है।

इसके बाद आपके अनुभव और आपकी काबिलियत के आधार पर आप इस सेक्टर में अच्छी कमाई कर सकते हैं और अपनी आय को 15 लाख और इससे अधिक भी बढ़ा सकते हैं।

Monday, September 12, 2022

फॉरेंसिक साइंस में CAREER

फॉरेंसिक साइंस की फील्ड में काम करने वाले प्रोफेशनल फॉरेंसिक साइंस साइंटिस्ट या फॉरेंसिक साइंस एक्सपर्ट्स कहलाते हैं। फॉरेंसिक साइंस साइंटिस्ट्स टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके क्राइम स्पॉट पर मौजूद सबूतों की जाँच करते हैं और अपराधियों को पकड़ने में मदद करते हैं। इसके लिए वे क्राइम सीन, ब्लड सेंंपल, डीएनए प्रोफाइलिंग आदि की जांच करते हैं।
फॉरेंसिक साइंस का इस्तेमाल आपराधिक मामलों की जांच और कानूनी प्रक्रियाओं के लिए किया जाता है। फॉरेंसिक साइंस में केमिस्ट्री, बायोलॉजी, फिजिक्स, जियोलोजी, साइकोलॉजी, सोशल साइंस, इंजीनियरिंग आदि फील्ड्स शामिल होती हैं। इस फील्ड में काम करने वाले प्रोफेशनल फॉरेंसिक साइंस साइंटिस्ट या फॉरेंसिक साइंस एक्सपर्ट्स कहलाते हैं। फॉरेंसिक साइंस साइंटिस्ट्स टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके क्राइम स्पॉट पर मौजूद सबूतों की जाँच करते हैं और अपराधियों को पकड़ने में मदद करते हैं। इसके लिए वे क्राइम सीन, ब्लड सेंंपल, डीएनए प्रोफाइलिंग आदि की जांच करते हैं।

कोर्स

फॉरेंसिक साइंस में करियर बनाने के लिए 12th में साइंस होनी ज़रूरी है। आप फोरेंसिक साइंस एंड क्रिमिनोलॉजी या फॉरेंसिक साइंस एंड लॉ में एक वर्षीय डिप्लोमा कर सकते हैं। आप फॉरेंसिक साइंस 3 साल की बीएससी, 2 साल की एमएससी भी कर सकते हैं। इस फील्ड में स्पेशलाइजेशन और रिसर्च करने के इच्छुक हों तो फॉरेंसिक साइंस में पीएचडी और एमफिल भी कर सकते हैं।

जरूरी स्किल्स

एक फॉरेंसिक साइंस साइंटिस्ट को जिज्ञासु होना चाहिए और साहसिक कार्यों में दिलचस्पी होनी चाहिए। इस फील्ड में हर कदम पर चुनौती है इसलिए आपको दिमागी तौर पर मजबूत होना जरूर है। इसके साथ ही आपके अंदर मजबूत कम्युनिकेशन स्किल्स होना भी बेहद जरूरी है। एक फॉरेंसिक साइंस साइंटिस्ट को कई तरह की टेस्ट रिपोर्ट लिखनी होती हैं इसलिए आपकी राइटिंग स्किल्स भी अच्छी होनी चाहिए।फॉरेंसिक साइंस साइंटिस्ट को सबूतों की जाँच करनी होती है इसलिए आपको एकाग्रता और सतर्कता के साथ काम करना आना चाहिए।    


जानें कहां मिलेगी नौकरी

इस फील्ड में सरकारी और प्राइवेट जॉब्स की भरमार है। फॉरेंसिक साइंस में डिग्री हासिल करने के बाद आपको पुलिस, लीगल सिस्टम, इंवेस्टिगेटिव सर्विस जैसी जगहों पर जॉब मिल सकती है। वहीं, कोई प्राइवेट एजेंसी भी आपको बतौर फॉरेंसिक साइंटिस्ट्स जॉब ऑफर कर सकती है। अगर आप में योग्यता है तो आपको फॉरेंसिक साइंटिस्ट इंटेलि‍जेंस ब्यूरो और सीबीआई में भी नौकरी का अवसर प्राप्त हो सकता है। इसके अलावा आप किसी फॉरेंसिक साइंस शिक्षण संस्थान में टीचर के रूप पढ़ा कर अच्छी सैलरी कमा सकते हैं। 

सैलरी

योग्यता के आधार पर आपको शुरुआत में 20-50 हजार रुपये प्रतिमाह तक सैलरी मिल सकती है। समय के साथ अनुभव होने पर आप 6 से 8 लाख रुपये तक महीना कमा सकते हैं।