Friday, July 9, 2021

आईटी सेक्टर में बेशुमार जॉब्स

देश ने 1991 के बाद उदारीकरण के दौर में आर्थिक क्षेत्र (Economic Field) में अभूतपूर्व कामयाबी हासिल की है। आज भारत दुनिया की तीसरी बडी आर्थिक महाशक्ति (Economic Power) बनने की ओर है। देश हर स्तर पर बडे बदलावों का गवाह बन रहा है। उद्योग हो या फिर शिक्षा, विदेशी व्यापार या फिर इंफ्रास्ट्रक्चर, सभी जगह बदलाव आसानी से देखे जा सकते हैं। कल तक यूरोप व अमेरिका का कॉपीराइट समझे जाने वाले आईटी यानि इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में भारत सबसे आगे है और भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स की मांग सभी जगह है। बमुश्किल  डेढ दो दशक पहले स्लो व रफ्तार से चल रही टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, विप्रो, टेक महिंद्रा, इंफोसिस, एचसीएल, सत्यम कंप्यूटर्स, एल एंड टी इंफोटेक, जेनपैक्ट, पाटनी, फ‌र्स्ट सोर्स सोल्यूशन जैसी कंपनियां आज आईटी क्रांति (Information Technology Revolution) के पहियों पर सवार हैं। इनके तिमाही, अर्धवार्षिक, वार्षिक नतीजे इसी बात की तस्दीक करते हैं। इस लिहाज से यह क्षेत्र कॅरियर (Career) का सबसे बेहतरीन ऑप्शन बन चुका है। यही कारण है कि सभी स्टूडेंट्स की पहली च्वाइस आईटी होती है। यदि आप भी बेहतर कॅरियर की तलाश में हैं, तो आईटी व‌र्ल्ड में इंट्री करके हैवी सैलरी वाली नौकरी कर सकते हैं।

क्या है आईटी सेक्टर

वे सभी चीजें जो कंप्यूटर, सॉफ्टवेयर, नेटवर्किग, इंटरनेट, वेबसाइट, डेटाबेस, टेलीकम्युनिकेशन जैसी चीजों से जुडी हैं, आईटी क्षेत्र में आती हैं। सॉफ्टवेयर के साथ हार्डवेयर टेक्नोलॉजी, बीपीओ (Business Process Outsourcing), केपीओ (Knowledge Process Outsourcing), एलपीओ (Legal Process Outsourcing) आईटी कंसलटेंसी, सॉफ्टवेयर टीचिंग, सॉफ्टवेयर टेस्टिंग, सिस्टम इंस्टॉलेशन, रिसर्च एंड डेवलपमेंट जैसे बहुत से काम इन्हीं में आते हैं। इन दिनों जॉब्स (Jobs) का तेजी से मशीनीकरण हो रहा है, क्या सरकारी, क्या प्राइवेट सभी दफ्तर कम्प्यूटरीकृत (Computerized) हो रहे हैं, छोटे से छोटे काम के लिए भी आपका टेक्नोलॉजी सेवी होना आवश्यक हो चुका है। आज तकनीकी ज्ञान (Technical Knowledge) के बगैर जॉब मार्केट (Job Market) में आप कहीं नहीं ठहरते। ऐसे बदलते दौर में आईटी सेक्टर (Information Technology Sector) में काम कर रहे पेशेवरों के काम का दायरा भी बढा है। आज की तारीख में भारत, विश्व में आई टी सेक्टर का सिरमौर बना हुआ है। जहां कर्मचारियों की कडी मेहनत और प्रबंधकों की दमदार व्यापारिक रणनीति की बदौलत तमाम जानी मानी कंपनियां इस क्षेत्र में आज तरक्की की नई इबारत लिख रही हैं।

भारत के परिप्रेक्ष्य में क्या है महत्व

देश की ग्रोथ में आईटी क्षेत्र (Information Technology Sector) की भूमिका महत्वपूर्ण हो चुकी है। दरअसल यह वह सेक्टर है, जिसने देश की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था में बदला, लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाया, तो प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से लोगों के जीवन को ज्यादा सुविधाजनक भी बनाया। इस सेक्टर के तेज विकास का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है  कि 1994 में जहां आईटी सेक्टर का रेवेन्यू 63 अरब रुपये के आसपास था, तो वहीं आज यह 1276 अरब रुपये के ऊपर पहुंच चुका है। नेस्कॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस सेक्टर की सालाना ग्रोथ (Annual Growth) 25 फीसदी दर्ज की जा रही है। परिणामस्वरूप करीब 20 लाख लोग आज प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष रूप से इस सेक्टर में रोजगार पा रहे हैं। ऐसे में विशेषज्ञों की मानें तो आज आइटी सेक्टर में लगाया गया हर 1 रुपया भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) को दो रुपये का फायदा देती है। ऐसे में इस क्षेत्र को भारतीय अर्थव्यवस्था का पावर बूस्टर कहा जा सकता है।

क्या हैं योग्यताएं

इन कोर्सो में प्रवेश की न्यूनतम योग्यता (Minimum Academic Qualification) 12वीं (पीसीएम ग्रुप) है। बारहवीं के बाद आप बीटेक (Bachelors of Technology) कर सकते हैं। आईआईटी (Indian Institute of Technology) सहित देश की प्रमुख यूनिवर्सिटी या संस्थानों में इससे संबंधित कोर्स उपलब्ध हैं। अमूमन सभी कंपनियां आज इस क्षेत्र में प्रोफशनल डिग्री होल्डर्स (Professional Degree Holders) को वरीयता देती हैं। ऐसे में आपके लिए जरूरी हो जाता है कि 12वीं बाद इस फील्ड में कम से कम ग्रेजुएट लेवल  का कोर्स पूरा करें। वहीं इस क्षेत्र में खासे पॉपुलर हो चुके शार्ट टर्म कोर्सों जैसे डीसीए, डी कैप, हार्डवेयर नेटवर्किग, ए लेवल, ओ लेवल, बी लेवल आदि के लिए आपको 12 वीं में किसी खास स्ट्रीम की जरूरत नहीं पडती है। कहने का आशय यह है कि आईटी से संबंधित कुछ कोर्स के लिए साइंस स्ट्रीम (Science Stream) की जरूरत नहीं पडती है।

क्यों बन रहा है कॅरियर का हॉट सेक्टर

आईटी सेक्टर में बढते मुनाफे के चलते एक ओर पुरानी कंपनियों की ग्रोथ बढी, तो वही नई-नई आईटी कंपनियों ने भी बाजार में अपने कदम रखे। इस क्षेत्र की तेज रफ्तार को इस बात से समझा जा सकता है अंतरराष्ट्रीय मार्केट (International Market) में कुल आउटसोर्स वर्क का 51 प्रतिशत भारत से ही निर्यात होता है, वहीं देश के कुल निर्यात में इसका हिस्सा करीब 75 प्रतिशत के आस पास है। ये सभी बातें एक ही ओर इशारा करती हैं कि इस ग्रोइंग सेक्टर में कॅरियर अपॉरचुनिटी (Career Opportunity) की कमी नहीं है।

किन क्षेत्रों में है अवसर

आईटी क्षेत्र से डिग्री, डिप्लोमा व शॉर्ट टर्म कोर्स करने के बाद अवसरों की भरमार है। आज देश के हर छोटे बडे संस्थान का कंप्यूटरीकरण हो चुका है। जाहिर है इनके इंस्टॉलेशन से लेकर, तकनीकी खराबियां (Technical Defects) दूर करने, नए सॉफ्टवेयर अपलोड करने तक में आईटी प्रोफेशनल्स की बडी भूमिका होती है। यही नहीं, देश की तमाम सॉफ्टवेयर कंपनियां (Software Companies) भी इस क्षेत्र के हाइली क्वालीफाइड युवाओं को विशेषज्ञ या प्रोफेशनल के तौर पर जगह दे रही हैं। यदि आप सिस्टम इंस्टॉलेशन, नेटवर्किंग, हार्डवेयर रिपेयरिंग जैसे कामों में दक्ष हैं तो इस फील्ड में अपना खुद का काम भी शुरू किया जा सकता है।

कौन कौन से हैं पद

देश की तमाम आईटी कंपनियां (Information Technology Companies) इन दिनों देश में ही जॉब पैदा कर रही हैं, जिसके चलते युवाओं को जॉब के लिए विदेश जाने की जरूरत नहीं पडती। आईटी क्षेत्र में तो आज रिवर्स ब्रेन ड्रेन का चलन हो चुका है। देश में हैदराबाद (Hyderabad), मुंबई (Mumbai),बंगलौर (Bangalore), पुणे (Pune), चेन्नई (Chennai), एनसीआर भारत ही नहीं पूरी दुनिया के लिए आईटी के नए हब साबित हो रहे हैं। इन आईटी हब्स में सॉफ्टवेयर टेक्नीशियन, सॉफ्टवेयर टेस्टर, सॉफ्टवेयर डिजाइनर, विंडो सिस्टम इंजीनियर, जावा सॉफ्टवेयर डेवलेपर, नेट प्रोग्रामर, वर्कफ्लो इंटीग्रेशन स्पेशलिस्ट के तौर पर काम किया जा सकता है।

दूर देशों की पहली पसंद

आईटी प्रोफेशनल्स की विदेश में सबसे अधिक मांग है। यही कारण है कि इससे संबंधित प्रोफेशनल्स को हैवी सैलरी पर नियुक्ति होती है। आज उन विदेशी कंपनियों (Foreign Companies) की कमी नहीं है, जो प्रोफशनल क्षमताओं व डिग्रियों से लैस भारतीय पेशेवरों को हाथों हाथ लेती हैं। विदेशों में जिन प्रमुख पदों पर आईटी प्रोफेशनल की आज सख्त जरूरत महसूस की जा रही है, उनमें नेट प्रोग्रामर, वर्कफ्लो इंटीग्रेशन स्पेशलिस्ट, विंडो सिस्टम इंजीनियर, जावा सॉफ्टवेयर डेवलपर,सीनियर जावा एप्लीकेशन डेवलपर, वेब फोकस डेवलपर, आरएमए टेक्नीशियन, आदि प्रमुख हैं।

 पहली पसंद

आनेवाले समय में इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी का भविष्य गोल्डन है। सैलरी का बेहतर पैकेज और नई चीजें सीखने की वजह से टॉपर्स इस ट्रेड को पहली वरीयता दे रहे हैं। हालांकि आने वाले समय में इंटरनेशनल स्तर पर प्रतिस्पर्धा बढेगी और नौकरियों (Jobs) के लिए कडा मुकाबला होगा। सूचना प्रौद्योगिकी (Information Technology) के वर्तमान और भविष्य के संबंध में आईआईटी, कानपुर के निदेशक प्रो.एस.जी. धांडे ने कहा कि आईटी कम्युनिकेशन का सशक्त माध्यम बनकर उभरा है, जिसकी समाज को हमेशा जरूरत पडेगी। प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश..

किस स्किल्स के स्टूडेंट आईटी को कॅरियर बनाएं?

सबसे पहले इस क्षेत्र में रुचि होना जरूरी है। मैथमैटिक्स अच्छी होने के साथ लॉजिकल होना आवश्यक है। इसके अलावा कम्युनिकेशन स्किल्स के साथ प्रेजेंटेशन बढिया होना चाहिए। यदि अंग्रेजी भाषा पर पकड है, तो इस फील्ड में शिखर तक की सफलता दिला सकती है।

क्या स्टूडेंट अन्य ट्रेडों की अपेक्षा अब भी आईटी को पहली वरीयता दे रहे हैं?

इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी से संबंधित जॉब्स वातानुकूलित कमरे में होता है और नौकरियां भी काफी हैं। अन्य ट्रेडों की तुलना में देश के अलावा विदेशों में भी अच्छा वेतन मिलता है। जब इतनी सारी खूबियां इस फील्ड की हैं तो आईटी को प्रथम वरीयता क्रम में शामिल करना स्वाभाविक है।

आईटी सेक्टर के उभरते सेक्टर कौन से हैं?

आईटी इस समय जॉब के लिहाज से पारस पत्थर की तरह हो गया है। जिस क्षेत्र में इसकी पहुंच बढ रही है, वहां क्रांतिकारी प्रगति (Revolutionary Progress) हो रही है। यह फील्ड अकाउंटिग, केपीओ,  लीगल आउटसोर्सिग तक अपना दायरा बढा चुका है। कम्युनिकेशन और कम्प्यूटिंग को आईटी का भविष्य कह सकते हैं। मोबाइल और वर्तमान में आप जो भी देख रहे हैं, इससे भी बढकर इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी सुदृढ होने वाली है। इंफॉर्मेंशन टेक्नोलॉजी जितनी सुदृढ हुई है, उसमें आईआईटी का अहम रोल है। हम लोगों ने एजुकेशन और रिसर्च के क्षेत्र में बहुत किया है जो आज सामने है।

आईटी के प्रमुख क्षेत्र

आईटी प्रोफेशनल्स (IT Professionals) की सभी क्षेत्रों में काफी मांग है, क्योंकि सभी क्षेत्र सूचना तकनीक (Information Technology) से जुडना चाहते हैं। इस क्षेत्र का वर्गीकरण करें तो यह कई रूपों में हमारे सामने होगा। आईटी के प्रमुख और महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं :

सॉफ्टवेयर

देश के लिहाज से सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री व आईटी एक दूसरे के पर्याय माने जाते हैं। असल में कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर क्षेत्र में कार्यरत कंपनियों का मुख्य काम पूरी दुनिया में फैले अपने क्लाइंट्स के लिए अलग-अलग तरह के सॉफ्टवेयर विकसित करना व उन्हें अमल में लाना होता है। अलग-अलग सेक्टर्स में काम करने के लिए तरह तरह के सॉफ्टवेयर्स की जरूरत पडती है। बैंक, मीडिया, इंश्योरेंस, टेलीकॉम, हॉस्पिटेलिटी,  एजूकेशन, रेलवे, इंटरटेनमेंट, सिक्योरटी जैसे तमाम क्षेत्र हैं, जहां हमेशा अलग-अलग व अपगे्रडेड सॉफ्टवेयर्स की जरूरत पडती है। ऐसे में इस क्षेत्र में ली गई इंट्री आपके लिए वरदान बन सकती है।

आईटी हार्डवेयर

वे सभी चीजें, जिन्हें आप देख सकते हैं, जिनका भौतिक इस्तेमाल कर सकते हैं, हार्डवेयर में आती हैं। आईटी क्षेत्र में डेस्कटॉप, लैपटॉप, स्टोरेज डिवाइस, नेटवर्किंग डिवाइस, एलसीडी इन्हीं सबमें शामिल की जाती है। हांलाकि  इस फील्ड में अभी काम की ज्यादा संभावनाएं घरेलू मार्केट (Domestic Market) में ही है, फिर भी इस क्षेत्र की तेज ग्रोथ आज नए अवसर सामने ला रही है।

आईटी बिजनेस प्रोसेसिंग आउटसोर्सिग

आज दुनिया की कई जानी मानी कंपनियां अपने बढी जरूरतों व काम को पूरा करने के लिए इन्हें दूसरी कंपनियों को स्थांनांतरित कर देती है। जिसके कई फायदे हैं। एक तो मूल कंपनी की मार्केट वैल्यू व भरोसा लोगों के बीच कायम रहता है। दूसरा, लोगों को इनके इन डिमांड के चलते रोजगार के अवसर भी मिलते हैं। आज यह फील्ड अकाउंटिग, केपीओ,  लीगल आउटसोर्सिग तक अपना दायरा बढा चुकी है। इसको इस बात से समझ सकते हैं कि आज आईटी से जुडी इस अपेक्षाकृत नई इंडस्ट्री में 400 से ज्यादा कंपनियां कदम रख चुकी हैं। वही दो लाख से ज्यादा लोगों को यहां सीधा रोजगार मिला हुआ है। इस सेक्टर की इससे भी बडी खासियत इसका जॉब सेंट्रिक नेचर है।

आईटी एजुकेशन

यह फील्ड आपको आईटी सेक्टर में जाने लायक बनाने के लिए उपयुक्त ट्रेनिंग देने का काम करता है। इसमें कई कंपनियां भी शामिल हैं, जो जावा, ओरेकल जैसे ट्रेनिंग कोर्स उपलब्ध कराती हैं। हाल ही में कुछ आईटी कंपनियों ने स्कूल कॉलेजों में भी अपने ये ट्रेनिग प्रोग्राम (Trening Program) शुरू किए हैं। पढने-पढाने वालों के लिए यह सेक्टर काफी बेहतर विकल्प बनकर उभर रहा है।

रुचि के अनुरूप कोर्स

इस सेक्टर की मांग और वैश्विक जरूरतों को देखते हुए आईटी क्षेत्र में नए-नए कोर्स लॉन्च हो रहे हैं, वहीं पुराने कोर्स भी उतनी ही डिमांड में हैं। इस फील्ड में बीसीए, एमसीए, बीटेक, एमटेक (कंप्यूटर सांइस), बीएससी, एमएससी (कम्प्यूटर सांइस), शार्ट टर्म कोर्सेज में सॉफ्टवेयर टेस्टिंग, ए लेवल,बी लेवल,ओ लेवल, डीसीए, डी-कैप जैसे कोर्सेज प्रमुख हैं।

प्रमुख संस्थान

इस क्षेत्र में बढे रूझान की वजह से सरकारी व प्राइवेट शिक्षा तंत्र ने आईटी सेक्टर पर खास तौर पर ध्यान देना शुरू किया है। इस क्षेत्र में प्रमुख संस्थान हैं

आईआईटी

आईआईआईटी

एनआईटी

जाधवपुर यूनिवर्सिटी

एमएसआईटी,नई?दिल्ली

अन्नामलाई यूनिवर्सिटी

एमएनएनआईटी,इलाहाबाद

एचबीटीआई,कानपुर

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