साइंस से 12वीं करने वाले छात्रों के बीच इंजीनियरिंग और मेडिकल में करियर बनाना काफी लोकप्रिय विकल्प है।मेडिकल के क्षेत्र में कई विकल्प होते हैं। कई लोकप्रिय और अच्छे विकल्पों में से एक विकल्प आंखों के डॉक्टर बनने का भी है।हम आपको आज इस लेख में 12वीं के बाद आंखों के डॉक्टर कैसे बने, ये बताएंगे।
ऑप्टोमेट्री कोर्स करने के बाद आप आंखों के स्पेशलिस्ट यानी ऑप्टोमेट्रिस्ट बन जाते हैं।जी हां, ऑप्टोमेट्री कोर्स आंखों के डॉक्टर बनने के लिए होता है। ऑप्टोमेट्री एक हेल्थकेयर प्रोफेशन है, जो आंखों की देखभाल, दृष्टि और दृश्य प्रणाली पर केंद्रित है।एक ऑप्टोमेट्रिस्ट लोगों के देखने के लेंस को सही करने, चश्मा लगाने और आंखों की बीमारी का इलाज करने में सक्षम होता है।
प्राप्त करें ये डिग्री
फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी से 12वीं करने के बाद उम्मीदवारों को पहले MBBS डिर्गी प्राप्त करनी होगी। उसके लिए उम्मीदवार AIIMS, NEET आदि प्रेवश परीक्षा में भाग ले सकते हैं।MBBS करने के बाद उम्मीदवारों को ऑप्टोमेट्री में MS/MD का डिग्री प्राप्त करनी होगी। इसके साथ ही आप मास्टर इन ऑप्टोमेट्री (M.Sc) और बैचलर इन ऑप्टोमेट्री (B.Sc) भी कर सकते हैं।साथ ही आप ऑप्टोमेट्री में डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं।
क्या है स्कोप?
योग्य ऑप्टोमेट्रिस्ट के पास नौकरी के कई अवसर उपलब्ध होते हैं। आप अस्पतालों के नेत्र विभाग में काम कर सकते हैं, तो कोई ऑप्टोमेट्रिस्ट के अधीन काम कर सकते हैं।इसके साथ ही एक ऑप्टोमेट्रिस्ट अपना खुद का क्लीनिक भी खोल सकते हैं।इनके बीच एक और लोकप्रिय करियर विकल्प अपनी ऑप्टिकल दुकान खोलने का है।ऑप्टोमेट्रिस्ट लेंस और नेत्र उपकरणों को बनाने के लिए एक स्थापित ऑप्टिकल फर्मों के लिए भी काम कर सकते हैं।
इस प्रसिद्ध कॉलेजों में ले प्रवेश
किसी भी क्षेत्र में एक अच्छा करियर बनाने के लिए आपको एक अच्छे कॉलेज में प्रवेश लेना चाहिए। आप कॉलेज में रहकर ही सारी चीजें सीखते हैं और एक अच्छा ऑप्टोमेट्रिस्ट बनने के लिए सही स्किल्स का होना जरुरी है।ऑप्टोमेट्रिस्ट बनने के लिए कुछ टॉप कॉलेजों में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU) जालंधर, NIMS यूनिवर्सिटी जयपुर, नोएडा अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय (NIU) नोएडा, JIPMER, पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय रोहतक शामिल हैं
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