किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (के. वी. पी. वाई.) का मुख्य उद्देश्य प्रतिभावान विद्यार्थियों की खोज कर उन्हें मूलभूत विज्ञान में अनुसंधान में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करना है। यह फेलोशिप सिर्फ उन्हीं स्टूडेंट्स को दी जाती है जो साइंस सब्जेक्ट के साथ अपना करियर बनाने के लिए आगे पढ़ना चाहते हैं। योजना में वे स्टूडेंट्स आवेदन कर सकते हैं, जो अभी 11वीं, 12वीं और प्रथम वर्ष स्नातक (B.Sc./B.S./B.Stat./B.Math./Int.) क्लास में मूलभूत विज्ञान (गणित, भौतिकी, रसायन विज्ञान तथा जीव-विज्ञान) का पढ़ रहे हैं। इसके तहत तीन वर्ग बनाए गए हैं, पहला एसए वर्ग है जिसमें 11वीं के छात्र, एसएक्स में 12वीं और एसबी में साइंस स्नातक प्रथम वर्ष के स्टूडेंट्स शामिल किए गए हैं। योजना की शुरुआत विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार द्वारा 1999 में की गई थी।
यह स्कॉलरशिप मिलेगी
तीनों ही वर्गों के लिए निर्धारित विषय में जितने साल का कोर्स है उतने साल फेलोशिप दी जाएगी। यूजी के पाठ्यक्रमों में पहले से तीसरे साल तक 5000 रुपये प्रतिमाह स्कॉलरशिप मिलेगी। जबकि 20,000 रुपये कंटिन्जेंसी ग्रांट के रूप में स्टेशनरी व अन्य खर्च के लिए दिए जाएंगे। वहीं, पीजी में 7000 रुपये प्रतिमाह स्कॉलरशिप दी जाएगी, जबकि 28 हजार रुपये कंटिन्जेंसी ग्रांट के रूप में अन्य खर्चों के लिए दिए जाएंगे।
ऑनलाइन होते हैं आवेदन
फेलोशिप के लिए तीनों ही वर्गों में निर्धारित कोर्सों में ऐडमिशन लेने वाले अभ्यर्थी जिन्होंने पूर्व की परीक्षा में 80 प्रतिशत अंक पाए हैं वह आवेदन कर सकते हैं। एसससी और एसटी को दस प्रतिशत की छूट प्राप्त है। इच्छुक अभ्यर्थी केवाईपी की वेबसाइट http://kvpy.iisc.ernet.in/main/applications.htm पर आवेदन कर सकते हैं।
चयन प्रक्रिया
सभी अभ्यर्थियों का ऐप्टिट्यूट टेस्ट लिया जाएगा जो एक नवंबर 2015 को आयोजित किया जाएगा। सभी आवेदनों की जांच करने के बाद एलिजिबिलिटी की जांच होगी जिसके बाद अभ्यर्थियों को ऐडमिट कार्ड जारी कर दिए जाएंगे। ऐप्टिट्यूड टेस्ट के बाद अभ्यर्थियों का इंटरव्यू भी लिया जाएगा। इसे पास करने वाले अभ्यर्थियों को फेलोशिप दी जाएगी। लखनऊ, वाराणसी, दिल्ली, पुणे और नागपुर समेत बीस शहरो में ऐप्टिट्यूट टेस्ट के एग्जामिनेशन सेंटर बनाए जाएंगे।
मॉक टेस्ट भी मौजूद
ऐप्टिट्यूड टेस्ट की तैयारी करने के लिए अभ्यर्थियों को मॉक टेस्ट की सुविधा भी उपलब्ध है। अभ्यर्थी वेबसाइट पर हिंदी और इंग्लिश दोनों ही भाषाओं में टेस्ट की प्रैक्टिस कर सकते हैं। वेबसाइट पर वर्ग अनुसार प्रैक्टिस सेट उपलब्ध हैं।
यहां करें संपर्क
संयोजक: किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (के. वी. पी. वाई.), भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलुरु - 560 012
फोन: (080) 22932975 / 76, 23601008, 65474150
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साइंस के स्टूडेंट्स के लिए वरदान KVPIसाइंस के स्टूडेंट्स के लिए वरदान KVPI
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किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (के. वी. पी. वाई.) का मुख्य उद्देश्य प्रतिभावान विद्यार्थियों की खोज कर उन्हें मूलभूत विज्ञान में अनुसंधान में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करना है। यह फेलोशिप सिर्फ उन्हीं स्टूडेंट्स को दी जाती है जो साइंस सब्जेक्ट के साथ अपना करियर बनाने के लिए आगे पढ़ना चाहते हैं। योजना में वे स्टूडेंट्स आवेदन कर सकते हैं, जो अभी 11वीं, 12वीं और प्रथम वर्ष स्नातक (B.Sc./B.S./B.Stat./B.Math./Int.) क्लास में मूलभूत विज्ञान (गणित, भौतिकी, रसायन विज्ञान तथा जीव-विज्ञान) का पढ़ रहे हैं। इसके तहत तीन वर्ग बनाए गए हैं, पहला एसए वर्ग है जिसमें 11वीं के छात्र, एसएक्स में 12वीं और एसबी में साइंस स्नातक प्रथम वर्ष के स्टूडेंट्स शामिल किए गए हैं। योजना की शुरुआत विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार द्वारा 1999 में की गई थी।
यह स्कॉलरशिप मिलेगी
तीनों ही वर्गों के लिए निर्धारित विषय में जितने साल का कोर्स है उतने साल फेलोशिप दी जाएगी। यूजी के पाठ्यक्रमों में पहले से तीसरे साल तक 5000 रुपये प्रतिमाह स्कॉलरशिप मिलेगी। जबकि 20,000 रुपये कंटिन्जेंसी ग्रांट के रूप में स्टेशनरी व अन्य खर्च के लिए दिए जाएंगे। वहीं, पीजी में 7000 रुपये प्रतिमाह स्कॉलरशिप दी जाएगी, जबकि 28 हजार रुपये कंटिन्जेंसी ग्रांट के रूप में अन्य खर्चों के लिए दिए जाएंगे।
ऑनलाइन होते हैं आवेदन
फेलोशिप के लिए तीनों ही वर्गों में निर्धारित कोर्सों में ऐडमिशन लेने वाले अभ्यर्थी जिन्होंने पूर्व की परीक्षा में 80 प्रतिशत अंक पाए हैं वह आवेदन कर सकते हैं। एसससी और एसटी को दस प्रतिशत की छूट प्राप्त है। इच्छुक अभ्यर्थी केवाईपी की वेबसाइट http://kvpy.iisc.ernet.in/main/applications.htm पर आवेदन कर सकते हैं।
चयन प्रक्रिया
सभी अभ्यर्थियों का ऐप्टिट्यूट टेस्ट लिया जाएगा जो एक नवंबर 2015 को आयोजित किया जाएगा। सभी आवेदनों की जांच करने के बाद एलिजिबिलिटी की जांच होगी जिसके बाद अभ्यर्थियों को ऐडमिट कार्ड जारी कर दिए जाएंगे। ऐप्टिट्यूड टेस्ट के बाद अभ्यर्थियों का इंटरव्यू भी लिया जाएगा। इसे पास करने वाले अभ्यर्थियों को फेलोशिप दी जाएगी। लखनऊ, वाराणसी, दिल्ली, पुणे और नागपुर समेत बीस शहरो में ऐप्टिट्यूट टेस्ट के एग्जामिनेशन सेंटर बनाए जाएंगे।
मॉक टेस्ट भी मौजूद
ऐप्टिट्यूड टेस्ट की तैयारी करने के लिए अभ्यर्थियों को मॉक टेस्ट की सुविधा भी उपलब्ध है। अभ्यर्थी वेबसाइट पर हिंदी और इंग्लिश दोनों ही भाषाओं में टेस्ट की प्रैक्टिस कर सकते हैं। वेबसाइट पर वर्ग अनुसार प्रैक्टिस सेट उपलब्ध हैं।
यहां करें संपर्क
संयोजक: किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (के. वी. पी. वाई.), भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलुरु - 560 012
फोन: (080) 22932975 / 76, 23601008, 65474150
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