Monday, August 17, 2015

विदेशी भाषा में करियर

लोग भले ही डॉक्टर, इंजीनियर या मैनेजमेंट के क्षेत्र में करियर को प्राथमिकता देते हों, पर विदेशी भाषा में करियर भी किसी से कमतर नहीं है। कैसे, बता रही हैं प्रियंका कुमारी
कुछ समय पहले एक कार कंपनी ने अनुवादक और दुभाषिये के रूप में काम करने के लिए विभिन्न विदेशी भाषाओं जैसे स्पैनिश, जर्मन, फ्रेंच और चाइनीज के जानकार युवाओं की तलाश में विज्ञापन निकाला। युवाओं के लिए यहां अच्छा पैकेज और काम करने का बेहतर अवसर मुहैया कराया जा रहा था। कार कंपनियां ही नहीं, राष्ट्र्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय कंपनियां, ट्रेवल कंपनियां, पांच सितारा होटल और आईटी इंडस्ट्री भी विदेशी भाषा के अच्छे जानकारों की खोज में है। बाजार जिस हिसाब से ऐसे युवाओं की खोज में है, उतनी संख्या में लोग उपलब्ध नहीं हैं।

बात सिर्फ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की कंपनियों और संस्थानों की ही नहीं है, शिक्षण संस्थानों की भी है। एमबीए और बीबीए की पढ़ाई कराने वाले संस्थान और निजी स्कूलों में इन दिनों कोई एक विदेशी भाषा सिखाने का प्रचलन जोरों पर है। इनमें फ्रेंच, स्पैनिश, इटेलियन, जर्मन, रशियन, चाइनीज, जैपनीज और कोरियन भाषाएं प्रमुख हैं। इनमें शिक्षकों की अच्छी-खासी मांग है। देश के करीब 70 विश्वविद्यालय ऐसे हैं, जहां विदेशी भाषा की पढ़ाई होती है और इससे जुड़े कोर्स कराए जाते हैं। सूचना तकनीक या आईटी के केन्द्र बेंग्लुरू, हैदराबाद और गुड़गांव जैसे शहरों में विदेशी भाषा के जानकार युवाओं को काम के कई अवसर मिल रहे हैं। छात्रों को कहीं अनुवादक तो कहीं दुभाषिये के रूप में काम दिया जा रहा है। भारत स्थित दूतावासों में भी विदेशी भाषा के विशेषज्ञों की जरूरत पड़ रही है।
देश में पर्यटन उद्योग का तेजी से विस्तार हो रहा है। हर साल लाखों की संख्या में आने वाले विदेशी सैलानियों के लिए टूरिस्ट गाइड या टूर ऑपरेटरों की जरूरत पड़ रही है। गाइड के लिए विदेशी भाषा की जानकारी होना एक योग्यता बन गई है। मेडिकल टूरिज्म के तहत खाड़ी देशों के निवासी हर साल यहां निजी अस्पतालों में अपना इलाज कराने आ रहे हैं। इन्हें उचित तरीके से मार्गदर्शन के लिए विदेशी भाषा के विशेषज्ञों की खोज हो रही है। वैश्वीकरण के दौर में अनुवाद और पत्र-पत्रिकाओं का संपादन भी ऐसे लोगों को निजी व्यवसाय के रूप में काम करने का मौका दे रहा है। विदेशी भाषा के जानकार विदेशी मीडिया में भारत से ही रिपोर्टिंग का काम संभाल रहे हैं। कॉल सेंटर हो या विदेशी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विदेशी भाषा के जानकार व्यक्ति को अपने ही देश में काम मिल रहा है। 
क्षमता व योग्यता संबंधित विदेशी भाषा पर पकड़ होनी चाहिए। बेहतर संवाद क्षमता इस क्षेत्र में कामयाबी के कई रास्ते दिखाती है। अगर आप अनुवादक बनना चाहते हैं तो विदेशी भाषा के साथ-साथ अंग्रेजी या हिन्दी पर भी पकड़ होनी चाहिए। जिस विदेशी भाषा को सीख रहे हैं, उसका व्याकरण, वाक्य संरचना और उससे जुड़ी संस्कृति व इतिहास की भी जानकारी होनी चाहिए। व्यक्तित्व भी आकर्षक होना चाहिए। पर्यटन के क्षेत्र में जाना है या आतिथ्य सत्कार या विदेशी प्रतिनिधियों के साथ भ्रमण पर जाना है तो आपका मिलनसार होना भी जरूरी है।  इसके अतिरिक्त छात्र के पास स्नातक या परास्नातक डिग्री या फिर संबंधित विदेशी भाषा में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या डिग्री होनी भी जरूरी है।

वेतनमान
अनुवादक बनने पर शुरुआती वेतनमान 30-40 हजार रुपये है। यह आगे चल कर वरिष्ठता और अनुभव के क्रम से बढ़ता जाता है। दुभाषिये का वेतनमान 40 से 50 हजार रुपये प्रतिमाह है। निजी एजेंसियों में भी नौकरी करने पर शुरुआती वेतनमान 40 हजार से 50 हजार रुपये है। दुभाषिये का वेतनमान 50 हजार रुपये से लेकर एक लाख रुपये और इससे भी ऊपर जाता है। विदेशी कंपनियों के साथ काम करने पर लोगों को प्रतिमाह लाखों रुपये मिलते हैं। निजी व्यवसाय के रूप में साहित्य या अन्य अध्ययन सामग्री का अनुवाद करने पर प्रतिमाह  घर बैठे लाख से दो लाख रुपये कमाए जा सकते हैं। विदेशी भाषा शिक्षक का स्कूल में 30 हजार और कॉलेज में शुरुआती वेतनमान 40 हजार रुपये है।
एक्सपर्ट व्यू
प्रो. विभा मौर्य
जर्मनिक एंड रोमंस स्टडीज, दिविवि
देश में निजी स्कूल और विश्वविद्यालय तेजी से बढ़ रहे हैं। इन स्कूलों में छात्रों को एक पेपर के रूप में विदेशी भाषा का ज्ञान दिया जा रहा है। मैनेजमेंट संस्थान भी मैनेजरों को एक विदेशी भाषा सिखा रहे हैं। देश में बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने अपने व्यवसाय का विस्तार किया है। इनके प्रतिनिधियों से बातचीत और दूसरी भाषाओं के बीच संपर्क के काम के लिए विदेशी भाषा के जानकारों को रखा जा रहा है। करियर के लिहाज से स्पेनिश, चाइनीज, कोरियन, जैपनीज, जर्मन और फ्रेंच भाषाओं के जानकारों को कई अवसर मिल रहे हैं। रशियन, अरेबिक और इटेलियन भाषा भी करियर के लिहाज से महत्वपूर्ण है।
मेरा मानना है कि इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए डिग्री के साथ-साथ संवाद की बेहतर क्षमता का होना जरूरी है। इसके लिए पहले छात्रों के लिए भाषा और संस्कृति का ज्ञान आवश्यक है। जैसे-जैसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कंपनियों के व्यवसाय का विस्तार होगा, विदेशी भाषा के जानकारों की मांग बढ़ेगी। आज तकनीकी और  फार्मास्यूटिकल कंपनियां हों या कार कंपनियां, सभी जगह विदेशी भाषा के विशेषज्ञों की जरूरत पड़ रही है।
प्रमुख संस्थान
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली
दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली
जामिया मिल्लिया इस्लामिया, दिल्ली
पांडिचेरी विश्वविद्यालय, पांडिचेरी
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, दिल्ली
अंग्रेजी और विदेशी भाषा विश्वविद्यालय, हैदराबाद
अलीगढ़ विश्वविद्यालय, अलीगढ़ 
कोर्स- संस्कृत, उर्दू, अरबी, परशियन भाषा में डिप्लोमा और डिग्री 

एलियांस फ्रेंचाइस, नई दिल्ली
कोर्स- फ्रेंच भाषा और फ्रेंच कल्चर में डिप्लोमा और डिग्र

बाबा साहेब अंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय, औरंगाबाद
कोर्स- डिप्लोमा इन चाइनी

पंजाब विश्वविद्यालय, पटियाला 
कोर्स- डिप्लोमा एंड सर्टिफिकेट इन चाइनी

उत्कल विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर
कोर्स- डिप्लोमा इन चाइनी

जापानीस कल्चर एंड इंफार्मेशन सेंटर
एम्बेसी ऑफ जापान, नई दिल्ली
कोर्स- डिप्लोमा इन जापानी

दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली 
सर्टिफिकेट इन चाइनीस एंड जापानीस स्टडी

विश्वविद्यालय/कॉलेज
संचालित पाठ्यक्रम
अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय पंचटीला, वर्धा (महाराष्ट्र)
एम.ए., एम.फिल, पीएचडी (भाषा प्रौद्योगिकी
हिंदी विभाग, हैदराबाद विश्वविद्यालय हैदराबाद-46
हिंदी भाषा में एम.ए., एम.फिल और पीएचडी. कार्यात्मक हिंदी, हिंदी अनुवाद में स्नाकोत्तर डिप्लोमा।
उच्चतर शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, विश्वविद्यालय स्कंध, दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, टी.नगर, चेन्नई-17 (तमिलनाडु)
हिंदी साहित्य और भाषा में एम.ए., एम.फिल और पीएचडी, हिंदी अनुवाद में स्नातकोत्तर डिप्लोमा, हिंदी पत्रकारिता में स्नातकोत्तर डिप्लोमा
दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली
हिंदी पत्रकारिता में स्नातकोत्तर प्रमाण पत्र
पुणे विश्वविद्यालय, पुणे (महाराष्ट्र)
कार्यात्मक हिंदी में एम.ए.
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी-05 (उ.प्र.)
कार्यात्मक हिंदी में एम.ए. (पत्रकारिता)
अविनाशलिंगम डीम्ड यूनिवर्सिटी फॉर वूमैन, कोयम्बटूर (तमिलनाडु)
कार्यात्मक हिंदी में एम.ए.
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय, भोपाल (म.प्र.)
हिंदी पत्रकारिता में एम.ए.
आंध्र विश्वविद्यालय, विशाकापत्तनम (आ.प्र.)
हिंदी पत्रकारिता में स्नातकोत्तर डिप्लोमा अनुवाद (हिंदी) में स्नातकोत्तर डिप्लोमा।
चौ चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ (उ.प्र.)
कार्यात्मक हिंदी में एम.ए.
दूरस्थ शिक्षण संस्थान, केरल विश्वविद्यालय, त्रिवेंद्रम-695581 (केरल)
कार्यात्मक हिंदी में स्नातकोत्तर डिप्लोमा
दूरस्थ शिक्षा, बंगलौर यूनिवर्सिटी, सेंट्रल कॉलेज कैम्पस, अम्बेडकर विथि, बंगलौर (कर्नाटक)
अनुवाद में स्नातकोत्तर डिप्लोमा हिन्दी)
एसएनडीटी महिला विश्वविद्यालय, मुंबई
अनुवाद (हिंदी) में स्नातकोत्तर डिप्लोमा।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़ (उ.प्र.)
अनुवाद (हिंदी) में स्नातकोत्तर डिप्लोमा
इग्नू, नई दिल्ली
अनुवाद (हिंदी) में स्नातकोत्तर डिप्लोमा हिंदी में सृजनात्मक लेखन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा।

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