Monday, December 13, 2021

सैटेलाइट टेक्नॉलजी में बनाएं करियर

सब्जेक्ट हैं, जिसमें आपको अलग-अलग देशों,

क्या कभी आपने सोचा है हम जिस धरती पर रहते हैं, वह कितनी पुरानी है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि पूरी दुनिया की 90 फीसदी जनसंख्या नॉर्दर्न हेमिसफियर में रहती है। ज्योग्रॉफी ऐसा सब्जेक्ट हैं, जिसमें आपको अलग-अलग देशों, उनके नक्शों, वहां की जलवायु, उसका लोगों की लाइफस्टाइल पर पड़ने वाला असर, जंगल, पहाड़ों, नदियों आदि के बारे में स्टडी करने का मौका मिलता है

  उनके नक्शों, वहां की जलवायु, उसका लोगों की

हम कई बार भूगोलशास्त्रियों के बारे में पढ़ते हैं। असल में ये साइंटिस्ट होते हैं जो कि भूगोल की अलग-अलग ब्रांच की स्टडी करते हैं। जैसे कि फिजिकल ज्योग्राफी, एनवायरनमेंट ज्योग्राफी, ह्यूमन ज्योग्राफी आदि। इस समय देखा जाए तो ज्योग्राफी में ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) और ज्योग्राफिक इनफर्मेशन सिस्टम का कॉन्सेप्ट काफी मददगार साबित हो रहा है। इनकी मदद से कई काम आसान हो गए हैं।
क्या चाहिए योग्यता
प्राइमरी और सेकंडरी लेवल पर स्कूल में हम सभी ने ज्योग्राफी पढ़ी है। अगर कोई इस फील्ड में करियर बनाना चाहता हैं तो सबसे पहले उसका ज्योग्राफी में इंट्रेस्ट होना चाहिए। इसके लिए बैचलर डिग्री होनी चाहिए। साथ ही किसी स्पेशलाइजेशन के साथ मास्टर्स डिग्री। कई इंस्टिट्यूट हैं जो कि इस फील्ड में बीएससी और बीए डिग्री कोर्स चलाते हैं। साइंस या आर्ट्स बैकग्राउंड वाले स्टूडेंट्स इन कोर्स के लिए एप्लाई कर सकते हैं। कई इंस्टिट्यूट इसके लिए इंट्रेस एग्जाम भी कराते हैं।

जॉब की संभावनाएं
ज्योग्राफी की फील्ड में जॉब की काफी संभावनाएं हैं। ट्रांसपोर्टेशन, पर्यावरण विज्ञान, एयरलाइन रूट, शिपिंग रूट प्लानिंग, सिविल सर्विसेज, कार्टोग्राफी (नक्शे बनाना), सैटेलाइट टेक्नॉलजी, जनसंख्या परिषद, मौसम विज्ञान विभाग, एजुकेशन, आपदा प्रबंधन जैसे कई क्षेत्र हैं जहां आप अपना करियर बना सकते हैं।