Monday, November 7, 2016

फूड स्‍टाइलिंग में करियर

प्रेरणा कारथा को कुकिंग में मजा आता था। इतना ही नहीं, जब कोई डिश तैयार हो जाए, तो वे उसे बड़े ही स्टाइल से परोसा करतीं और उसकी तस्वीरें खींचतीं। इसके अलावा फूड संबंधी किताबें पढ़ना, टीवी शोज देखना आदि उनकी आदतों में शुमार था। धीरे-धीरे यह पैशन उनका प्रोफेशन बन गया। उन्होंने अपना फूड ब्लॉग शुरू किया। फिर प्रेजेंटेशन की अपनी कला का कुछ इस तरह इस्तेमाल किया कि अब वे एक जानी-मानी फूड स्टाइलिस्ट बन चुकी हैं।
कुछ ऐसी ही कहानी सबा गजियानी की है। होटल मैनेजमेंट में डिग्री लेने के बाद जब उन्हें एक पांच सितारा होटल में जूनियर शेफ के रूप में काम करने का मौका मिला, तो सबा को फूड स्टाइलिंग के बारे में पता चला। उसके बाद तो यह उनका फुल टाइम करियर बन गया। आपने भी अक्सर टीवी विज्ञापनों, रेस्तराओं और कुलिनरी मैग्जीन्स में ऐसे फूड आइटम्स या डिशेज को देखा होगा, जिन्हें लेने के लिए मन मचल गया होगा। यह प्रेजेंटेशन का कमाल है, जिसे फूड स्टाइलिंग कहते हैं। इसमें फूड स्टाइलिस्ट्स फोटोग्राफर्स के साथ मिलकर खूबसूरत इमेज क्रिएट करते हैं। अब अगर आप कुकिंग और फोटोग्राफी का शौक रखते हैं, कुछ क्रिएटिव करना चाहते हैं, तो बतौर फूड स्टाइलिस्ट एक इनोवेटिव फील्ड में करियर बना सकते हैं।
क्या होती है स्टाइलिंग
एक फूड स्टाइलिस्ट खाने के आइटम्स को कुछ इस तरह सजाता है कि आपका मन तुरंत उन्हें टेस्ट करने या खरीदने को होने लगे। इस काम में काफी मेहनत होती है। फूड स्टाइलिस्ट के ऊपर खाने की सामग्री और सजावटी सामान की खरीददारी से लेकर खाना तैयार करने, उसका फोटो शूट कराने आदि की जिम्मेदारी होती है। शूट से पहले कॉन्सेप्ट क्रिएट करना, जरूरी क्रॉकरी, ग्लासवेयर, कटलरी, फूल, कैंडल, रिबन आदि इकट्टा करने का काम भी स्टाइलिस्ट का ही होता है। वह व्यंजनों को इस तरह पेश करता है कि वे फ्रेश और टेस्टी नजर आने लगते हैं।
प्रेजेंटेशन कला में हों माहिर
फूड स्टाइलिंग एक ऐसी फील्ड है, जिसमें किसी औपचारिक योग्यता की जरूरत नहीं है लेकिन आपके पास फूड संबंधी ज्ञान के साथ-साथ क्रिएटिव क्राफ्टवर्क और विजुअलाइजेशन पावर होगा, किसी भी डिश को इनोवेटिव स्टाइल से पेश करना जानते होंगे, तो अच्छा रहेगा। अगर फोटोग्राफी आती है, तो और भी बेहतर, क्योंकि खाना देखने में भले ही कैसा क्यों न लगे, एक फोटोग्राफर ही उसकी खूबसूरती को बेहतर ढंग से हाइलाइट कर सकता है, जिससे कि उसे देखते ही मुंह में पानी आ जाए। ऐसे में, जिनके पास भी एस्थेटिक सेंस, सृजनात्मक विचार, तकनीकी ज्ञान, धैर्य और नेटवर्किंग का कौशल है, जो उद्योग से जुड़ी नवीनतम जानकारी रखते हैं, वे सफल फूड स्टाइलिस्ट बन सकते हैं।

सीखेंगे अनुभव के साथ
प्राइवेट सेक्टर के कुछ संस्थानों को छोड़ दें, तो हमारे देश में फूड स्टाइलिंग का कोई कोर्स नहीं है। हां, जो लोग इसमें करियर बनाना चाहते हैं, उन्हें कुलिनरी आर्ट में बेसिक ट्रेनिंग लेनी होगी। इससे उन्हें तकनीकी जानकारी मिल जाएगी कि अलग-अलग फूड आइटम्स तथा उनमें डलने वाली सामग्री एक-दूसरे पर कैसा प्रभाव डालती हैं। इसके अलावा, होटल मैनेजमेंट में डिग्री रखने वाले भी फूड स्टाइलिस्ट के तौर पर अपना भविष्य बना सकते हैं। आप चाहें, तो विदेश के किसी इंस्टीट्यूट से इससे जुड़ा कोर्स कर सकते हैं।
चुनौतीपूर्ण जॉब
फूड स्टाइलिस्ट का जॉब काफी चुनौती भरा होता है क्योंकि कुछ समय के बाद स्टाइल किया गया भोजन खराब होने लगता है। ऐसे में जरूरी है कि उसका फोटोग्राफर के साथ सही को-ऑर्डिनेशन हो। कई बार अंतिम क्षणों में क्लाइंट की डिमांड बदल सकती है। इसलिए स्टाइलिस्ट को कभी अपना धैर्य नहीं खोना चाहिए। जो विपरीत हालात में भी रिजल्ट देते हैं, उन्हें आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता।
अवसरों की कमी नहीं
अब से कुछ साल पहले तक फूड स्टाइलिंग एड फिल्म्स, प्रिंट ऐड या फूड पैकेजिंग तक ही सीमित था। मगर आज फूड और मनोरंजन उद्योग के विकास के साथ संभावनाएं बढ़ी हैं। इन दिनों कुक बुक्स, मैग्जीन्स, विज्ञापन एजेंसियों, फिल्म प्रोडक्शन हाउसेज, पब्लिशिंग हाउसेज, होटल, रेस्तरां, डिजाइन हाउसेज के अलावा फूड संबंधी रिएलिटी शोज में फूड स्टाइलिस्ट की डिमांड देखी जा रही है। इसके अलावा, फ्रीलांसर के तौर पर भी करियर की शुरूआत की जा सकती है। अगर आपका काम अच्छा होगा, तो कमाई भी निश्चित रूप से बेहतर हो सकती है।
प्रमुख संस्‍थान 
- इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट, मुंबई
- इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट, दिल्ली
- ओबेरॉय सेंटर ऑफ लर्निंग एंड डेवलपमेंट, दिल्ली
- भारतीय विद्यापीठ, पुणे

No comments:

Post a Comment

Career in Algorithm Development