Wednesday, March 1, 2017

रिटेल मैनेजमेंट में करियर

बेहद कठिन व प्रतिस्पर्धी होती व्यापारिक परिस्थितियों में सुपरमार्केट या हाइपरमार्केट का प्रबंधन ही खुदरा प्रबंधन (रीटेल मैनेजमेंट) कहलाता है। पिछले दशक में इस उद्योग ने भारत में काफी विकास किया है। बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए कम्पनियां ग्राहकों को लुभाने के सभी हथकंडे आजमा चुकी हैं। रिटेल मैनेजमेंट एक ऐसा विषय है जिसके लिए आपको ब्रांड्स, उनकी स्ट्रेट्जी और कस्टमर को जीतने की बढ़िया जानकारी होनी चाहिए। रिटेल मैनेजमेंट निश्चित तौर पर एक गैर-पारंपरिक विषय है। इस विषय को आप तभी चुनें, जब आपके पास इस क्षेत्र की बारीकियों को समझने की क्षमता हो और आपका झुकाव विज्ञापन की ओर भी हो। इसके बाद तो बस, एक सुनहरा करियर आपका इंतजार कर रहा होगा।
करियर काउंसलर एकता श्रीवास्तव बताती हैं “यह एक ऐसा क्षेत्र है जो ‘ग्राहक सर्वोपरि है’ के आदर्श पर काम करता है। भारतीय उपभोक्ताओं की खर्च योग्य आय बढ़ने के कारण वे मनचाही खरीददारी कर रहे हैं। फिर चाहे यह खरीद किसी पारंपरिक वस्तु की हो या आधुनिक उत्पाद की, नामी स्टोर्स में जाने का चलन अब तेजी से बढ़ रहा है। ग्राहकों की संख्या के अनुसार, भारत विश्‍व का पांचवां सबसे बड़ा रिटेल डेस्टिनेशन भी है।” वो आगे बताती हैं “आज लगभग हर चीज़ छूट के साथ उपलब्ध है। वास्तव में यह सेल सीज़न है वो भी बिना किसी कारण के। आज लगभग सभी ब्रांड्स बाज़ार में अपनी पैठ बढ़ाने के लिए अपनी फैक्ट्री आउटलेट से लेकर सुपरमार्केट तक सभी जगह छूट प्रदान कर रहे हैं।” आप रिटेल मैनेजमेंट में एमबीए, रिटेल में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा कर सकते हैं। इसके अलावा बीबीए इन रिटेलिंग, पीजी इन रिटेल एंड मार्केटिंग, पीजी डिप्लोमा इन विजुअल मर्चेंडाइजिंग एंड स्टोर डिजाइन भी किया जा सकता है। ऐसे कोर्स में मुख्य रूप से रिटेल सर्विसेज, मर्चेंडाइजिंग और फ्रैंचाइजी के बारे में सिखाया जाता है।

कोर्स एंड क्वालिफिकेशन

यदि आप 10+2 उत्तीर्ण हैं, तो रिटेल मैनेजमेंट में स्नातक कर सकते हैं। स्नातक करने के बाद एमबीए-रिटेल मैनेजमेंट या फिर पीजी डिप्लोमा कर सकते हैं। आईआईएम से लेकर विश्वविद्यालयों एवं संस्थानों में प्रवेश का मानक अलग-अलग है। इस फील्ड में अच्छी कम्यूनिकेशन स्किल के साथ विनम्र स्वभाव होना चाहिए। रिटेल मैनेजमेंट में स्टूडेंट को मार्केटिंग, इंफार्मेशन, फाइनेंस मैनेजमेंट, अकाउंटिंग आदि विषयों के बारे में पढ़ाया जाता है।

कहां हैं संभावनाएं?

देश में बहुत से शॉपिंग मॉल हैं और कई कम्पनियों के अनगिनत रिटेल आउटलेट्स एवं शोरूम, हर छोटे-बड़े शहर में उपलब्ध हैं। प्रत्येक रिटेल कम्पनी में टीम मेंबर से लेकर सीनियर मैनेजर के जॉब्स होते हैं। अगर आपकी अंग्रेजी भाषा पर अच्छी पकड़ है, तो मल्टीनेशनल कम्पनियों के विदेश में स्थित शोरूम में नौकरी पा सकते हैं। यहां मार्केटिंग से लेकर ब्रांडिंग तक के अवसर मौजूद हैं। आप मल्टीब्रांड स्टोर, बैंक, शॉपिंग मॉल्स, कम्पनियों के बड़े-बड़े शोरूम में नौकरी पा सकते हैं। किसी भी बडे रिटेल स्टोर में 250 से लेकर 500 लोगों की आवश्यकता होती है और हर मॉल में दो से तीन बड़े रिटेल स्टोर होते ही हैं।

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