Monday, May 15, 2023

बैचलर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स

बैचलर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स (बीपीए) एक स्नातक स्तर का पाठ्यक्रम है जो कला और प्रदर्शन क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह कोर्स छात्रों को विभिन्न कला और प्रदर्शन के क्षेत्रों में कौशल, ज्ञान और संगठनात्मक योग्यता प्रदान करता है।

बैचलर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स का मुख्य ध्यान प्रदर्शन कला, संगीत, नृत्य, नाट्य, थिएटर, ड्रामा और अन्य संबंधित क्षेत्रों पर होता है। यह कोर्स छात्रों को साहित्यिक, रंगमंच निर्माण, प्रश्नोत्तरी, वाद-विवाद, नाटकीय रचना, उद्योग का अध्ययन, प्रदर्शन शैली और नृत्य शैली के लिए तकनीकों का उपयोग करने की कला सिखाता है।

यह कोर्स सामान्यतः तीन या चार वर्षों का होता है, जिसमें छात्रों को संगठित पाठ्यक्रम, प्रैक्टिकल प्रशिक्षण, प्रदर्शन आधारित अभ्यास, प्रोजेक्ट कार्य और अभिनय संघ के माध्यम से अवधारणाएं प्रदान की जाती हैं।

ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स (बीपीए) कोर्स में छात्रों को निम्नलिखित विषयों पर विशेषज्ञता प्राप्त करने का अवसर मिलता है:

संगीत: इसमें छात्रों को संगीत के विभिन्न आवाज और वाद्य तत्वों, संगीत प्रणाली, संगीत कंपोजिशन और रेकॉर्डिंग की कला पर ज्ञान प्राप्त कराया जाता है।

नृत्य: इसमें छात्रों को भारतीय और पश्चिमी नृत्य शैलियों, नृत्य तत्वों के समझ, रचनात्मकता और उच्चतर स्तर के प्रदर्शन की कला के बारे में जानकारी प्रदान की जाती है।

नाट्य: इसमें छात्रों को नाटक के तत्वों, नाटकीय काव्य, नाटक रंगमंच का निर्माण, नाटक निर्देशन, भूमिका अभिनय और प्रदर्शन की कला सिखाई जाती है।

थिएटर: इसमें छात्रों को थिएटर के विभिन्न आयाम, रंगमंच प्रबंधन, लाइटिंग, संग्रह और प्रदर्शन के लिए डिज़ाइन की कला प्रदान की जाती है।

नृत्य-नाट्य: इसमें छात्रों को नृत्य-नाट्य की एक संयुक्त रचना पर विशेष ध्यानदेकर रचनात्मकता, अभिनय, रंगमंच प्रबंधन, काव्य-भाव व्यक्ति, नृत्य-नाट्य की संगठनात्मक योजना और प्रदर्शन शैली के बारे में ज्ञान प्राप्त कराया जाता है।

साहित्यिक: इसमें छात्रों को शब्दकोशी, साहित्यिक रचनात्मकता, कहानी लेखन, प्रेस रिलीज, स्क्रिप्ट लेखन, लेखकीय प्रदर्शन और कार्यक्रम संचालन की कला सिखाई जाती है।

उद्योग अध्ययन: इसमें छात्रों को प्रदर्शन कला उद्योग के प्रमुख विभागों, कला प्रबंधन, कला विपणन, आर्थिक और व्यावसायिक मामले, कला और साहित्य में निवेश, अनुबंध संचालन, और कला संगठनों में प्रबंधन की विशेषताओं का अध्ययन कराया जाता है।

प्रदर्शन कला का अभ्यास: इस कोर्स में छात्रों को वाद्य और गायन के अभ्यास, रंगमंच पर प्रदर्शन, अभिनय और नृत्य के व्यायाम, संगीत प्रशिक्षण, लाइव प्रदर्शन, रेकॉर्डिंग आदि की मौका प्राप्त होती है।

बैचलर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स (बीपीए) कोर्स को भारत में कई शैक्षणिक संस्थानों में हिंदी माध्यम में प्रदान किया जाता है। यहां कुछ प्रमुख संस्थान शामिल हैं:

राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (National School of Drama): नई दिल्ली में स्थित राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय हिंदी माध्यम में बैचलर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स (बीपीए) कोर्स प्रदान करता है।

भारतीय नाट्य विद्यापीठ (Bhartiya Natya Vidya Peeth): लखनऊ, उत्तर प्रदेश में स्थित भारतीय नाट्य विद्यापीठ भी हिंदी माध्यम में बैचलर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स (बीपीए) कोर्स प्रदान करता है।

राजस्थान विश्वविद्यालय (Rajasthan University): जयपुर, राजस्थान में स्थित राजस्थान विश्वविद्यालय भी हिंदी माध्यम में बैचलर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स (बीपीए) कोर्स प्रदान करता है।

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (Banaras Hindu University): वाराणसी, उत्तर प्रदेश


 

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