मेडिकल फील्ड में करियर बनाने के लिए वैसे तो कई ऑप्शन हैं, उन्हीं में से एक है कार्डिएक केयर टेक्निशन। ये एक मेडिकल प्रफेशनल्स की तरह काम करते हैं जो बीमारी का पता लगाने के लिए मरीजों का टेस्ट्स करते हैं और इलाज खोजन में डॉक्टरों की मदद करते हैं। ये एक तरह से यह विशेषज्ञों के आंख और हाथ होते हैं।
हॉस्पिटल में बतौर टेक्निशन काम करने के लिए कुछ प्रैक्टिकल स्किल्स का होना बेहद जरूरी है क्योंकि यह ऑपरेशन के समय डॉक्टर के दाएं हाथ की तरह काम करता है। इसलिए सभी परिस्थितियों से निपटने और मशीनों की जानकारी रखना इनके लिए भी जरूरी होता है, जैसे मॉनिटर और रिकॉर्डर में तार जोड़ने के बारे में ज्ञान और बेहतर कनेक्शन सुनिश्चित करने के लिए रीदम स्ट्रीप या लीड ट्रेसिंग रिकॉर्ड करने का ज्ञान, ईसीजी वेवफॉर्म की पहचान करना, आर्टफैक्ट फ्री-ट्रेसिंग और सही लीड लगाने जैसी क्षमता होनी चाहिए।
जरूरी योग्यता
इस फील्ड में कोर्स करने के लिए कैंडिडेट का किसी मान्यताप्राप्त बोर्ड से 12वीं में साइंस से पास होना जरूरी है। इसके अलावा कई कॉलेज इस फील्ड में सर्टिफिकेट कोर्सेज भी उपलब्ध करते हैं, जिसे मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं पास कैंडिडेट भी करके करियर बना सकता है। अगर कैंडिडेट इस फील्ड में निपुणता हासिल करना चाहता है तो वह 12वीं के बाद बैचलर ऑफ साइंस इन कार्डियक केयर टेक्नॉलजी भी कर सकता है।
सैलरी कितनी
पैरामेडिकल की बढ़ती मांग को देखते हुए देश में ही नही बल्कि विदेशों से भी पैरामेडिक्स की डिमांड आ रही है। देश भर में सरकारी के अलावा प्राइवेट अस्पतालों की बढ़ती कतारों से जॉब की कोई कमी नहीं दिखती। जहां तक वेतन की बात है तो शुरुआती तौर पर एक कार्डिएक केयर टेक्निशन, मासिक 20 से 30 हज़ार रुपये तक कमा सकता है और अनुभव के आधार पर इसमें बढ़ोतरी होती जाती है। इसके अलावा कैंडिडेट सरकारी अस्पतालों में भी परीक्षा देकर आसानी से नौकरी पा सकता है।
संस्थान
दिल्ली पैरामेडिकल ऐंड मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट, नई दिल्ली
www.dpmiindia.com
क्रैडल इंस्टिट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंसेज, नई दिल्ली
www.cmi-hm.com
इस फील्ड में कोर्स करने के लिए कैंडिडेट का किसी मान्यताप्राप्त बोर्ड से 12वीं में साइंस से पास होना जरूरी है। इसके अलावा कई कॉलेज इस फील्ड में सर्टिफिकेट कोर्सेज भी उपलब्ध करते हैं, जिसे मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं पास कैंडिडेट भी करके करियर बना सकता है। अगर कैंडिडेट इस फील्ड में निपुणता हासिल करना चाहता है तो वह 12वीं के बाद बैचलर ऑफ साइंस इन कार्डियक केयर टेक्नॉलजी भी कर सकता है।
सैलरी कितनी
पैरामेडिकल की बढ़ती मांग को देखते हुए देश में ही नही बल्कि विदेशों से भी पैरामेडिक्स की डिमांड आ रही है। देश भर में सरकारी के अलावा प्राइवेट अस्पतालों की बढ़ती कतारों से जॉब की कोई कमी नहीं दिखती। जहां तक वेतन की बात है तो शुरुआती तौर पर एक कार्डिएक केयर टेक्निशन, मासिक 20 से 30 हज़ार रुपये तक कमा सकता है और अनुभव के आधार पर इसमें बढ़ोतरी होती जाती है। इसके अलावा कैंडिडेट सरकारी अस्पतालों में भी परीक्षा देकर आसानी से नौकरी पा सकता है।
संस्थान
दिल्ली पैरामेडिकल ऐंड मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट, नई दिल्ली
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क्रैडल इंस्टिट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंसेज, नई दिल्ली
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महर्शि मर्कंडेश्वर यूनिवर्सिटी, अम्बाला, हरियाणा
www.mmumullana.org
शिवालिक इंस्टिट्यूट ऑफ पैरामेडिकल टेक्नॉलजी, चंडीगढ़
www.shivalikinstitute.org
(संस्थानों के नाम सिर्फ संकेत के लिए )
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