एक्स रे टेक्नीशियन बनने के लिए X Ray Technology से रीलेटेड कोर्स करने की आवश्यकता होती है। इस फील्ड में कैरियर बनाने के लिए आप डिप्लोमा इन एक्स रे टेक्नीशियन, सर्टिफिकेट कोर्स इन एक्स रे टेक्नीशियन, डिप्लोमा इन रेडियोग्राफी, बैचलर इन रेडियोग्राफी जैसे कोर्स कर आप इस फील्ड में प्रवेश कर सकते हैं।
मेडिकल फील्ड का दायरा सिर्फ डॉक्टर और नर्स तक ही सीमित नही है। इस इंडस्ट्री से अन्य कई लोग जुड़े होते हैं। जिनमे से X Ray Technician या radiographer भी अहम व्यक्ति होता है। वर्तमान समय मे X Ray Technician course काफी प्रचलित course है। इसके बिना हेल्थ सेक्टर की कल्पना भी नही की जा सकती है। आज के समय मे X Ray Technology में कैरियर की काफी बेहतरीन संभावनाएं हैं। इस कोर्स को पूरा करने के बाद आप सरकरीं और प्राइवेट दोनो सेक्टर में कैरियर बना सकते हैं। समय- समय पर सरकरीं विभागों में X Ray Technician की वैकेंसी निकलती रहती हैं। इसके अलावा आप प्राइवेट अस्पताल, नर्सिंग होम, क्लिनिक, शिक्षण संस्थान और लैबोरेटरी में जॉब कर सकते हैं।
वर्तमान समय में शहर से लेकर महानगरों में हॉस्पिटल और नर्सिंग होम की कमी नही है। इन हॉस्पिटल और नर्सिंग होम में लैब की सुविधाएं भी होती हैं। इन लैब में काम करने के लिए लैब टेक्नीशियन की जरूरत होती है। इसके अलावा डायगनेस्टीक सेंटर की आज के समय मे बाढ़ सी आ गई है। आप इन डायग्नेस्टिक सेंटर में X Ray Technician के रूप में कार्य कर सकते हैं। इस फील्ड में रोजगार की कमी नही है। 8 से 10 हजार की नौकरी आपको आसांनी से अपने शहर में ही मिल जाएगी।
किसी भी बीमारीं की इलाज के लिए उसकी पहचान करना जरूरी है। X Ray Technician का मुख्य काम एक्स रे करना होता है। जैसे कोई व्यक्ति को हांथ या पैर में या शरीर के किसी अन्य हिस्से में जब चोट लगती है, तो डॉक्टर उस व्यक्ति को एक्स रे करवाने को बोलता है। जिससे डॉक्टर एक्स रे को देखकर जान पाता है कि हांथ या पैर टूटा तो नही है।
एक X Ray Technician का मुख्य कार्य एक्स रे आदि करते समय रेडियोएक्टिव किरणों से मरीज और आसपास के लोगों का बचाव करना होता है। अन्य कार्य है रेडियोग्राफिक उपकरणों एवं मशीनों की देखभाल करना। इसके अलावा X Ray Technician के पास मरीज को समझने की क्षमता, हार्डवर्किंग, सतर्कता और धैर्य का होना भी आवश्यक है
डिप्लोमा इन एक्स रे टेक्नोलॉजी कोर्स 2 बर्ष का होता है। इस कोर्स के लिए आवश्यक योग्यता पीसीएम या पीसीबी सब्जेक्ट से 12वीं पास होना जरूरी है। इस कोर्स की फीस 30 से 50 हजार रुपये प्रतिबर्ष होती है
एक्स रे टेकनीशियन को शुरुआती समय मे सैलेरी 8 से 10 हजार रुपये प्रतिमाह मिल जाती है। अनुभव होने के बाद 30 से 40 हजार रुपये तक आसानी से सैलेरी मिल सकती है। यदि आप जॉब नही करना नही चाहते हैं, तो आप खुद का डायग्नोस्टिक सेंटर खोल सकते है। जिससे आप मनमाना पैसा कमा सकते हैं।
आल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, दिल्ली
ओम साई पैरामेडिकल कॉलेज, हरियाणा
SVS मेडिकल कॉलेज, महबूबनगर
रूरल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड पैरामेडिकल साइंस, सोनीपत
दिल्ली पैरामेडिकल एंड मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट, गढ़वाल
आदेश पैरामेडिकल कॉलेज, मोहाली
रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज, बरेली
श्रीराममूर्ति मेडिकल कॉलेज, बरेली
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद
ARC पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट, हरियाणा
बेलगाम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, कर्नाटक
बीदर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, कर्नाटक
कॉलेज ऑफ लाइफसाइंस, मध्यप्रदेश
Dr. संपूर्णानंद मेडिकल कॉलेज, राजस्थान
हस्सान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, कर्नाटक
एरा मेडिकल कॉलेज, लखनऊ
बरेली इंटरनॅशनल यूनिवर्सिटी, बरेली
हिन्द इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, लखनऊ
इंडियन पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट, गाजियाबाद
जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, राजस्थान
मेट्रो हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुजरात
प्रव इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, जयपुर
राजीव गांधी पैरामेडिकल ट्रेनिंग, तमिलनाडु
रमा यूनिवर्सिटी, कानपुर
SVN कॉलेज ऑफ एजुकेशन, आगरा
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