तकनीक की सबसे अच्छी बात है कि उसे किसी भी चीज से जोड़ दीजिए, वह कुछ नया प्रस्तुत कर देती है। हेल्थकेयर में टेक्नोलॉजी के समावेश ने इस सेक्टर को तो तब्दील किया ही है, साथ ही इस फील्ड से जुड़े कॅरिअर में भी विकल्प पैदा किए हैं। नर्सिंग इन्फॉर्मेटिक्स इसका एक उदाहरण है। नर्सिंग साइंस, कम्प्यूटर साइंस और इन्फॉर्मेशन साइंस के मिश्रण से बना नर्सिंग इन्फॉर्मेटिक्स कोर्स मेडिकल और टेक्नोलॉजी को साथ मिलाकर करिअर में आगे बढ़ने का अवसर देता है।
क्या है नर्सिंग इन्फॉर्मेटिक्स
नर्सिंग के साथ आईटी के इस्तेमाल ने मरीज से संबंधित सटीक आंकड़ों और उनकी देखभाल से जुड़ी सूचनाओं को एकत्र करना काफी आसान बनाया है। सरल शब्दों में समझें तो नर्सिंग प्रैक्टिस के लिए आंकड़ों, सूचनाओं और नर्सिंग से जुड़ी जानकारियों का प्रबंधन नर्सिंग इन्फॉर्मेटिक्स करता है, ताकि बीमारी की पहचान से जुड़े फैसले लेने में आसानी हो सके। ये सभी काम इन्फॉर्मेशन स्ट्रक्चर, इन्फॉर्मेशन प्रोसेस और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की मदद से पूरे होते हैं। संक्षेप में नर्सिंग इन्फॉर्मेटिक्स मरीजों/ उपभोक्ताओं की सीधी देखभाल के लिए प्रभावी आंकड़े जुटाने में नर्स की मदद करता है।
नर्सिंग साइंस, कम्प्यूटर साइंस और इन्फॉर्मेशन साइंस के मिश्रण से बना नर्सिंग इन्फॉर्मेटिक्स कोर्स, मेडिकल और टेक्नोलॉजी को साथ मिलाकर करिअर में आगे बढ़ने का अवसर देता है।
प्रवेश कैसे करें
मान्यता प्राप्त संस्थानों से नर्सिंग में बैचलर डिग्री/डिप्लोमा के आधार पर कई संस्थान इस पढ़ाई के लिए प्रवेश देते हैं।
क्या पढ़ना होगा
क म्प्यूटर हार्डवेयर, सॉ फ्टवेयर, प्रोग्रामिंग लैंग्वेज, नेटवर्क्स के साथ नर्सिंग इन्फॉर्मेटिक्स के कॉन्सेप्ट व टर्मिनोलॉजी, केयर मैनेजमेंट प्रिंसिपल आदि का अध्ययन इस विषय की पढ़ाई में शामिल है। कहां पढ़ें - संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, लखनऊ स्कूल ऑफ टेलीमेडिसिन एंड बायोमेडिकल इन्फॉर्मेटिक्स में आप नर्सिंग इन्फॉर्मेटिक्स में डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं। पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया में इंटीग्रेटिड एमएसी एंड पीएचडी में इलेक्टिव विषय के रूप में नर्सिंग इन्फॉर्मेटिक्स पढ़ी जा सकती है।
नर्सिंग इन्फॉर्मेटिक्स नर्स, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी से लैस रजिस्टर्ड नर्स होते हैं, जो नर्सिंग और क म्प्यूटर साइंस के समावेश से स्वास्थ्य से जुड़ी विभिन्न योजनाओं के लिए क्लीनिकल इन्फॉर्मेशन सिस्टम को डिजाइन, डेवलप और इम्प्लीमेंट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अपने नर्सिंग ज्ञान की बदौलत ये पेशेवर हेल्थकेयर सिस्टम की सफल डिजाइनिंग और इ म्पलीमेंटेशन के लिए बेहद अहम होते हैं। दूसरे स्वास्थ्य कर्मियों को सिस्टम के इस्तेमाल के बारे में शिक्षित करना, इस सिस्टम के माध्यम से रोगी का मेडिकल रिकॉर्ड तैयार करना और रोगी से संबंधित सभी जानकारियों को अपडेट रखना भी इन्हीं की जि मेदारी होती है। एक इन्फॉर्मेटिक्स नर्स का लक्ष्य ऐसे सिस्टम को डिजाइन और इ म्पलीमेंट करना होता है, जो डॉक्यूमेंटेशन एक्यूरेसी में सुधार करे, अनावश्यक काम को खत्म करे, एक्यूरेसी बढ़ाए और क्लीनिकल डाटा एनालिसिस को इनेबल बनाए। इन्फॉर्मेटिक्स नर्स ऐसे रिसोर्स, डिवाइस और मेथड तैयार करते हैं, जिससे स्वास्थ्य क्षेत्र में सिक्योरिंग, स्टोरेज, र्रिटीवल और इन्फॉर्मेशन का सही इस्तेमाल हो सके। एक पेशेवर की भूमिकाएं अलग- अलग क्षेत्रों में अलग- अलग होती हैं। वे बतौर प्रोजेक्ट मैनेजर, हेल्थ इन्फॉर्मेशन मैनेजर किसी संस्थान में नियुक्त हो सकते हैं, नर्सो के लिए सॉ फ्टवेयर डिजाइन कर सकते हैं या उसमें मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, उनके कामों में नर्सों को प्रशिक्षित करना, किसी संस्थान के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम लिखना या क्लीनिकल इन्फॉर्मेशन सिस्टम इ म्प्लीमेंट करना भी शामिल होता है।
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