Sunday, February 5, 2023

सीए और सीएस में अंतर

चार्टर्ड एकाउंटेंसी क्या है?

चार्टर्ड एकाउंटेंसी एक इंटरनेशनल करियर क्षेत्र है जो इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ़ इंडिया (ICAI) द्वारा मान्यता प्राप्त है। कोर्स ऑडिट, एकाउंटिंग और फाइनेंसियल मैनेजमेंट टेक्निक्स और स्किल प्रदान करता है जो बिज़नेस और फाइनेंस सेक्टर में काम करने के इच्छुक लोगों के लिए करियर के अवसर खोलते हैं। एक चार्टर्ड एकाउंटेंट एक प्रोफेशनल हैं जो रिस्क मैनेजमेंट आस्पेक्ट का एनालिसिस करते हैं, एकाउंट्स को मेन्टेन करते हैं और साथ ही भविष्य के लिए फाइनेंसियल एडवाइज भी प्रदान करते हैं। 

कंपनी सेक्रेटरी क्या होता है?

कंपनी सेक्रेटरी एक कंपनी के मुख्य आस्पेक्ट्स में से एक होते हैं। टैक्स के मैनेजमेंट के अलावा, एक CS यह भी सुनिश्चित करता है कि आर्गेनाइजेशन लॉ, वैधानिक और नॉन-वैधानिक कार्यों का अच्छे से रखरखाव करते हैं। ICSI उन लोगों को प्रोफेशनल ट्रेनिंग प्रदान करता हैं, जो बिज़नेस फर्म्स के फाइनेंसियल और लीगल आस्पेक्ट्स में अपना करियर बनाने की इच्छा रखते हैं। कोर्स लीगल आस्पेक्ट्स को संभालने और कंपनी की ब्रांड इमेज के मैनेजमेंट का ज्ञान प्रदान करता है। एक कंपनी सेक्रेटरी, कंपनी के टैक्स रिटर्न्स को पूरा करने, रिकॉर्ड रखने, बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स और एडवाइजरी बोर्ड ऑफ़ मेंबर्स और सभी कानूनी और वैधानिक रूल्स को सुनिश्चित करते हैं।

चार्टर्ड अकाउंटेंट कैसे बनें?

चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने के लिए छात्रों को CA फाउंडेशन कोर्स, CA इंटरमीडिएट कोर्स और CA फाइनल कोर्स को पास करना होता है। चार्टर्ड एकाउंट्स कैसे बनें के लिए गाइड नीचे दी गई है:

CA फाउंडेशन कोर्स

इस पद के लिए इच्छुक कैंडिडेट्स को 12th पास करने के बाद CA फाउंडेशन कोर्स की तैयारी करनी होती है। इस कोर्स को पहले CPT भी कहा जाता था, जिसमें कैंडिडेट से CA के लिए एंट्रेंस टेस्ट कराया जाता था। उस समय इस कोर्स को करने के लिए कैंडिडेट को 10th के बाद ही रजिस्ट्रेशन करना होता था। लेकिन अब इसे CA फाउंडेशन कोर्स के नाम जाना जाता है, इसे करने के लिए आवेदक को 12वीं के बाद रजिस्ट्रेशन करना पड़ता है। यह परीक्षा हर वर्ष मई और नवंबर में आयोजित होती है।

CA इंटरमीडिएट कोर्स

CA फाउंडेशन को क्रैक कर लेने वाले कैंडिडेट के लिए दूसरा चरण CA इंटरमीडिएट कोर्स होता है। इसमें कैंडिडेट CA फाउंडेशन या ग्रेजुएशन के बाद डायरेक्ट आवेदन कर सकते हैं। किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले कैंडिडेट्स को CA फाउंडेशन करना ज़रूरी नहीं होता है, लेकिन इसके लिए कैंडिडेट्स को ग्रेजुएशन/पोस्ट ग्रेजुएशन में कॉमर्स स्ट्रीम में मिनिमम 55% और अन्य स्ट्रीम में 60% मार्क्स लाना बेहद ज़रूरी है।

आर्टिकलशिप

CA IPCC या इंटरमीडिएट कोर्स करने के बाद आपको किसी CA के अंतरगर्त या अपनी 3 साल की आर्टिकलशिप पूरी करनी होगी। यहाँ आपको टैक्स रिटर्न से लेकर ऑडिटिंग तक का प्रैक्टिकल नॉलेज मिलता है। यहाँ आपको CA के कार्य और जिम्मेदारियों के बारे में पता चलेगा।

CA फाइनल

कैंडिडेट जब CA इंटरमीडिएट को पास कर लेते हैं और अपनी आर्टिकलशिप पूरी कर लेते हैं या ट्रेनिंग पूरी करने से 6 महीने पहले CA फाइनल के लिए अप्लाई कर सकते हैं। यह CA बनने का अंतिम चरण होता है, जिसे पास करने के बाद कैंडिडेट को CA पद के लिए लिए अप्पोइंट कर लिया जाता है।

कंपनी सेक्रेटरी कैसे बनें?

एक महत्वाकांक्षी कंपनी सेक्रेटरी उम्मीदवार के लिए तीन चरणों को पूरा करना होता है। तीन चरणों में फाउंडेशन, इंटरमीडिएट और फाइनल कोर्स के लिए अप्लाई करना हैं। कंपनी सेक्रेटरी कैसे बने के लिए स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस नीचे दी गई है:

  • अपनी 12वीं तक की स्कूली शिक्षा कॉमर्स स्ट्रीम से पूरी करनी होगी।
  • 12वीं कक्षा पूरी करने के बाद छात्रों को इंस्टिट्यूट ऑफ़ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ़ इंडिया में फाउंडेशन कोर्स के लिए आवेदन करना होगा। यह कोर्स आठ महीने की अवधि का होता है। प्रवेश के तीन साल के भीतर कोर्स को पास करना आवश्यक है।
  • एक बार जब छात्र ICSI फाउंडेशन कोर्स पूरा कर लेते हैं तो आप ICSI इंटरमीडिएट कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं।
  • ICSI इंटरमीडिएट कोर्स पास करने के बाद छात्र ICSI के अंतिम चरण में एनरोलमेंट के लिए पात्र हैं, जो कि CS बनने की प्रक्रिया में अंतिम स्टेप है।
  • अगला कदम ट्रेनिंग पूरी करना है। कोर्स के अंतिम स्तर को पूरा करने के बाद छात्रों को शार्ट टर्म ट्रेनिंग से गुजरना चाहिए।
  • इंटरमीडिएट लेवल के दौरान और अंतिम स्तर के बाद ट्रेनिंग द्वारा प्राप्त प्रैक्टिकल नॉलेज ICSI की एसोसिएट मैम्बरशिप प्राप्त करने में मदद करती है।
  • एक बार छात्रों का सफल प्रशिक्षण पूरा हो जाने के बाद, वे एसोसिएट कंपनी सेक्रेटरी बनने के योग्य हो जाते हैं।
  • कंपनी सेक्रेटरी के करियर का मुख्य मार्ग तभी शुरू होता है, जब वे एसोसिएट कंपनी सेक्रेटरी के रूप में योग्य होते हैं।

 

कोर्स अवधि 

CA aur CS me antar के संबंध में एक और महत्वपूर्ण कोर्स की अवधि है। CA और CS दोनों कोर्स में 3 लेवल शामिल हैं, लेकिन प्रत्येक क्षेत्र की अवधि एक-दूसरे से अलग होती हैं। अगर तुलना की जाए तो CS, CA से छोटा होता है और इसे 2-3 साल में पूरा किया जा सकता है। जबकि CA को पूरा होने में 5 साल लगते हैं (प्रशिक्षण अवधि सहित)।

CA और CS के लिए योग्यता 

CA और CS दोनों ही भारत में सबसे अधिक मांग वाले करियर में से कुछ हैं और कई उम्मीदवार अपनी 12 वीं कक्षा खत्म करने के बाद CA aur CS me antar के लिए आवेदन करना शुरू करते हैं। दो कार्यक्रमों के लिए क्वालिफिकेशन प्राप्त करने के लिए आपको विस्तृत योग्यता का पालन करना होगा।

CA के लिए योग्यता 

  • आपने 10वीं के बाद की पढ़ाई कॉमर्स स्ट्रीम से पूरी की हो।
  • 12वीं में कम से कम 50% अंक प्राप्त किए हों।
  • यदि आप 12वीं के बाद CA नहीं करते हैं, तो आप अपनी ग्रेजुएशन के बाद CA के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
  • ACCA एकाउंटेंट के रूप में विचार करने के लिए आपको इन 3 योग्यता की आवश्यकता है: परीक्षा, प्रैक्टिकल अनुभव और एक एथिक मॉड्यूल। इस सर्टिफिकेट को प्राप्त करने के इच्छुक छात्रों को कुल 14 पेपर पास करने होंगे। क्वालिफिकेशन प्राप्त करने से पहले उन्हें तीन साल का कार्य अनुभव पूरा करना होगा।

CS के लिए योग्यता 

  • आपने 10वीं के बाद की पढ़ाई कॉमर्स स्ट्रीम से पूरी की हो।
  • 12वीं में कम से कम 50% अंक प्राप्त किए हों।
  • यदि आप 12वीं के बाद छात्र को इंस्टिट्यूट ऑफ़ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ़ इंडिया में फाउंडेशन कोर्स के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा।

विषयों में अंतर

आगे हमारे CA aur CS me antar में, हम दोनों कोर्सेज के सिलेबस को देखेंगे। दोनों क्षेत्र एक ही डोमेन से संबंधित हैं लेकिन नॉलेज और स्किल प्रदान करते हैं जो विभिन्न क्षेत्रों को पूरा करने में मदद करते हैं:

CACS
बेसिक्स ऑफ़ एकाउंटिंग कंपनी लॉ 
ऑडिट एंड असुरेन्स टैक्स लॉ 
फाइनेंसियल मैनेजमेंट एंड कॉस्टिंग इकोनॉमिक्स लेबर एंड इंडस्ट्रियल लॉ 
डायरेक्ट टैक्स जनरल एंड कमर्शियल लॉ 
मैनेजमेंट एकाउंटिंग बैंकिंग लॉ 
फाइनेंसियल एनालिसिस इंस्युरेन्स- लॉ एंड प्रैक्टिस 

करियर के अवसरों में अंतर

जो छात्र CS में अपना करियर बना रहे हैं, वे वैश्विक स्तर पर बिग कॉर्पोरेट फर्म में अवसरों की एक विस्तृत श्रृंखला तलाश सकते हैं। वे गवर्नेंस, एडमिनिस्ट्रेशन, स्टेकहोल्डर्स के साथ मीटिंग और बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स जैसे विभिन्न विभागों में नौकरी के अवसर पा सकते हैं। छात्र विभिन्न फर्म के लिए कंपनी सेक्रेटरी के रूप में स्वतंत्र रूप से काम करने के विकल्प पर भी विचार कर सकते हैं।

CA में करियर बनाने वाले छात्रों के पास CS की तुलना में करियर के अधिक अवसर होते हैं। वे गवर्नमेंट आर्गेनाइजेशन, प्राइवेट फर्म्स, बैंक, लॉ फर्म, बिज़नेस इंटरप्राइजेज, सिविल सर्विसेज आदि सहित सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों का पता लगा सकते हैं। 

CA और CS की सैलरी 

CA की औसत सैलरी CS से ज्यादा है। Glassdoor के अनुसार, भारत में एक कंपनी सेक्रेटरी की औसत सैलरी 6 लाख रुपये/सालाना है जबकि भारत में एक चार्टर्ड अकाउंटेंट की औसत सैलरी लगभग 8 लाख रुपये/सालाना है। 

टॉप रिक्रूटर्स 

जब CA aur CS me antar के लिए नौकरी के अवसरों की बात आती है, तो ग्रेजुएट्स भारत में प्राइवेट और पब्लिक दोनों क्षेत्र में आकर्षक विकल्प पा सकते हैं। योग्य CA और CS की मांग बढ़ रही है और उम्मीदवार विविध क्षेत्रों में कई तरह के प्रोफाइल चुन सकते हैं। आइए भारत में CA और CS को रिक्रूट करने वाली टॉप कम्पनीज इस प्रकार हैं।

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