Sunday, January 22, 2023

ग्रेजुएशन के बाद भी कर सकते हैं सीए

कॉमर्स करने वाले ज्‍यादातर छात्रों का सपना ग्रेजुएशन के बाद चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) कोर्स करना होता है। हालांकि सभी को पता है कि यह इतना आसान नहीं है। इसके लिए छात्रों को कठिन परीक्षा से होकर गुजरना पड़ता है। CA का काम वित्तीय लेखा-जोखा तैयार करना, वित्तीय सलाह देना, ऑडिट अकाउंट का विश्लेषण करना और टैक्स से संबंधित काम करना होता है। साथ ही टैक्स के भुगतान का हिसाब-किताब भी CA के जिम्मे ही होता है। यह एक बहुत ही अच्छी पोस्ट है। किसी भी अकाउंटेंट का स्टेटस डॉक्टर इंजीनियर से कम नहीं होता।

CA बनने के लिए आपको 12वी के बाद सीपीटी परीक्षा को पास करना होता है। सीपीटी (CPT) परीक्षा को पास करने के बाद आप आईपीसीसी (IPCC) परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। हालांकि कई बार छात्र सीपीटी की परीक्षा देने से चूक जाते हैं, लेकिन आप अपना ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद भी इस परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। यदि आप ग्रेजुएट छात्र है तो आप सीधा आईपीसीसी में प्रवेश कर सकते हैं। आईपीसीसी में सीधा प्रवेश पाने के लिए आपको ग्रेजुएशन में 55 फीसदी अंक होने चाहिए जब के अन्य ग्रेजुएशन के लिए 60 फीसदी अंक होना अनिर्वाय है।
कितने साल का कोर्स है (Course Details)
ग्रेजुएशन के बाद CA का कोर्स करने की न्यूनतम अवधि 3 वर्ष है, क्योंकि आप खुद को पंजीकृत करने के 9 महीने बाद सीधे आईपीसीसी परीक्षा दे सकते हैं। जिसके बाद आपको चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने के लिए 2.5 - 3 साल की आर्टिकलशिप भी पूरी करनी होगी। वहीं यदि आपके पास सीपीटी परीक्षा से छूट प्राप्त करने के लिए जरूरी अंक है तो आप सीपीटी छूट प्राप्त करके स्नातक के बाद सीधे CA के साथ अपना आर्टिकलशिप शुरू कर सकते हैं और आगे आईपीसीसी परीक्षा दे सकते हैं।
कोर्स की फीस (Course Fees) 
ग्रेजुएशन के बाद CA करने की फीस लगभग 19 हजार से 27 हजार रुपये है। इसमें पंजीकरण शुल्क, लेख पंजीकरण शुल्क, पाठ्यक्रम शुल्क और सूचना प्रौद्योगिकी शुल्क शामिल हैं। वहीं आपकी फीस इस बात पर भी निर्भर करता है कि इन परीक्षाओं को पास करने के लिए कितने अटेंप्ट लेते हैं और अगर आप CA की कोचिंग लेना चाहते हैं तो इसमें आपको 50 हजार से लेकर 2 लाख रूपये खर्च करने पड़ सकते हैं।
सीए का कार्य (Duties of aChartered Accountant)
  1. फाइनेंशियल सिस्टम और बजट का मैनेजमेंट करना।
  2. फाइनेंशियल ऑडिट करना।
  3. वित्तीय सलाह प्रदान करना।
  4. क्लाइंट के साथ संपर्क करना, फाइनेंशियल जानकारी और सलाह देना।
  5. कंपनी के सिस्टम का रिव्यू और जोखिम का एनालिसिस करना।
  6. फाइनेंसियल जानकारी और सिस्टम की जांच करने के लिए टेस्ट करना।
  7. टैक्स प्लनिंग पर ग्राहकों को सलाह देना।
  8. अकाउंटिंग रिकॉर्ड्स को मेंटेन करना और छोटे बिजनेस के लिए अकाउंट मैनेजमेंट इनफार्मेशन तैयार करना।
  9. फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन पर क्लाइंट को सलाह देना।
  10. बिजनेस में इम्प्रूवमेंट लाने के लिए क्लाइंट को सलाह देने के साथ दिवालियापन से निपटने के तरीके बताना
  11. धोखाधड़ी का पता लगाना और उससे निपटना।
  12. इंटरनल और एक्सटर्नल ऑडिटर के साथ मिलकर किसी भी गड़बड़ी से निपटना।
  13. मंथली और एनुअली अकाउंट के साथ फाइनेंसियल स्टेटमेंट तैयार करना।


करियर ऑप्‍शन (Career Options)
CA का कोर्स पूरा करने के बाद आप आसानी से किसी भी मल्टीनेशनल कंपनी में चार्टर्ड अकाउंटेंट की जॉब शुरू कर सकते हैं। इन कंपनियों में आप फाइनेंस, अकाउंट्स एवं टैक्स डिपार्टमेंट में फाइनेंस मैनेजर, अकाउंट्स मैनेजर, फाइनेंशियल बिजनेस एनालिस्ट, ऑडिटिंग व इंटरनल ऑडिटिंग, स्पेशल ऑडिट्स सहित चेयरमैन, मैनेजिंग डायरेक्टर, सीईओ, फाइनेंस डायरेक्टर, फाइनेंशियल कंट्रोलर, चीफ अकाउंटेंट, चीफ इंटरनल ऑडिटर जैसे महत्वपूर्ण पदों पर काम कर सकते हैं। यही नहीं, CA के लिए खुद की प्रैक्टिस की जा सकती है। जहां तक नौकरी का सवाल है तो देश में जितने भी फाइनेंशियल सेक्टर हैं, वहां CA के लिए संभावनाएं हैं। एक चार्टर्ड एकाउंटेंट को काम की कभी कमी नहीं पड़ती।

सैलरी (Salary)
एक CA का करियर जितना शानदार होता है, उतना ही सैलरी भी शानदार होती है। CA का काम बहुत मेहनत और जिम्मेदारी वाला होता है। इसी वजह से उसे दिन के 9 से 10 घंटे काम करना पड़ता है। कोर्स के बाद एक CA जूनियर लेवल पर 20 से 40 हजार रुपये प्रतिमाह और सीनियर लेवल पर 50 से 70 हजार रुपये प्रतिमाह कमा सकता है। वहीं 2-3 वर्ष का अनुभव रखने वाले CA को 1 लाख रुपये प्रतिमाह के करीब सैलरी मिल सकती है।

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