र्यावरण को बेहतर बनाने और सार्वजनिक स्थलों को आकर्षक बनाने के लिए अब 'ग्रीन इन्फ्रास्ट्रक्चर' पर जोर दिया जा रहा है। यह इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के लिए स्किल्ड प्रोफेशनल्स की जरूरत होती है, जिन्हें लैंडस्केप आर्किटेक्ट्स कहा जाता है। अगर आपको आर्किटेक्चर में रुचि है और आप पर्यावरण को बेहतर बनाने में अपना योगदान देना चाहते हैं, तो यह फील्ड आपके लिए परफेक्ट है।
क्या है लैंडस्केप आर्किटेक्चर?
यह आर्किटेक्चर की सब-ब्रांच है, जिसमें सार्वजनिक स्थलों, लैंडमार्क्स या पार्क्स आदि को डिजाइन करना, उनकी प्लानिंग करना और उनका मैनेजमेंट शामिल होता है। लैंडस्केप आर्किटेक्ट्स अपनी विशेषज्ञता के जरिए जगह की जरूरत को देखते हुए ऐसी डिजाइन तैयार करते हैं, जो देखने में आकर्षक होती हैं। इसमें हरियाली का भी खास खयाल रखा जाता है।
इस फील्ड में करियर बनाने के लिए 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स विषय होना जरूरी है। इसके बाद आप बैचलर इन आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग, बैचलर ऑफ लैंडस्केप आर्किटेक्चर या बैचलर ऑफ साइंस इन लैंडस्केप आर्किटेक्चर का कोर्स कर सकते हैं।
भविष्य की संभावनाएं
आप सरकारी या प्राइवेट सेक्टर में अर्बन प्लानिंग, साइट प्लानिंग, एन्वायर्नमेंट प्लानिंग, रियल एस्टेट और ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर ऑर्गेनाइजेशन्स व कंपनीज में काम कर सकते हैं या अपना बिजनेस भी शुरू कर सकते कमाई कितनी? इस फील्ड में शुरुआत 2-4 लाख रुपए के एनुअल पैकेज से होती है। थोड़े अनुभव के बाद 8-10 लाख रुपए के एनुअल पैकेज पर जॉब मिल सकती है।
कैसी है वर्क प्रोफाइल?
इस फील्ड में आप लैंडस्केप आर्किटेक्ट, साइट डिजाइनर, सिविल इंजीनियर, आर्किटेक्ट, डिजाइनर, आर्किटेक्ट मैनेजर, लैंडस्केप कंसल्टेंट, लैंडस्केप आर्किटेक्ट सुपरवाइजर आदि के तौर पर काम कर सकते है।
जरूरी स्किल्स
इस फील्ड में सफल होने के लिए आपमें क्रिएटिविटी के साथ-साथ डिजाइन को समझने का एप्टिट्यूड भी होना चाहिए। कम से कम स्पेस में बेहतरीन डिजाइन तैयार करने की कला आपमें होनी चाहिए। इसके अलावा अलग-अलग तरह के पौधों के बारे में अच्छी जानकारी होनी चाहिए।
प्रमुख संस्थान
- एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग
- स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर
- सीसीएलएस कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर एंड डिजाइन सीईपीटी यूनिवर्सिटी
- डॉ. भानुबेन नानावटी कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर फॉर विमेन
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