Monday, August 22, 2022

बीयूएमएस कोर्स

BUMS Course Details In Hindi - यूनानी मेडिसिन और सर्जरी के क्षेत्र में BUMS बेहतरीन कोर्स होता है। मेडिकल फील्ड में करियर बनाने के लिए 12वीं के बाद बहुत से कोर्स उपलब्ध हैं जैसे MBBS, BAMS, BDS आदि। ऐसे स्टूडेंट्स जो यूनानी चिकित्सा में भविष्य बनाना चाहते हैं वे BUMS कोर्स करते हैं। यहां पर BUMS कोर्स की संपूर्ण जानकारी (BUMS course details in hindi) दी गई है।
यदि आप 12वीं के बाद BUMS कोर्स करना चाहते हैं तो यह आर्टिकल पूरा जरूर पढ़ें। यहां पर BUMS full form in hindi, BUMS क्या है? इस कोर्स के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया, एडमिशन और कोर्स फीस के बारे में बताया गया है। साथ ही भी जानेंगे कि आज के समय में BUMS कोर्स करने के बाद करियर स्कोप क्या है? हमें BUMS कोर्स करना चाहिए या नहीं?

BUMS Course Details In Hindi - BUMS क्या है

बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी (BUMS) कोर्स 5.5 वर्ष का होता है। जिसमें 4.5 वर्ष मुख्य पाठ्यक्रम की क्लासेज चलती हैं और अंतिम 1 वर्ष में इंटर्नशिप करनी होती है। भारत में BUMS मेडिकल डिग्री कोर्स सेंट्रल काउंसिल आफ इंडियन मेडिसिन (CCIM) द्वारा नियंत्रित किया जाता है।

BUMS अंडरग्रैजुएट डिग्री कोर्स है। जिसकी टोटल फीस ₹50000 से ₹500000 तक हो सकती है। BUMS कोर्स करने के बाद यूनानी कंसलटेंट, थैरेपिस्ट, मेडिकल असिस्टेंट आदि जैसी जॉब प्रोफाइल पर नौकरी कर सकते हैं। यूनानी चिकित्सा में प्राचीन प्रक्रियाओं द्वारा मरीज का इलाज किया जाता है।

BUMS Full Form In Hindi (BUMS फुल फॉर्म)

BUMS का फुल फॉर्म होता है "Bachelor of Unani Medicine and Surgery" जिसे हिंदी में 'यूनानी काय चिकित्सा एवं शल्य चिकित्सा स्नातक' के नाम से जानते हैं। BUMS कोर्स में यूनानी चिकित्सा की विभिन्न तकनीकी और प्राचीन तरीके से इलाज के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी जाती है। जिसमें मसाज, डायाफोरेसिस, लीचिंग, एक्सरसाइज आदि शामिल है।


BUMS कोर्स करने के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया

ऐसे स्टूडेंट्स जो BUMS कोर्स करके बेहतरीन करियर बनाना चाहते हैं। उन्हें इस कोर्स के एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को पूरा करना अनिवार्य होता है। अन्यथा वे इस कोर्स में एडमिशन के लिए एलिजिबल नहीं होते हैं। BUMS कोर्स के लिए योग्यता (एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया) के बारे में नीचे बताया गया है।

  • BUMS कोर्स में एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट्स किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं या समांतर परीक्षा न्यूनतम 50% अंक के साथ पास किए हो।
  • 12वीं या समांतर परीक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी तथा अंग्रेजी मुख्य विषय रहे हो।
  • स्टूडेंट्स की आयु कम से कम 17 वर्ष होनी चाहिए।
  • BUMS कोर्स के लिए किसी अच्छे कॉलेज में एडमिशन के लिए यूनिवर्सिटी या राज्य तथा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रवेश परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने होते हैं।
  • 10वीं या 12वीं परीक्षा में उर्दू भाषा होने से BUMS कोर्स में अत्यधिक फायदा होता है।


BUMS कोर्स में एडमिशन कैसे लें - BUMS कैसे करें

BUMS (बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी) कोर्स में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा देना होता है। चाहे प्राइवेट कॉलेज हो या गवर्नमेंट कॉलेज BUMS कोर्स में एडमिशन राष्ट्र स्तर, राज्य स्तर या यूनिवर्सिटी स्तर पर आयोजित एंट्रेंस एग्जाम देना होता है। और एंट्रेंस एग्जाम में प्राप्त अंकों के आधार पर कॉलेज में एडमिशन मिलता है।

  • BUMS के लिए आयोजित राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रवेश परीक्षा (NEET UG), राज्य स्तर (OJEE, TS EAMCET) आदि या फिर यूनिवर्सिटी स्तर पर आयोजित प्रवेश परीक्षा के लिए एप्लीकेशन फॉर्म भरना होता है।
  • BUMS के लिए आयोजित एंट्रेंस एग्जाम देने के बाद अगले स्टेट में काउंसलिंग प्रोसेस होता है। जिसमें प्रत्येक प्रवेश परीक्षा मेरिट लिस्ट जारी करता है। और कैंडिडेट काउंसलिंग के लिए अप्लाई करता है।


BUMS कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam)

जैसा कि पहले बताया जा चुका है कि BUMS कोर्स में एडमिशन प्रवेश परीक्षा के आधार पर होता है, चाहे गवर्नमेंट कॉलेज हो या प्राइवेट कॉलेज। इसलिए आप विभिन्न एंट्रेंस एग्जाम के एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को ध्यान में रखते हुए इन प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर सकते हैं।

  • NEET UG
  • Assam CEE entrance test
  • Telangana TS EAMCET entrance test
  • AP EAMCET आंध्र प्रदेश कॉमन एंट्रेंस टेस्ट
  • IPU CET (इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट)
  • BVP CET (भारती विद्यापीठ कॉमन एंट्रेंस टेस्ट)


BUMS कोर्स करने के बाद करियर ऑप्शंस

BUMS कोर्स करने के बाद BUMS ग्रेजुएट के लिए प्राइवेट सेक्टर व गवर्नमेंट सेक्टर दोनों में जॉब अपॉर्चुनिटी उपलब्ध होती है। इसके अलावा BUMS ग्रेजुएट हाकिम के तौर पर प्राइवेट प्रैक्टिस भी शुरू कर सकते हैं। यूनानी सेक्टर में BUMS ग्रेजुएट के लिए रोजगार के बहुत से विकल्प होते हैं। वे यूनानी फार्मास्यूटिकल कंपनी या फार्मेसी कंपनी में जॉब कर सकते हैं।


BUMS के बाद रोजगार के क्षेत्र कौन-कौन से हैं?

BUMS कोर्स पूरा करने के बाद आप अपने पसंद के क्षेत्र में रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। यहां पर ऐसे ही कुछ रोजगार के क्षेत्र बताए गए हैं। जिनमें BUMS ग्रेजुएट करियर बना सकते हैं।

  • गवर्नमेंट और प्राइवेट हॉस्पिटल
  • फार्मेसी
  • फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री
  • रिसर्च लैब
  • एजुकेशनल इंस्टीट्यूट
  • पर्सनल क्लिनिक
  • लाइफ साइंस इंडस्ट्री
  • हेल्थ केयर कम्युनिटी
  • यूनानी चैरिटेबल इंस्टीट्यूट
  • गवर्नमेंट जॉब


BUMS कोर्स करने के बाद जॉब प्रोफाइल

BUMS कोर्स पूरा करने के बाद आप विभिन्न सेक्टर में विभिन्न जो प्रोफाइल पर करियर बना सकते हैं।

  • हाकिम
  • फार्मासिस्ट
  • यूनानी डिस्ट्रीब्यूटर
  • प्रोफ़ेसर
  • ड्रग इंस्पेक्टर
  • यूनानी कंसलटेंट
  • थैरेपिस्ट


BUMS Course Kitne Saal Ka Hai?

BUMS कोर्स 5.5 वर्ष का होता है। जिसमें 4.5 वर्ष मुख्य पाठ्यक्रम की क्लासें चलती हैं और 1 साल इंटर्नशिप करनी होती है।

क्या MBBS और BUMS समांतर है?

नहीं, BUMS और MBBS दोनों ही अलग-अलग कोर्स है। BUMS कोर्स करने के बाद आप यूनानी फील्ड से संबंधित क्षेत्र में जॉब कर सकते हैं।


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