इलेक्ट्रिकल इंजीनियर क्या होता है
एक इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर वह होता है जो सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की डिजाइनिंग करने के साथ-साथ उनका विकास भी करता है। यहां बता दें कि इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर का किसी भी देश की टेक्नोलॉजी के विकास में काफी महत्वपूर्ण योगदान होता है क्योंकि वह विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को बनाने के साथ-साथ उनका आविष्कार भी करता है।
यहां आपको जानकारी के लिए यह भी बता दें कि एक इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर का काम काफी जिम्मेदारी वाला होता है और इसमें खतरा भी होता है इसलिए इस कार्य को काफी निपुणता के साथ किया जाता है। आज के समय में कोई भी काम बिजली के बिना नहीं हो सकता और इसके संचालन और नियंत्रण के लिए ही एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की आवश्यकता होती है। अगर कोई उम्मीदवार इस फील्ड में अपना कैरियर बनाना चाहता है तो उसे इसके लिए डिप्लोमा या फिर डिग्री कोर्स करना होता है।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कोर्स लिस्ट
- बीटेक इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
- बीई इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
- डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनाने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए
- कैंडिडेट ने किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से 10+2 पास की हो।
- छात्र ने 12वीं कक्षा में विज्ञान विषय गणित के साथ पास किया हो।
- 12वीं कक्षा में छात्र ने 60% अंक हासिल किए होना अनिवार्य है।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया
अगर कोई छात्र बारहवीं कक्षा के बाद इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के कोर्स में एडमिशन लेना चाहता है तो उसकी जानकारी के लिए हम बता दें कि हमारे देश भारत में ऐसे बहुत सारे कॉलेज और संस्थान हैं जहां पर वह इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकता है लेकिन किसी अच्छे सरकारी कॉलेज में दाखिले के लिए उसे प्रवेश परीक्षा को पास करना होता है।
हमारे देश में हर साल इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के लिए विभिन्न परीक्षाएं आयोजित करवाई जाती हैं जैसे- जेईई मेंस (JEE MAINS), डब्ल्यूबीजेईई (WBJEE), वीआईटीजेईई (VITJEE), एमएचटीसीईटी (MHTCET) इत्यादि। यहां एक बात आपको हम बता दें कि अगर आप प्रवेश परीक्षा में कामयाब नहीं हो पाते हैं तो फिर आपको किसी सरकारी संस्थान में दाखिला नहीं मिल सकेगा। लेकिन आपको इसके लिए निराश होने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि देश में ऐसे दूसरे बहुत सारे कॉलेज हैं जहां पर आप बिना प्रवेश परीक्षा के भी इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कोर्स कर सकते हैं। लेकिन फिर भी हम आप को यही सलाह देंगे कि पहले आप यह कोशिश करें कि आप देश में आयोजित की जाने वाली इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग परीक्षा को पास करने की कोशिश अवश्य करें।
भारत में टॉप 10 इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कॉलेजों
अगर आप एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनना चाहते हैं और आपको यह नहीं पता है कि आप कौन कौन से कॉलेजों से इस कोर्स को कर सकते हैं तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जब आप इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के लिए होने वाली परीक्षा को पास कर लेंगे तो आपको भारत के विभिन्न कॉलेजों में पढ़ाई करने का अवसर मिलेगा जिनके नाम इस प्रकार से है-
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी मुंबई (Indian Institute of Technology Mumbai)
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी गुवाहाटी (Indian Institute of Technology Guwahati)
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी दिल्ली (Indian Institute of Technology, Delhi)
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कानपुर (Indian Institute of Technology, Kanpur)
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी खड़कपुर (Indian Institute of Technology, Kharagpur)
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी मद्रास (Indian Institute of Technology, Madras)
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (National Institute of Technology)
- मणिपाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (Manipal Institute of Technology, Manipal)
- दिल्ली कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग दिल्ली (Delhi college of Engineering, Delhi)
- बिट्स पिलानी (BITS Pilani)
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कोर्स फीस
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कोर्स के लिए छात्र को फीस का अनुमान उसी समय लगता है जिस समय उसका एडमिशन होता है क्योंकि प्रत्येक कॉलेज या संस्थान में अलग अलग फीस का प्रावधान है। अगर आप प्रवेश परीक्षा पास कर लेते हैं तो आपको किसी भी सरकारी कॉलेज में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने का मौका मिल जाता है जहां पर आप अपना कोर्स बहुत कम पैसों में कर लेते हैं लेकिन इसके अलावा ऐसे बहुत सारे निजी संस्थान भी हैं जहां पर उम्मीदवार को काफी अधिक फीस देनी पड़ जाती है।
इसके साथ साथ हम यह भी बता दें कि अगर आप डिग्री कोर्स करेंगे तो उसके लिए आपको अधिक फीस का भुगतान करना पड़ता है और वही अगर आप डिप्लोमा कोर्स करेंगे तो वहां पर आपको कम फीस का भुगतान करना होता है। हालांकि इस कोर्स को करने के लिए उम्मीदवार को हर साल 50 हजार से लेकर 2 लाख रुपए तक का खर्च करना पड़ सकता है। लेकिन किसी संस्थान में यह फीस कम हो सकती है और किसी में आपको इससे भी अधिक फीस देनी पड़ सकती है।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कोर्स के बाद प्राइवेट सेक्टर में जॉब्स
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग एक ऐसी फील्ड है जहां पर उम्मीदवार को कभी भी नौकरी की कोई समस्या नहीं आती है क्योंकि देशभर में इनकी आवश्यकता भारी पैमाने पर रहती है। तो ऐसे में यदि कोई उम्मीदवार इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बन जाता है तो उसको विभिन्न प्राइवेट सेक्टर में काम करने के अवसर आसानी से मिल जाते हैं जैसे विद्युत उत्पादन केंद्र, रेडियो, टेलीविजन, इलेक्ट्रिकल कंपनी इत्यादि।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कोर्स के बाद गवर्नमेंट सेक्टर में जॉब्स
जिस तरह से एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर को प्राइवेट विभागों में बहुत सारे नौकरी के अवसर आसानी से मिल जाते हैं ठीक उसी तरह से उसको सरकारी विभागों में भी जॉब करने के अवसर मिल जाते हैं। यहां बता दें कि हमारे देश में हर साल विभिन्न सरकारी विभागों में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की भर्ती के लिए काफी रिक्तियां निकलती हैं जहां पर वह आवेदन कर सकते हैं। इस प्रकार वो सरकारी बिजली विभाग, सरकारी दफ्तरों, कॉलेज, संस्थानों, अस्पतालों इत्यादि में काम कर सकते हैं।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के कार्य
एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के कार्य बहुत सारे होते हैं जिसमें काफी जोखिम भी होता है और उसके साथ साथ बिजली के उन कार्यों को करते समय इलेक्ट्रिकल इंजीनियर को काफी सावधानियां भी बरतनी पड़ती हैं। निम्नलिखित हम आपको कुछ उन कार्यों के बारे में बता रहे हैं जो एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर करता है-
- सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का परीक्षण और उनका रखरखाव।
- अगर किसी सिस्टम में किसी प्रकार का संशोधन करने की आवश्यकता है तो उसको ठीक करना।
- प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की खोज करना और हर तरह के छोटे या बड़े इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसिज को बनाना।
- किसी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण में अगर कोई खराबी है तो उसको ठीक करने के साथ-साथ उसका नए वर्जन में अपडेट करना।
- देश के इलेक्ट्रॉनिक विभागों में बिजली से जुड़े हुए कार्य करना और वहां का सारा काम देखना।
- इसके अलावा इलेक्ट्रिकल इंजीनियर कंप्यूटर टेक्नोलॉजी में भी होने वाली खराबी को भी ठीक करने का काम भी करते हैं।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियर का वेतन कितनी होती है
जब एक उम्मीदवार सफलतापूर्वक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग का कोर्स पूरा कर लेता है और उसके बाद वह इस इंडस्ट्री में जॉब करना चाहता है तो आपकी जानकारी के लिए हम बता दें कि उसको शुरुआत में ही 30 हजार रुपए से लेकर 40 हजार रुपए हर महीने की सैलरी मिल जाती है। लेकिन जैसे-जैसे इस क्षेत्र में उसका अनुभव बढ़ता है जाता है तो उसकी सैलरी भी बढ़ने लगती है। यहां आपको एक बात हम यह भी बता दें कि अगर कोई उम्मीदवार किसी दूसरी कंट्री में जाकर नौकरी करता है तो तब वहां पर उसे हर महीने लाखों रुपए का वेतनमान मिलता है।
निष्कर्ष
दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल इलेक्ट्रिकल इंजीनियर (Electrical Engineer) कैसे बनें। इस लेख के माध्यम से हमने आपको यह जानकारी दी कि किस प्रकार से आप 12वीं के बाद electrical engineer बन सकते हैं। इसके साथ-साथ हमने आपको यह भी बताया कि भारत में कौन से टॉप इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कोर्स के कॉलेज हैं और इसके अलावा हमने आपको यह भी बताया कि इस कोर्स को करने के लिए आपको कितनी फीस देनी पड़ सकती है।
इसके साथ-साथ हमने आपको यह जानकारी भी दी कि एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के क्या-क्या काम होते हैं एवं अन्य दूसरी जानकारियां भी हमने आपको दे दी है और हमें पूरी आशा है कि यह आर्टिकल आपके लिए काफी उपयोगी रहा होगा। इसलिए हमारी आप से रिक्वेस्ट है कि इस आर्टिकल को सोशल मीडिया पर के साथ भी शेयर करें जो 12वीं के बाद इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं।
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