युवाओं को ग्लैमर इंडस्ट्री हमेशा से आकर्षित करती रही है। इसमें रोजगार के विकल्प भी काफी बढ़ गए हैं। इवेंट मैनेजमेंट भी चकाचौंध से जुड़ा एक ऐसा ही रोजगार है जो हाल के दिनों में युवाओं द्वारा काफी पसंद किया जाने लगा है। करीब एक दशक पूर्व शुरू हुए इस उद्योग में वार्षिक कई सौ फीसदी की बढ़ोतरी हो रही है। खास बात है कि इस करियर में किसी बड़े निवेश की जरूरत नहीं होती है, जबकि यहां काम करने वालों को अपनी रचनात्मकता प्रदर्शित करने के मौके मिलते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि उपयुक्त प्रतिभा हो तो किसी भी विषय के छात्र इस फील्ड में सफल करियर बना सकते हैं।
हर दिन कोई न कोई उत्सव आयोजित किया जाता है। घर में शादी-ब्याह हो या बाहर चुनाव, क्रिकेट जगत में आईपीएल हो या कालेज में सालाना उत्सव, इन सबकी तैयारी के लिए न तो लोगों के पास इतना वक्त होता है और न ही आदमी कि वे समय रहते काम पूरा कर लें। ऐसे में इस तरह के आयोजनों का जिम्मा खास तरह के लोगों को या ऐसे लोगों को दिया जाता है जो इससे जुड़े रहे हों, इस क्षेत्र में खासा अनुभव रखते हो, आयोजन कराने का जिम्मा लेने वाला इसके एवज में अच्छी-खासी रकम वसूलता है। यह काम अब प्रोफेशन के रूप में तबदील हो गया है। इसके लिए कंपनियां बन गई हैं, जहां प्रशिक्षित लोगों की टीम काम करती है।
क्या करते हैं इवेंट मैनेजर
इवेंट मैनेजमेंट से जुड़े लोग किसी व्यावसायिक या सामाजिक समारोह को आयोजित करते हैं। इसमें मुख्य रूप से फैशन शो, संगीत समारोह, शादी समारोह, थीम पार्टी, प्रदर्शनी, कारपोरेट सेमिनार, प्रोडक्ट लांचिंग, प्रीमियर के प्रोग्राम आते है। इवेंट मैनेजर क्लाइंट या कंपनी के बजट को ध्यान में रखकर प्रोग्राम का आयोजन करते हैं, होटल या हॉल बुक करने, साज-सज्जा,एंटरटेनमेंट, लंच-डिनर के लिए खास तरह के मेन्यू को तैयार करवाने, गेस्ट के स्वागत तक की व्यवस्था इवेंट मैनेजमेंट ग्रुप में शामिल लोगों को करनी होती है।
कोर्स से कार्य तक
इवेंट मैनेजमेंट में कई तरह के कोर्स उपलब्ध हैं। इसके तहत कारपोरेट इवेंट एंटरटेनमेंट, स्पोर्ट इनोवेशन, मार्केटिंग, प्रोमोशन जैसे कई तरह के कोर्स हैं। दाखिला लेने वाले छात्रों से पहले पूछा जाता है कि वे किस क्षेत्र में रुचि रखते हैं। इस क्षेत्र में आने से पहले आप इस बात का भी ध्यान रखें कि आपको अंग्रेजी और हिंदी, दोनों भाषा का अच्छी तरह ज्ञान हो। क्योंकि किसी भी इवेंट में देश-विदेश की भाषाओं के मेहमान आते हैं, उनसे बातचीत के लिए अंग्रेजी एक जरिया बनती है। कारपोरेट इवेंट का काम आमतौर पर बड़े-बड़े होटलों से जुड़ा है। होटलों में दो कंपनियों के बीच व्यापार समझौता और फिर इस खुशी में पार्टी और मनोरंजन जैसी चीजें भी शामिल होती हैं। मेहमानों की खातिरदारी में कोई कमी न हो, यह जिम्मा कारपोरेट इवेंट मैनेजर को निभाना होता है। एंटरटेनमेंट के तहत कहीं सीरियल, तो कहीं फिल्म रिलीज की जाती है। इस काम को एंटरटेनमेंट इवेंट मैनेजर को बखूबी सफल बनाना होता है।
योग्यता
इस क्षेत्र में करियर तलाशने वालों को 12वीं के बाद ही इस कार्य में अपने को कुशल बनाना चाहिए। पहले इसके लिए ट्रेनिंग या कोर्स की जरूरत नहीं पड़ती थी, लेकिन अब स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर इस क्षेत्र में सर्टिफिकेट या डिप्लोमा कोर्स कराया जा रहा है। पीजी डिप्लोमा करने के लिए किसी भी विषय से आपको स्नातक होना चाहिए।
व्यावहारिक कौशल जरूरी
इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए किसी खास तरह की शैक्षिक योग्यता हासिल करने की बहुत ज्यादा जरूरत नहीं होती। अच्छे जन संपर्क एवं व्यावहारिक कौशल वाले ग्रेजुएट युवा इस क्षेत्र में बेहतर काम कर सकते हैं। हालांकि बड़ी इवेंट मैनेजमेंट कंपनियां एमबीए डिग्रीधारी युवाओं को ही नियुक्ति देना पसंद करती हैं। वैसे देश के कई शिक्षण संस्थान इवेंट मैनेजमेंट के लिए विशेष डिप्लोमा करवाते हैं। इस क्षेत्र में करियर बनाने की चाह रखने वाले युवाओं के लिए पब्लिक रिलेशंज कोर्स के साथ मार्केटिंग में मास्टर डिग्री प्राप्त करना एक उत्तम विकल्प साबित हो सकता है।
संभावनाओं की भरमार
इवेंट मैनेजमेंट में उज्ज्वल भविष्य की बड़ी संभावनाएं मौजूद हैं। दरअसल यह काम कुछ हद तक जनसंपर्क एजेंसियों से काफी मेल खाता है। बड़ी उत्पादक कंपनियां अपने नए उत्पाद को बाजार में उतारने से पहले कारपोरेट जगत में अपनी पहचान बनाने या किसी उत्पाद की बिक्री बढ़ाने के लिए कई तरह के इवेंट करवाती रहती हैं। बजट के अनुसार सारे कार्यक्रम इवेंट मैनेजमेंट से जुड़े लोगों का ही काम होता है। इसमें तडक़-भडक़ वाले कार्यक्रमों का भव्य आयोजन मुख्य कार्य है। किसी कार्यक्रम के अधिक से अधिक टिकट बेचने, उसे लोकप्रिय बनाने, लाभ कमाने के उद्देश्य से विज्ञापनों को आकर्षक बनाने की रूपरेखा भी अकसर इवेंट मैनेजमेंट कंपनियां ही तैयार करती हैं। वैसे मौजूदा समय में औद्योगिक घरानों के घरेलू समारोह, शादी, जन्मदिन, वर्षगांठ के बड़े पैमाने पर आयोजन की जिम्मेदारी भी इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों को ही सौंपी जाने लगी है।
ग्लैमर से गठजोड़
इवेंट मैनेजमेंट का करियर एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें ग्लैमर सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है। इस फील्ड में आने वाले युवा का ज्यादातर समय सार्वजनिक समारोहों में ही गुजरता है। चाहे कोई फैशन शो हो, कोई फिल्म लांचिंग का मौका हो, इवेंट मैनेजर की वहां पर खास भूमिका होती है। यानी की इवेंट मैनेजमेंट के करियर में बोरडम के लिए कोई स्पेस नहीं है। इस वजह से भी युवाओं में इस करियर के लिए काफी क्रेज है।
क्या हों व्यक्तिगत गुण
बेहतर व्यक्तित्व होना
आत्मविश्वास झलकना
सटीक निर्णय लेने का तरीका
इवेंट की बेहतर प्लानिंग करने की क्षमता
दबाव में काम करने का जुनून
किसी भी परिस्थिति में धैर्य रखना
बेहतर करने का जज्बा
कम से कम रिसोर्स से ज्यादा काम लेना
मजबूत नेटवर्किंग
गुस्से पर कंट्रोल करना
रचनात्मक होना
टीम के साथ काम करने का हुनर
असीमित आमदनी
फ्रेशर्स आसानी से कम से कम 10000 रुपए प्रति माह कमा सकते हैं। और यदि किसी बड़ी कंपनी में नौकरी मिल गई, तो 15000 रुपए या इससे ज्यादा भी मिल सकते हैं। अनुभव प्राप्त करने के बाद इवेंट मैनेजर के पद पर पहुंच सकते हैं, तब एक महीने में ही एक लाख रुपए तक भी कमाए जा सकते हैं। यदि अपनी कंपनी खोल ली जाए, तो अच्छी कमाई के साथ अपना भविष्य तो बना ही सकते हैं साथ ही दूसरों का भी भविष्य बुलंद कर सकते हैं। सच तो यह है कि यह एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें वेतन और कमाई की कोई सीमा नहीं है।
पदार्पण कैसे हो
इवेंट प्रबंधन के व्यवसाय में आने का श्रेष्ठ तरीका यह है कि डिग्री या डिप्लोमा के साथ इस क्षेत्र में एक प्रशिक्षु के रूप में प्रवेश करें। किसी इवेंट प्रबंधन कंपनी के साथ अपने प्रशिक्षण के दौरान आपको यह सीखने का अवसर मिलेगा कि इवेंट्स किस तरह आयोजित किए जाते हैं। एक बार यह सीख लेने पर कि समन्वय एवं संवर्द्धन कैसे किया जाता है, आप इस क्षेत्र में अपना करियर वास्तव में ऊंचा कर लेंगे।
प्रमुख संस्थान
एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इवेंट मैनेजमेंट, नई दिल्ली
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इवेंट मैनेजमेंट, मुंबई
इवेंट मैनेजमेंट डिवेलपमेंट इंस्टीट्यूट, मुंबई
नेशनल इंस्टीट्यूट फार मीडिया स्टडीज, अहमदाबाद
इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली
कालेज ऑफ इवेंट एंड मैनेजमेंट, पुणे
इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इवेंट मैनेजमेंट, मुंबई
नेशनल एकेडमी ऑफ इवेंट मैनेजमेंट एंड डिवेलपमेंट जयपुर
इंटरनेशनल सेंटर फॉर इवेंट एंड मार्केटिंग, नई दिल्ली
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इवेंट मैनेजमेंट, मुंबई
हर दिन कोई न कोई उत्सव आयोजित किया जाता है। घर में शादी-ब्याह हो या बाहर चुनाव, क्रिकेट जगत में आईपीएल हो या कालेज में सालाना उत्सव, इन सबकी तैयारी के लिए न तो लोगों के पास इतना वक्त होता है और न ही आदमी कि वे समय रहते काम पूरा कर लें। ऐसे में इस तरह के आयोजनों का जिम्मा खास तरह के लोगों को या ऐसे लोगों को दिया जाता है जो इससे जुड़े रहे हों, इस क्षेत्र में खासा अनुभव रखते हो, आयोजन कराने का जिम्मा लेने वाला इसके एवज में अच्छी-खासी रकम वसूलता है। यह काम अब प्रोफेशन के रूप में तबदील हो गया है। इसके लिए कंपनियां बन गई हैं, जहां प्रशिक्षित लोगों की टीम काम करती है।
क्या करते हैं इवेंट मैनेजर
इवेंट मैनेजमेंट से जुड़े लोग किसी व्यावसायिक या सामाजिक समारोह को आयोजित करते हैं। इसमें मुख्य रूप से फैशन शो, संगीत समारोह, शादी समारोह, थीम पार्टी, प्रदर्शनी, कारपोरेट सेमिनार, प्रोडक्ट लांचिंग, प्रीमियर के प्रोग्राम आते है। इवेंट मैनेजर क्लाइंट या कंपनी के बजट को ध्यान में रखकर प्रोग्राम का आयोजन करते हैं, होटल या हॉल बुक करने, साज-सज्जा,एंटरटेनमेंट, लंच-डिनर के लिए खास तरह के मेन्यू को तैयार करवाने, गेस्ट के स्वागत तक की व्यवस्था इवेंट मैनेजमेंट ग्रुप में शामिल लोगों को करनी होती है।
कोर्स से कार्य तक
इवेंट मैनेजमेंट में कई तरह के कोर्स उपलब्ध हैं। इसके तहत कारपोरेट इवेंट एंटरटेनमेंट, स्पोर्ट इनोवेशन, मार्केटिंग, प्रोमोशन जैसे कई तरह के कोर्स हैं। दाखिला लेने वाले छात्रों से पहले पूछा जाता है कि वे किस क्षेत्र में रुचि रखते हैं। इस क्षेत्र में आने से पहले आप इस बात का भी ध्यान रखें कि आपको अंग्रेजी और हिंदी, दोनों भाषा का अच्छी तरह ज्ञान हो। क्योंकि किसी भी इवेंट में देश-विदेश की भाषाओं के मेहमान आते हैं, उनसे बातचीत के लिए अंग्रेजी एक जरिया बनती है। कारपोरेट इवेंट का काम आमतौर पर बड़े-बड़े होटलों से जुड़ा है। होटलों में दो कंपनियों के बीच व्यापार समझौता और फिर इस खुशी में पार्टी और मनोरंजन जैसी चीजें भी शामिल होती हैं। मेहमानों की खातिरदारी में कोई कमी न हो, यह जिम्मा कारपोरेट इवेंट मैनेजर को निभाना होता है। एंटरटेनमेंट के तहत कहीं सीरियल, तो कहीं फिल्म रिलीज की जाती है। इस काम को एंटरटेनमेंट इवेंट मैनेजर को बखूबी सफल बनाना होता है।
योग्यता
इस क्षेत्र में करियर तलाशने वालों को 12वीं के बाद ही इस कार्य में अपने को कुशल बनाना चाहिए। पहले इसके लिए ट्रेनिंग या कोर्स की जरूरत नहीं पड़ती थी, लेकिन अब स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर इस क्षेत्र में सर्टिफिकेट या डिप्लोमा कोर्स कराया जा रहा है। पीजी डिप्लोमा करने के लिए किसी भी विषय से आपको स्नातक होना चाहिए।
व्यावहारिक कौशल जरूरी
इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए किसी खास तरह की शैक्षिक योग्यता हासिल करने की बहुत ज्यादा जरूरत नहीं होती। अच्छे जन संपर्क एवं व्यावहारिक कौशल वाले ग्रेजुएट युवा इस क्षेत्र में बेहतर काम कर सकते हैं। हालांकि बड़ी इवेंट मैनेजमेंट कंपनियां एमबीए डिग्रीधारी युवाओं को ही नियुक्ति देना पसंद करती हैं। वैसे देश के कई शिक्षण संस्थान इवेंट मैनेजमेंट के लिए विशेष डिप्लोमा करवाते हैं। इस क्षेत्र में करियर बनाने की चाह रखने वाले युवाओं के लिए पब्लिक रिलेशंज कोर्स के साथ मार्केटिंग में मास्टर डिग्री प्राप्त करना एक उत्तम विकल्प साबित हो सकता है।
संभावनाओं की भरमार
इवेंट मैनेजमेंट में उज्ज्वल भविष्य की बड़ी संभावनाएं मौजूद हैं। दरअसल यह काम कुछ हद तक जनसंपर्क एजेंसियों से काफी मेल खाता है। बड़ी उत्पादक कंपनियां अपने नए उत्पाद को बाजार में उतारने से पहले कारपोरेट जगत में अपनी पहचान बनाने या किसी उत्पाद की बिक्री बढ़ाने के लिए कई तरह के इवेंट करवाती रहती हैं। बजट के अनुसार सारे कार्यक्रम इवेंट मैनेजमेंट से जुड़े लोगों का ही काम होता है। इसमें तडक़-भडक़ वाले कार्यक्रमों का भव्य आयोजन मुख्य कार्य है। किसी कार्यक्रम के अधिक से अधिक टिकट बेचने, उसे लोकप्रिय बनाने, लाभ कमाने के उद्देश्य से विज्ञापनों को आकर्षक बनाने की रूपरेखा भी अकसर इवेंट मैनेजमेंट कंपनियां ही तैयार करती हैं। वैसे मौजूदा समय में औद्योगिक घरानों के घरेलू समारोह, शादी, जन्मदिन, वर्षगांठ के बड़े पैमाने पर आयोजन की जिम्मेदारी भी इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों को ही सौंपी जाने लगी है।
ग्लैमर से गठजोड़
इवेंट मैनेजमेंट का करियर एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें ग्लैमर सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है। इस फील्ड में आने वाले युवा का ज्यादातर समय सार्वजनिक समारोहों में ही गुजरता है। चाहे कोई फैशन शो हो, कोई फिल्म लांचिंग का मौका हो, इवेंट मैनेजर की वहां पर खास भूमिका होती है। यानी की इवेंट मैनेजमेंट के करियर में बोरडम के लिए कोई स्पेस नहीं है। इस वजह से भी युवाओं में इस करियर के लिए काफी क्रेज है।
क्या हों व्यक्तिगत गुण
बेहतर व्यक्तित्व होना
आत्मविश्वास झलकना
सटीक निर्णय लेने का तरीका
इवेंट की बेहतर प्लानिंग करने की क्षमता
दबाव में काम करने का जुनून
किसी भी परिस्थिति में धैर्य रखना
बेहतर करने का जज्बा
कम से कम रिसोर्स से ज्यादा काम लेना
मजबूत नेटवर्किंग
गुस्से पर कंट्रोल करना
रचनात्मक होना
टीम के साथ काम करने का हुनर
असीमित आमदनी
फ्रेशर्स आसानी से कम से कम 10000 रुपए प्रति माह कमा सकते हैं। और यदि किसी बड़ी कंपनी में नौकरी मिल गई, तो 15000 रुपए या इससे ज्यादा भी मिल सकते हैं। अनुभव प्राप्त करने के बाद इवेंट मैनेजर के पद पर पहुंच सकते हैं, तब एक महीने में ही एक लाख रुपए तक भी कमाए जा सकते हैं। यदि अपनी कंपनी खोल ली जाए, तो अच्छी कमाई के साथ अपना भविष्य तो बना ही सकते हैं साथ ही दूसरों का भी भविष्य बुलंद कर सकते हैं। सच तो यह है कि यह एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें वेतन और कमाई की कोई सीमा नहीं है।
पदार्पण कैसे हो
इवेंट प्रबंधन के व्यवसाय में आने का श्रेष्ठ तरीका यह है कि डिग्री या डिप्लोमा के साथ इस क्षेत्र में एक प्रशिक्षु के रूप में प्रवेश करें। किसी इवेंट प्रबंधन कंपनी के साथ अपने प्रशिक्षण के दौरान आपको यह सीखने का अवसर मिलेगा कि इवेंट्स किस तरह आयोजित किए जाते हैं। एक बार यह सीख लेने पर कि समन्वय एवं संवर्द्धन कैसे किया जाता है, आप इस क्षेत्र में अपना करियर वास्तव में ऊंचा कर लेंगे।
प्रमुख संस्थान
एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इवेंट मैनेजमेंट, नई दिल्ली
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इवेंट मैनेजमेंट, मुंबई
इवेंट मैनेजमेंट डिवेलपमेंट इंस्टीट्यूट, मुंबई
नेशनल इंस्टीट्यूट फार मीडिया स्टडीज, अहमदाबाद
इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली
कालेज ऑफ इवेंट एंड मैनेजमेंट, पुणे
इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इवेंट मैनेजमेंट, मुंबई
नेशनल एकेडमी ऑफ इवेंट मैनेजमेंट एंड डिवेलपमेंट जयपुर
इंटरनेशनल सेंटर फॉर इवेंट एंड मार्केटिंग, नई दिल्ली
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इवेंट मैनेजमेंट, मुंबई
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