क्लाउड कंप्यूटिंग एक उभरता हुआ फील्ड है, जिसमें आने वाले दिनों में लाखों नौकरियां आने की उम्मीद है। आज जिस तरह आइटी वर्ल्ड में क्लाउड कंप्यूटिंग को अपनाया जा रहा है, उसे देखते हुए इस फील्ड में करियर काफी ब्राइट हो सकता है..
क्लाउड कंप्यूटिंग टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक नया आयाम है। इस नए आयाम से करियर के भी कई रास्ते खुलने लगे हैं। साथ ही, यह लोगों का इंटरनेट संबंधी डाटा मैनेज करने में भी मददगार है। अब कंप्यूटर और इंटरनेट से जुड़ी हर सर्विस की पूलिंग सीधे क्लाउड्स से जुड़े हुए सर्वर के जरिए हो सकेगी। क्लाउड कंप्यूटिंग यूजर्स के लिए किसी हार्डवेयर या सॉफ्टवेयर की जरूरत नहीं होगी। एक अनुमान के मुताबिक, वर्ष 2015 तक भारत में क्लाउड कंप्यूटिंग में एक लाख लोगों को नौकरियां मिल सकती हैं।
क्या है क्लाउड कंप्यूटिंग?
क्लाउड कंप्यूटिंग इंटरनेट आधारित एक कंप्यूटिंग पावर है, जिसका केंद्र क्लाउड होता है। इसका नाम इसकी बादलों जैसी जटिल संरचना वाले सिस्टम डायग्राम के कारण पड़ा है। यूजर्स के डाटा, सेटिंग आदि सभी सर्वर पर स्टोर होते हैं, जिसे क्लाउड कहा जाता है। इन दिनों क्लाउड कंप्यूटिंग का इस्तेमाल तेजी से होने लगा है। अब कंपनियां अपनी जरूरत के हिसाब से हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर हायर कर रही हैं। मिसाल के तौर पर मान लीजिए किसी को 6 महीने के प्रोजेक्ट के लिए सर्वर, हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की जरूरत है। ये सारी चीजें खरीदने पर लाखों रुपये का खर्च आएगा, लेकिन क्लाउड्स यूज करने पर बहुत कम दाम में और निश्चित समय के लिए ये सुविधाएं आसानी से मिल सकेंगी।
कैसे मिलेगी एंट्री
इस फील्ड में करियर बनाने के लिए कंप्यूटर साइंस या फिर आइटी की डिग्री जरूरी है। आप चाहें, तो सर्टिफिकेशन कोर्स भी कर सकते हैं। क्लाउड कंप्यूटिंग से जुड़े सर्टिफिकेशन कोर्स आइबीएम, एनआइआइटी, एप्टेक आदि से कर सकते हैं।
क्लाउड कंप्यूटिंग से जुड़े कुछ टॉप प्रोग्राम्स इस तरह हैं : आइबीएम सर्टिफाइड सॉल्यूशन एडवाइजर, क्लाउड कंप्यूटिंग आर्किटेक्चर, आइबीएम सर्टिफाइड सॉल्यूशन आर्किटेक्ट, क्लाउड कंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, सर्टिफाइड क्लाउड प्रोफेशनल्स आदि।
बेहतर संभावनाएं
क्लाउड कंप्यूटिंग के साथ बिग डाटा और डाटा एनालिटिक्स में भी करियर बना सकते हैं। बिग डाटा में कंपनियों के डाटा को सुरक्षित रखने के साथ ही उनका एनालिसिस किया जाता है। फ्यूचर में बिजनेस फोरकास्टिंग के लिए भी बिग डाटा और डाटा एनालिटिक्स की जरूरत पड़ेगी। एक अनुमान के मुताबिक क्लाउड कंप्यूटिंग का कारोबार 2015 तक 70 अरब डॉलर से ज्यादा का हो सकता है। क्लाउड कंप्यूटिंग के क्षेत्र में आप क्लाउड आर्किटेक्ट, क्लाउड सर्विस डेवलपर, क्लाउड कंसल्टेंट, क्लाउड सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर, क्लाउड प्रोडक्ट मैनेजर आदि के तौर पर करियर बना सकते हैं।
सैलरी
इस फील्ड में एंट्री लेवल सैलरी 3-4 लाख रुपये सालाना हो सकती है।
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