मेकाट्रॉनिकी यांत्रिक
इंजीनियरी के विद्युत तथा इलेक्ट्रॉनिक के बारे में होती है। सामान्य
शब्दों में यह इलेक्ट्रॉनिकी एवं कम्प्यूटर प्रणाली द्वारा नियंत्रित
यांत्रिक प्रणालियों के निर्माण से संबंधित है। मेकाट्रॉनिकी प्रासंगिक रूप
में इंजीनियरी की एक नई शाखा है, जो कई क्षेत्रों में व्यापक रूप से
स्वीकार की जा रही है। यह विद्युत इंजीनियरी इलेक्ट्रॉनिकी। अंतरविषयीय
विज्ञान है। मेकाट्रॉनिकी का उद्देश्य अभिज्ञ प्रणालियों को सरल, उपयोग के
लिए बनाना है।
औद्योगिक रोबोटिक्स मेकाट्रॉनिकी प्रणाली एक शानदार उदाहरण है। वास्तव में मेकाट्रॉनिकी का अनुप्रयोग विभिन्न उपकरणों के आंतरिक कार्य पर मोबाइल फोन से लेकर वाशिंग मशीनों, रासायनिक संयंत्र मशीनरी, पॉवर जेनरेटर, ऑटो-फोकस कैमरा एवं रोबोट पर प्रदर्शित होता है।
मेकाट्रॉनिकी का अनुप्रयोग
मेकाट्रॉनिकी इंजीनियर बढ़ी हुई कार्य क्षमता के साथ हाइब्रिड प्रणालियों-यांत्रिक प्रणालियों के डिजाइन के लिए जिम्मेदार होते हैं। वे अपने ज्ञान का यांत्रिक, इलेक्ट्रॉनिकी, कम्प्यूटर विज्ञान में प्रयोग करते हैं और विभिन्न उद्योगों के उत्पादों, प्रोसेस तथा सेवाओं को सुधारने के लिए सिध्दांत को नियंत्रित करते हैं।
मेकाट्रॉनिक इंजीनियर
औद्योगिक कार्यों के स्वचलन के लिए स्मार्ट उपकरणों एवं अभिज्ञ प्रणालियों का डिजाइन एवं विकास कार्य करते हैं।
औद्योगिक स्वचलन में अनुसंधान करते है और चुनौतियों का समाधान खोजते हैं।
द्वऔद्योगिक विनिर्माण प्रोसेस का रखरखाव एवं सुधार कार्य करते हैं।
कुशल एवं लागत प्रभावी मेकाट्रॉनिक उपकरणों के प्रोटोटाइप का निर्माण करते हैं।
प्रयोक्ता अनुभाव बढ़ाने पर लक्षित वीडियो रिकॉर्डर जैसे उपभोक्ता उत्पादों का डिााइन तथा विनिर्माण कार्य करते हैं।
खनन जैसे खतरनाक कार्यों में मानवीय हस्तक्षेप को हटाने के लिए उपकरण प्रोसेस कार्य करते हैं।
संभाव्यता अध्ययन करते हैं और बजट की योजना बनाते हैं।
सुरक्षा प्रक्रिया की रूपरेखा बनाते हैं।
अपने कार्य का प्रलेखन करते हैं।
इंजीनियरी क्षेत्रों के अपूर्व सहयोग से रोबोटिक्स, जैसे नए अंतरविषयीय क्षेत्र उभर रहे हैं। उद्योग अपनी प्रैक्टिस तथा पध्दतियों के अन्य क्षेत्रों में क्रांतिकारी उन्नति ला रहे हैं। सीमित संसाधनों से परियोजना कार्यान्वयन की आवश्यकता बढ़ रही है। इसलिए, मेकाट्रॉनिकी को इस क्षेत्र में स्थापित होना ही है।
मेकाट्रॉनिकी ऑटोमोबाईल इंजीनियरी, जैव-चिकित्सा इंस्ट्रूमेंटेशन, औद्योगिक स्वचलन, रोबोटिक्स, एवियोनिक्स, डाता संचार नेटवर्क, एम्बैडेड तथा रियल टाइम प्रणालियों, स्मार्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर, मानव-मशीन इंटरफेस इंजीनियरी एवं मोशन नियंत्रण आदि जैसे अनेक क्षेत्रों में जहां यांत्रिक उपकरणों के इलेक्ट्रॉनिक कार्य-निष्पादन को बढ़ाया जाना है, अनुप्रयोग में लाई जाती है। मेकाट्रॉनिकी प्रणालियों की समर्थक एक ऐसी प्रौद्योगिकी है जो प्रोसेस संयंत्रों के रिसाव (लीक) तथा खराबियों पर निगरानी रखती है। एंटी-लॉक ब्रेक इसी प्रौद्योगिकी पर आधारित हैं। फ्लाइट सिमुलेटर भी मेकाट्रॉनिकी इंजीनियरी की देन हैं।
मेकाट्रॉनिकी यांत्रिकी, वैद्युत, इलेक्ट्रॉनिकी, जैव-चिकित्सा, संचार, इंस्ट्रूमेंटेशन, औद्योगिक, विनिर्माण, उत्पादन, आंतरिक तथा रासायनिक इंजीनियरी जैसी शैक्षिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों के लिए खुली है। मेकाट्रॉनिकी एक शैक्षिक विकल्प है जो डिप्लोमा, स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर पर उपलब्ध है। डिप्लोमा स्तर का पाठयक्रम इंजीनियरी पृष्ठभूमि वाले व्यक्तियों को मेकाट्रॉनिकी के मूल सिध्दांताें (बेसिक्स) को सीखने तथा उसे उनके कार्यों में लागू करने में, सहायता करता है। स्नातर डिग्री मेकाट्रॉनिकी के क्षेत्र में कॅरिअर प्रारंभ करने के लिए अपेक्षित संकल्पनाओं तथा सिध्दांताें को मजबूत आधार देती है। एम.टेक. कार्यक्रम यह जानकारी देता है कि मेकाट्रॉनिकी को विभिन्न क्षेत्रों में कैसे अनुप्रयुक्त किया जाता है। पाठयक्रम में ऑटोट्रनिकी तथा वाहन इंटैलीजेंस, रोबोट डायनामिक्स तथा विश्लेषण, फाी लॉजिक एवं न्यूरल नेटवर्क, मेकाट्रॉनिकी प्रणाली डिजाइन एवं डिजिटल नियंत्रण प्रणालियां जैसे विषय शामिल हैं।
इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि मेकाट्रॉनिकी एक अनुप्रयोग विज्ञान भी है, आप इस विषय को स्नाकोत्तर स्तर पर भी चुन सकते हैं जो इलेक्ट्रॉनिकी या यांत्रिक इंजीनियरी विषय में बी.टेक. के बाद में लिया जा सकता है। इस तरह, आप डायनमिक प्रणालियों साहित अच्छा अनुभव प्राप्त कर सकते हैं और मेकाट्रॉनिकी के प्रभाव को अच्छी तरह समझ सकते हैं।
अपेक्षित कौशल
मेकाट्रॉनिकी के क्षेत्र में अपना कॅरिअर प्रारंभ करने के लिए आपको व्यापक तकनीकी कौशल प्राप्त करना होगा। भौतिकी, डिजिटल प्रणाली डिजाइन, मेकाट्रॉनिकी मॉडलिंग, इलेक्ट्रो-मेग्नेटिक्स, विनिर्माण, प्रोसेस, निर्णय लेने के सिध्दांतों एवं सर्किट विश्लेषण का उत्कृष्ट ज्ञान होना अनिवार्य है।
मेकाट्रॉनिकी के क्षेत्र में कार्यों में, विविध विषय सीमा में चुनौतियों का सामना करने के लिए, यांत्रिक इंजीनियरों तथा सॉफ्टवेर विकासकर्ता जैसे अन्य क्षेत्रों के व्यवसायियों से सहयोग करना शामिल है। इसलिए अच्छा संचार कौशल होना आवश्यक है। एकजुट होकर कार्य करने, विविध कार्य करने, कार्य-तनाव सहने, नई सोच तथा समस्या का समाधान करने की क्षमता जैसे कौशल होना भी आवश्यक है।
कार्य
मेकाट्रॉनिकी इंजीनियर प्रोसेस संयंत्रों, इंजीनियरी डिजाइन कार्यालयों, प्रयोगशालाओं तथा कारखाने जैसे स्थानों पर कार्य करते हैं। वे क्षेत्र, जहां मेकाट्रॉनिकी इंजीनियर रोजगार तलाश सकते हैं। वे हैं- रोबोटिक्स, ऑटोमोबाइल, जैव इंजीनियरी, नेनोटेक्नॉलोजी, एयरोस्पेस, उपभोक्ता उत्पाद, एम्बैडेड सिस्टम, विनिर्माण, खनन, वानिकी, रक्षा, इलेक्ट्रॉनिकी एवं संचार। अनुसंधान संगठन तथा शैक्षिक संस्थाएं भी मेकाट्रॉनिकी इंजीनियरी को रोजगार पर रखते हैं।
औद्योगिक रोबोटिक्स मेकाट्रॉनिकी प्रणाली एक शानदार उदाहरण है। वास्तव में मेकाट्रॉनिकी का अनुप्रयोग विभिन्न उपकरणों के आंतरिक कार्य पर मोबाइल फोन से लेकर वाशिंग मशीनों, रासायनिक संयंत्र मशीनरी, पॉवर जेनरेटर, ऑटो-फोकस कैमरा एवं रोबोट पर प्रदर्शित होता है।
मेकाट्रॉनिकी का अनुप्रयोग
मेकाट्रॉनिकी इंजीनियर बढ़ी हुई कार्य क्षमता के साथ हाइब्रिड प्रणालियों-यांत्रिक प्रणालियों के डिजाइन के लिए जिम्मेदार होते हैं। वे अपने ज्ञान का यांत्रिक, इलेक्ट्रॉनिकी, कम्प्यूटर विज्ञान में प्रयोग करते हैं और विभिन्न उद्योगों के उत्पादों, प्रोसेस तथा सेवाओं को सुधारने के लिए सिध्दांत को नियंत्रित करते हैं।
मेकाट्रॉनिक इंजीनियर
औद्योगिक कार्यों के स्वचलन के लिए स्मार्ट उपकरणों एवं अभिज्ञ प्रणालियों का डिजाइन एवं विकास कार्य करते हैं।
औद्योगिक स्वचलन में अनुसंधान करते है और चुनौतियों का समाधान खोजते हैं।
द्वऔद्योगिक विनिर्माण प्रोसेस का रखरखाव एवं सुधार कार्य करते हैं।
कुशल एवं लागत प्रभावी मेकाट्रॉनिक उपकरणों के प्रोटोटाइप का निर्माण करते हैं।
प्रयोक्ता अनुभाव बढ़ाने पर लक्षित वीडियो रिकॉर्डर जैसे उपभोक्ता उत्पादों का डिााइन तथा विनिर्माण कार्य करते हैं।
खनन जैसे खतरनाक कार्यों में मानवीय हस्तक्षेप को हटाने के लिए उपकरण प्रोसेस कार्य करते हैं।
संभाव्यता अध्ययन करते हैं और बजट की योजना बनाते हैं।
सुरक्षा प्रक्रिया की रूपरेखा बनाते हैं।
अपने कार्य का प्रलेखन करते हैं।
इंजीनियरी क्षेत्रों के अपूर्व सहयोग से रोबोटिक्स, जैसे नए अंतरविषयीय क्षेत्र उभर रहे हैं। उद्योग अपनी प्रैक्टिस तथा पध्दतियों के अन्य क्षेत्रों में क्रांतिकारी उन्नति ला रहे हैं। सीमित संसाधनों से परियोजना कार्यान्वयन की आवश्यकता बढ़ रही है। इसलिए, मेकाट्रॉनिकी को इस क्षेत्र में स्थापित होना ही है।
मेकाट्रॉनिकी ऑटोमोबाईल इंजीनियरी, जैव-चिकित्सा इंस्ट्रूमेंटेशन, औद्योगिक स्वचलन, रोबोटिक्स, एवियोनिक्स, डाता संचार नेटवर्क, एम्बैडेड तथा रियल टाइम प्रणालियों, स्मार्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर, मानव-मशीन इंटरफेस इंजीनियरी एवं मोशन नियंत्रण आदि जैसे अनेक क्षेत्रों में जहां यांत्रिक उपकरणों के इलेक्ट्रॉनिक कार्य-निष्पादन को बढ़ाया जाना है, अनुप्रयोग में लाई जाती है। मेकाट्रॉनिकी प्रणालियों की समर्थक एक ऐसी प्रौद्योगिकी है जो प्रोसेस संयंत्रों के रिसाव (लीक) तथा खराबियों पर निगरानी रखती है। एंटी-लॉक ब्रेक इसी प्रौद्योगिकी पर आधारित हैं। फ्लाइट सिमुलेटर भी मेकाट्रॉनिकी इंजीनियरी की देन हैं।
मेकाट्रॉनिकी यांत्रिकी, वैद्युत, इलेक्ट्रॉनिकी, जैव-चिकित्सा, संचार, इंस्ट्रूमेंटेशन, औद्योगिक, विनिर्माण, उत्पादन, आंतरिक तथा रासायनिक इंजीनियरी जैसी शैक्षिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों के लिए खुली है। मेकाट्रॉनिकी एक शैक्षिक विकल्प है जो डिप्लोमा, स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर पर उपलब्ध है। डिप्लोमा स्तर का पाठयक्रम इंजीनियरी पृष्ठभूमि वाले व्यक्तियों को मेकाट्रॉनिकी के मूल सिध्दांताें (बेसिक्स) को सीखने तथा उसे उनके कार्यों में लागू करने में, सहायता करता है। स्नातर डिग्री मेकाट्रॉनिकी के क्षेत्र में कॅरिअर प्रारंभ करने के लिए अपेक्षित संकल्पनाओं तथा सिध्दांताें को मजबूत आधार देती है। एम.टेक. कार्यक्रम यह जानकारी देता है कि मेकाट्रॉनिकी को विभिन्न क्षेत्रों में कैसे अनुप्रयुक्त किया जाता है। पाठयक्रम में ऑटोट्रनिकी तथा वाहन इंटैलीजेंस, रोबोट डायनामिक्स तथा विश्लेषण, फाी लॉजिक एवं न्यूरल नेटवर्क, मेकाट्रॉनिकी प्रणाली डिजाइन एवं डिजिटल नियंत्रण प्रणालियां जैसे विषय शामिल हैं।
इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि मेकाट्रॉनिकी एक अनुप्रयोग विज्ञान भी है, आप इस विषय को स्नाकोत्तर स्तर पर भी चुन सकते हैं जो इलेक्ट्रॉनिकी या यांत्रिक इंजीनियरी विषय में बी.टेक. के बाद में लिया जा सकता है। इस तरह, आप डायनमिक प्रणालियों साहित अच्छा अनुभव प्राप्त कर सकते हैं और मेकाट्रॉनिकी के प्रभाव को अच्छी तरह समझ सकते हैं।
अपेक्षित कौशल
मेकाट्रॉनिकी के क्षेत्र में अपना कॅरिअर प्रारंभ करने के लिए आपको व्यापक तकनीकी कौशल प्राप्त करना होगा। भौतिकी, डिजिटल प्रणाली डिजाइन, मेकाट्रॉनिकी मॉडलिंग, इलेक्ट्रो-मेग्नेटिक्स, विनिर्माण, प्रोसेस, निर्णय लेने के सिध्दांतों एवं सर्किट विश्लेषण का उत्कृष्ट ज्ञान होना अनिवार्य है।
मेकाट्रॉनिकी के क्षेत्र में कार्यों में, विविध विषय सीमा में चुनौतियों का सामना करने के लिए, यांत्रिक इंजीनियरों तथा सॉफ्टवेर विकासकर्ता जैसे अन्य क्षेत्रों के व्यवसायियों से सहयोग करना शामिल है। इसलिए अच्छा संचार कौशल होना आवश्यक है। एकजुट होकर कार्य करने, विविध कार्य करने, कार्य-तनाव सहने, नई सोच तथा समस्या का समाधान करने की क्षमता जैसे कौशल होना भी आवश्यक है।
कार्य
मेकाट्रॉनिकी इंजीनियर प्रोसेस संयंत्रों, इंजीनियरी डिजाइन कार्यालयों, प्रयोगशालाओं तथा कारखाने जैसे स्थानों पर कार्य करते हैं। वे क्षेत्र, जहां मेकाट्रॉनिकी इंजीनियर रोजगार तलाश सकते हैं। वे हैं- रोबोटिक्स, ऑटोमोबाइल, जैव इंजीनियरी, नेनोटेक्नॉलोजी, एयरोस्पेस, उपभोक्ता उत्पाद, एम्बैडेड सिस्टम, विनिर्माण, खनन, वानिकी, रक्षा, इलेक्ट्रॉनिकी एवं संचार। अनुसंधान संगठन तथा शैक्षिक संस्थाएं भी मेकाट्रॉनिकी इंजीनियरी को रोजगार पर रखते हैं।
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