21वीं सदी को जैव-तकनीक (Biotechnology) की सदी कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। आज दवाइयों का निर्माण, पर्यावरण संरक्षण, कृषि सुधार, औद्योगिक उत्पाद और जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में बायोटेक्नोलॉजी की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो गई है।
बायोटेक्नोलॉजिस्ट वह पेशेवर होता है जो जीव विज्ञान (Biology) और तकनीकी ज्ञान (Technology) को मिलाकर नई खोजें करता है, ताकि मानव जीवन को अधिक सुरक्षित, स्वास्थ्यपूर्ण और टिकाऊ बनाया जा सके।
आइए विस्तार से जानते हैं बायोटेक्नोलॉजिस्ट के रूप में करियर कैसे बनाया जा सकता है।
बायोटेक्नोलॉजिस्ट कौन होता है?
बायोटेक्नोलॉजिस्ट वे वैज्ञानिक और तकनीकी विशेषज्ञ होते हैं जो जीवित जीवों (जैसे बैक्टीरिया, वायरस, प्लांट सेल, जानवरों की कोशिकाएं आदि) की सहायता से उत्पादों और तकनीकों का विकास करते हैं। उनका कार्य चिकित्सा, कृषि, पर्यावरण और औद्योगिक क्षेत्रों में नवाचार लाना होता है।
उदाहरण के लिए – इंसुलिन जैसी दवाइयों का उत्पादन, जीएम फसलों का विकास, वैक्सीन बनाना, बायोप्लास्टिक, एंजाइम और बायोफ्यूल का निर्माण आदि।
प्रमुख कार्य क्षेत्र
चिकित्सा जैवप्रौद्योगिकी (Medical Biotechnology):
– दवाइयों, वैक्सीन और जैविक उपचारों का विकास
कृषि जैवप्रौद्योगिकी (Agricultural Biotechnology):
– उच्च गुणवत्ता वाली फसलें, कीट-प्रतिरोधी पौधे और जैविक खाद
उद्योगिक जैवप्रौद्योगिकी (Industrial Biotechnology):
– एंजाइम, बायोफ्यूल, प्लास्टिक आदि का उत्पादन
पर्यावरण जैवप्रौद्योगिकी (Environmental Biotechnology):
– जल शुद्धिकरण, बायोरेमेडिएशन, अपशिष्ट प्रबंधन
अनुवांशिकी और जीन एडिटिंग:
– CRISPR जैसी तकनीकों से जीन सुधार
शैक्षणिक योग्यता
1. स्कूल स्तर (10+2):
PCB या PCM विषयों के साथ 12वीं पास
न्यूनतम 60% अंक आवश्यक
2. स्नातक कोर्स (Bachelor’s Degree):
B.Sc. in Biotechnology / Microbiology / Biochemistry
B.Tech in Biotechnology
कोर्स अवधि: 3–4 साल
3. स्नातकोत्तर (Postgraduate):
M.Sc. / M.Tech in Biotechnology
प्रवेश परीक्षा: GAT-B, IIT JAM, CUET-PG, GATE (M.Tech)
4. पीएच.डी. (Ph.D.):
रिसर्च, शिक्षण या वैज्ञानिक पदों के लिए आवश्यक
प्रमुख विषय
Cell Biology (कोशिका विज्ञान)
Genetics (अनुवांशिकी)
Molecular Biology
Biochemistry
Immunology
Bioinformatics
Genetic Engineering
Microbiology
Bioprocess Engineering
भारत के प्रमुख संस्थान
संस्थान पाठ्यक्रम
IITs (दिल्ली, बॉम्बे, कानपुर) B.Tech/M.Tech in Biotechnology
AIIMS, नई दिल्ली M.Sc. / Ph.D.
NIPER (फार्मा रिसर्च) M.S. / Ph.D.
JNU, दिल्ली M.Sc. in Biotechnology
BHU, वाराणसी B.Sc. / M.Sc.
IISc, बैंगलोर रिसर्च कोर्सेस
Amity University, Manipal, etc. Private universities with biotech labs
आवश्यक कौशल (Skills)
तकनीकी कौशल सॉफ्ट स्किल्स
माइक्रोबायोलॉजी और जेनेटिक्स समस्या समाधान और विश्लेषण क्षमता
लैब उपकरणों की जानकारी अनुसंधान और प्रयोगशाला कौशल
डेटा एनालिसिस (Excel, SPSS) टीमवर्क और संचार कौशल
बायोइन्फॉर्मेटिक्स टूल्स वैज्ञानिक रिपोर्ट लेखन
CRISPR, PCR, Electrophoresis जिज्ञासा, धैर्य और सटीकता
करियर के क्षेत्र
1. शोध संस्थान और प्रयोगशालाएं
CSIR, ICMR, DBT, DRDO, ICAR
BARC, AIIMS, TIFR, IISc
NII (National Institute of Immunology)
2. औषधि कंपनियां
Biocon, Cipla, Dr. Reddy’s
Serum Institute, Bharat Biotech
Sun Pharma, Pfizer, Novartis
3. कृषि और खाद्य उद्योग
Monsanto, Dupont, Bayer
ITC, Nestle, Amul
4. पर्यावरण संस्थान
NEERI, TERI, पर्यावरण मंत्रालय से जुड़ी एजेंसियां
5. शिक्षा और अकादमिक क्षेत्र
विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर, रिसर्च गाइड
प्रमुख जॉब प्रोफाइल्स
Biotechnologist
Research Scientist
Clinical Research Associate
Genetic Engineer
Lab Technician
Bioprocess Engineer
Microbiologist
Quality Control Analyst
Bioinformatics Analyst
सैलरी
अनुभव स्तर अनुमानित वेतन (प्रति माह)
फ्रेशर (Entry Level) ₹25,000 – ₹45,000
3–5 साल का अनुभव ₹50,000 – ₹80,000
रिसर्च संस्थानों में ₹60,000 – ₹1,20,000
विदेश या MNCs में ₹2 लाख+ प्रति माह
नोट: रिसर्च फेलोशिप (JRF/SRF) के लिए भी छात्रवृत्ति ₹31,000–₹35,000 तक होती है।
भविष्य की संभावनाएं
बायोटेक्नोलॉजी भारत का तेजी से बढ़ता हुआ सेक्टर है, जिसकी वार्षिक वृद्धि दर 10% से अधिक है।
वैक्सीन रिसर्च, कैंसर इलाज, GMO फसलें और पर्यावरण संरक्षण में बायोटेक्नोलॉजी की अहम भूमिका है।
भारत सरकार का लक्ष्य 2025 तक बायोटेक इंडस्ट्री को $150 बिलियन तक पहुंचाना है।
स्टार्टअप्स और बायोटेक इनोवेशन हब भी इस क्षेत्र में नए अवसर पैदा कर रहे हैं।
चुनौतियां
रिसर्च के लिए धैर्य और निरंतरता आवश्यक
उच्च शिक्षा और विशेषज्ञता के बिना ग्रोथ सीमित
लैब इंफ्रास्ट्रक्चर की गुणवत्ता कुछ जगहों पर चुनौतीपूर्ण
प्रतिस्पर्धा और कम प्रारंभिक सैलरी
प्रेरणादायक हस्तियाँ
किरण मजूमदार-शॉ: Biocon की संस्थापक और भारत की प्रमुख बायोटेक उद्यमी
डॉ. राकेश मिश्रा: CCMB (Centre for Cellular and Molecular Biology) के पूर्व निदेशक
डॉ. सुधीर सहस्रबुद्धे: जेनेटिक रिसर्च में योगदान
निष्कर्ष
बायोटेक्नोलॉजी विज्ञान और तकनीक का ऐसा संगम है जो आने वाले समय में चिकित्सा, पर्यावरण, कृषि और ऊर्जा के क्षेत्र में क्रांति ला सकता है। यदि आपको जीवन विज्ञान में रुचि है, प्रयोग करना पसंद है और समाज के लिए कुछ नया और उपयोगी करना चाहते हैं – तो बायोटेक्नोलॉजिस्ट के रूप में करियर आपके लिए एक आदर्श विकल्प हो सकता है।
यह न केवल वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देता है, बल्कि मानवता की भलाई के लिए काम करने का अवसर भी देता है।
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