आज लगभग हर क्षेत्र में वेब डिजाइनिंग की आवश्यकता होती है। एक वेब डिजाइनर के रूप में आपका काम यह तय करना है कि वेबसाइट का लुक क्या होगा, कंटेंट कहां और कैसे रखा जाएगा। इतना ही नहीं वेबसाइट से जुड़े हर पहलुओं का ध्यान रखना उनकी प्रोफाइल में आता है। वेबसाइट का डिजाइन यानी वेबपेज का लेआउट, स्ट्रक्चर और आर्किटेक्चर तैयार करना वेब डिजाइनर का काम होता है। एक वेब डिजाइनर विशेष रूप से ग्राफिक डिजाइनिंग और लेआउट पर ध्यान केंद्रित करता है।
इस क्षेत्र में करियर की काफी संभावनाएं हैं। किसी कंपनी के लिए वेबसाइट तैयार करने में वेब डिजाइन की तरह ही सारे काम किसी एक व्यक्ति द्वारा संभव नहीं होता। इसलिए किसी भी वेबसाइट डेवलपमेंट कंपनी में विभिन्न प्रकार के कामों के लिए भी अलग-अलग लोग हो सकते हैं। जिन्हें अलग-अलग नामों से जाना जाता है।
जो व्यक्ति वेबसाइट के कंटेंट को तैयार करता है उसे कंटेंट डिजाइनर या कंटेंट डेवलपर कहते हैं। जो व्यक्ति वेबसाइट के स्ट्रक्चर या लेआउट को निरूपित करता है यानी वेबसाइट के थीम का वर्णन करता है उस डेवलपर को थीम डिजाइनर कहा जा सकता है। जो व्यक्ति वेबसाइट के ग्राफिक्स जैसे मल्टीमीडिया का वर्णन करता है, उस डेवलपर को ग्राफिक्स डिजाइनर कहा जाता है। वेबबसाइट की वर्किंग यानि विहेवियर को कंट्रोल करने से संबंधित जितने भी जरूरी काम जिन लोगों द्वारा किया जाता है, उन्हें वेब डेवलपर्स कहते हैं। जो व्यक्ति वेबसाइट के विभिन्न प्रकार के कंटेंट, कमेंट, कॉन्टैक इन्फॉर्मेशन आदि से संबंधित डाटा को वेब सर्वर पर स्थित डाटाबेस में स्टोर करने के लिए एक डाटाबेस डिजाइन करता है, उसे डाटाबेस डिजाइनर या डाटाबेस डेवलपर कहा जाता है।
ये कोर्सेस करें
12वीं के बाद वेब डिजाइनिंग में करियर बनाया जा सकता है। इसके लिए कई तरह के कोर्सेस उपलब्ध है। वेब डिजाइनिंग में शॉर्ट टर्म सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और डिग्री कोर्स संचालित किए जाते हैं। आप डिप्लोमा इन ग्राफिक एंड डिजाइनिंग, डिप्लोमा एंड सर्टिफिकेट कोर्स इन वेब डिजाइन एंड वेब प्रोडक्शन, एडवांस्ड सर्टिफिकेशन इन वेब डिजाइन एंड इंट्रैक्टिव मल्टीमीडिया, ग्राफिक एंड वेब डिजाइन शॉर्ट टर्म कोर्सेज, बीएससी इन मल्टीमीडिया, सर्टिफिकेट इन वेबसाइट डिजाइन एंड मैनेजमेंट, डिप्लोमा इन एडवांस्ड लेवलवेब डिजाइनिंग, वेब डिजाइनिंग एंड वेब प्रोडक्शन जैसे कोर्सों में से कोई भी कोर्स कर सकते हैं।
इन कोर्सों के दौरान टेंपलेट डिजाइनिंग, लोगो डिजाइनिंग, 3डी व 2डी एनिमेशन, पोर्टफोलियो डिजाइनिंग, फ्लैशन, बैनर डिजाइनिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग, वेबसाइट मेंटेनेंस, मूवी मेकिंग, एडोब फोटोशॉप, एडोब इलस्ट्रेटर, कोरल ड्रा, एचटीएमएल, जावा स्क्रिप्ट, बेसिक आर्ट एवं प्रिंट डिजाइन आदि का प्रशिक्षण दिया जाता है।
स्किल्स
आज हर इंडस्ट्री में वेब डिजाइनिंग की आवश्यकता है। इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए आपको क्रिएटिव होना जरूरी है। डिजाइनिंग के लिए अच्छा आर्टिस्ट होना फायदेमंद होता है। इसलिए कला की बारीकी को सीखकर आप इस क्षेत्र में अच्छा करियर बना सकते हैं।
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