सकते हैं. पिछले कुछ
सालों में परिवहन के क्षेत्र में काफी विकास हुआ है और इसी के मददेनजर
रोजगार के भी काफी मौके सामने आए हैं. ट्रांसपोर्ट सेक्शन में भारी निवेश
के चलते बड़े पैमाने पर इस क्षेत्र में लोगों को नौकरी पर रखा जा रहा है.
अब इसमें करियर के लिहाज से प्राइवेट और सरकारी जॉब्स की काफी ऐसी पॉजिशन्स
भी हैं जिसकी आज के युवाओं को दरकार है.
रोड टांसपोर्ट क्लर्क:
रोड टांसपोर्ट कंपनियों के प्रशासनिक काम के लिए क्लर्क की जरूरत होती है.
इनके कामों में ग्राहकों से पूछताछ, लेखा-जोखा, स्टाफ का प्रबंधन और
यात्रियों के सड़क परिवहन से जुडें प्रशासनिक काम शामिल होते हैं. इसके लिए
समय-समय पर सरकार वैकेंसी निकालती है.
रोड टांसपोर्ट मैनेजर:रोड टांसपोर्ट मैनेजर का काम वाहनों के सही और सुरक्षित संचालन करने का होता है.संक्षेप में कहें तो इसका काम यात्रियों की सुरक्षा का है.
रेल मार्ग संचालक: रेलमार्ग संचालक माल गाड़ी और यात्री गाड़ी दोनों के बीच कोऑर्डिनेट करता है.
रेलवे इंजीनियर: रेलवे इंजीनियर रेलमार्गों, पुलों पटरियों के निर्माण जैसी टेक्निकल गतिविधियों से जुड़े होते हैं.
लोकोमोटिव इंजीनियर :
लोकोमोटिव इंजीनियर एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन में चलने वाली यात्री और
माल गाड़ी में अपने लोकोमोटिव की यांत्रिक स्थिति की जांच जैसे काम करता
है.
आव्रजन और सीमा शुल्क विभाग:
आव्रजन विभाग पर बंदरगाहों और हवाई अड्डों पर पहुंचने वाले लोगों के
प्रवेश के अधिकार की जांच करना होता है. इसी तरह सीमा शुल्क विभाग
बंदरगाहों और हवाई अड्डों पर ऐसी वस्तुओं की आवाजाही की जांच करता है जिन
पर शुल्क लगता है.
इसके अलावा विमानन और मर्चेंट नेवी, ट्रांसपोर्ट डिजाइनर, ट्रांसपोर्ट प्लानर भी शामिल हैं.
इसके अलावा विमानन और मर्चेंट नेवी, ट्रांसपोर्ट डिजाइनर, ट्रांसपोर्ट प्लानर भी शामिल हैं.
कहां से करें कोर्स
ट्रांसपोर्ट सेक्शन में टेकेनिकल नॉलेज की जरूरत होती है. इसलिए इसकी पढ़ाई अच्छे संस्थान से करनी चाहिए.
(1) एरोस्पेस इंजीनियरिंग में बीटेक, परिवहन प्रणाली इंजीनियरिंग में एमटेक और पीएचडी जैसे प्रोग्राम्स आईआईटी में कराए जाते हैं.
ट्रांसपोर्ट सेक्शन में टेकेनिकल नॉलेज की जरूरत होती है. इसलिए इसकी पढ़ाई अच्छे संस्थान से करनी चाहिए.
(1) एरोस्पेस इंजीनियरिंग में बीटेक, परिवहन प्रणाली इंजीनियरिंग में एमटेक और पीएचडी जैसे प्रोग्राम्स आईआईटी में कराए जाते हैं.
(2) ट्रांसपोर्ट प्लानिंग में बैचलर्स और मास्टर्स डिग्री योजना और वास्तुकला विश्वविद्यालय से हासिल कर सकते हैं.
(3) ट्रांसपोर्ट और ऑटोमोबाइल डिजाइन में पीजी डिप्लोमा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद से कर सकते हैं.
(4) रेल परिवहन और प्रबंधन में डिप्लोमा इंस्टीट्यूट ऑफ रेल ट्रांसपोर्ट से कर सकते हैं.
(5) लॉजिस्टिक्स और नौवहन, लॉजिस्टिक्स और बंदरगाह में डिप्लोमा इंडियन इंस्टीट्यूट्स ऑफ लॉजिस्टिक्स, चेन्नई से भी कर सकते हैं.
No comments:
Post a Comment