Monday, June 6, 2016

फिजिक्स में बेहतरीन मौके

पानी पर कोई चीज कैसे तैरती है या आसमान का रंग नीला क्यों होता है? कोई चीज ऊपर से नीचे ही क्यों गिरती है या फिर बस या गाड़ी के अचानक रुकने पर हमें झटका क्यों लगता है? इन सब सवालों का जवाब है फिजिक्स के पास। अगर आप भी कभी अनसुलझे रहे इन सवालों की तरह दूसरी चीजों की गुत्थी सुलझाना चाहते हैं तो फिजिक्स आपका इंतजार कर रहा है। फिजिक्स की दुनिया और इसमें करियर की संभावनाएं के बारे में बता रहे हैं दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज के प्रिंसिपल एस. के. गर्ग

फिजिक्स बतौर करियर : दिमाग की बत्ती अगर हर छोटी-बड़ी चीज के बारे में जानने के लिए जल उठती हो और मैथ्स के समीकरणों का अच्छा ज्ञान हो तो फिजिक्स बतौर करियर एक हॉट सब्जेक्ट है। इसमें आपको कई ऑप्शन भी मिलेंगे। मसलन, आप प्रफेसर या टीचर बनकर दूसरों की 'ग्रैविटी' बढ़ा सकते हैं तो रिसर्चर बनकर ब्रह्मांड और देश-दुनिया के अनसुलझे रहस्यों की गुत्थी सुलझा सकते हैं। अगर इतने से भी मन नहीं भरे तो इंडस्ट्री के फील्ड में भी काफी मौके हैं जिनमें ऑटोमोबाइल्स, कम्यूनिकेशन, आदि शामिल हैं।

टॉप करियर्स फील्ड :
- मैन्यूफैक्चरिंग इंडस्ट्री
- एजुकेशन
- रिसर्च
- इलेक्ट्रॉनिक्स और क?यूनिकेशन
- डिफेंस
- एटॉमिक रिसर्च आगेर्नाइजेशंस
- न्यूक्लियर इंस्टॉलेशंस
- कंस्ट्रक्शन फ?र्स
- एविएशन इंडस्ट्री

मगर रखें ध्यान : साइंस का पार्ट होने के अलावा फिजिक्स काफी गंभीर सब्जेक्ट है, इसलिए वैसे स्टूडेंट्स को ही इसमें अपना करियर ढूंढने की कोशिश करनी चाहिए जो हमेशा कुछ नया करना चाहते हैं। इसके अलावा मैथ्स पर पकड़ बहुत जरूरी है क्योंकि बिना मैथ्स शायद ही फिजिक्स की कल्पना की जा सकती हो। कोई चीज जैसी है वैसी ही क्यों है, यानी हमेशा आउट ऑफ दी बॉक्स थिंकिंग और दिमाग को खुला रखने की कसरत कुछ ऐसी बातें हैं जो फिजिक्स पढ़ने वालों के लिए जरूरी हैं।
फैक्ट्स के बिना कुछ नहीं : फिजिक्स को अगर कोई चीज सबसे खास बनाती है तो वह है फैक्ट्स। बिना फैक्ट्स के यहां कुछ नहीं है। अगर आप कुछ भी नया देते हैं या नया करते हैं तो उससे जुड़ा फैक्ट भी आपको देना होगा। मतलब यह कि आर्ट्स जहां सब्जेक्टिविटी पर चलता है वहीं साइंस और फिजिक्स फैक्ट पर।

फिजिक्स के अच्छे कॉलेज :
दिल्ली यूनिवसिर्टी में :
- सेंट स्टीफंस
- हंसराज
- मिरांडा
- वेंकटेश्वर
- दीन दयाल उपाध्याय
- आचार्य नरेंद देव
देश में :
- सेंट जेवियर्स (मुंबई)
- प्रेजिडेंसी कॉलेज (कोलकाता)
- लॉयला कॉलेज (चेन्नै)
फिजिक्स के कोसेर्ज
ग्रैजुएशन स्तर पर
- बीएसी ऑनर्स
- बीएसी इन अप्लाइड फिजिक्स
- बीएसी इन फिजिकल साइंस
- मैकेनिकल इंजीनियरिंग
- इंजीनियरिंग इन इलेक्ट्रॉनिक्स आदि
गैजुएशन के बाद
- एमएसी इन फिजिक्स
- एमएसी इन मेडिकल फिजिक्स
- एमफील इन फिजिक्स और एमफील इन अप्लाइड फिजिक्स
- पीएचडी एन फिजिक्स और पीएचडी इन न्यूक्लियर फिजिक्स


वेतन
एक फिजीसिट की सेलेरी 1.8 - 15 लाख रूपये प्रतिवर्ष होती है । 

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